Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश के 12 जिलों के 50 निकायों के चुनाव परिणामों में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की है. 50 निकायों में से 36 पर कांग्रेस जबकि 12 पर भाजपा और 2 पर निर्दलीय की जीत हुई है. वहीं सबसे बड़ी बात यह कि जयपुर जिले की 10 नगर पालिकाओं में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया है. यहां एक भी नगर पालिका में भाजपा अपना बोर्ड नहीं बना सकी. 10 में से 9 नगर पालिकाओं में कांग्रेस के चेयरमैन बने हैं, इसके अलावा एक नगर पालिका में कांग्रेस के बागी को जीत हासिल हुई. परिणामों के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
सतीश पूनियां ने कहा कि निकाय चुनावों में भाजपा के जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने अथक परिश्रम किया और हम 12 निकायों में सफल रहे. कांग्रेस की गहलोत सरकार ने सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया. लोगों को मुकदमों की धमकी और पुलिस प्रशासन के माध्यम से डराया-धमकाया गया. निर्दलीयों के भरोसे कांग्रेस अपनी इज्जत बचाने में बेशक कामयाब हुई है.
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पूनियां ने कहा कि इन 50 निकायों में हुए चुनावों में कुल 14 लाख मतदाताओं में से कांग्रेस को सिर्फ 2888 वोट अधिक मिले हैं, जबकि पंचायतीराज चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से 1 लाख 49 हजार से अधिक वोट मिले. पूनियां ने कहा कि भाजपा एवं निर्दलीय पार्षदों की संख्या को मिलाकर निकाय चुनावों में जनादेश कांग्रेस सरकार के खिलाफ है. सतीश पूनियां ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान के इतिहास में इस तरीके से सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का नंगा नाच पहली बार हो रहा है, पुलिस कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रही है.
सतीश पूनियां ने आगे कहा कि प्रदेश के 21 जिलों में हुए पंचायतीराज चुनाव में भी गहलोत सरकार ने पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग किया था. इसके बावजूद भी किसानों और युवाओं ने कांग्रेस सरकार को सबक सिखाया और भाजपा को शानदार जीत का आशीर्वाद दिया. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस की स्थिति ना केवल प्रदेश के गांवों बल्कि शहरों में भी कमजोर हो चुकी है और इनकी जमीन खिसकती जा रही है. 2023 के विधानसभा चुनावों में प्रदेश की जनता कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर देगी, क्योंकि दो साल में ही जनविरोधी नीतियों के कारण इनके खिलाफ सरकार विरोधी माहौल बन चुका है.