पॉलिटॉक्स न्यूज/केरल. तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद निजामुद्दीन कॉलोनी स्थित मरकज में 2300 से अधिक जमातियों के रूकने पर चाहे जितनी अपनी सफाई पेश कर लें लेकिन जिस तरह वहां से निकले लोगों में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उनका अपराध सफाई देने से कम नहीं हो सकता. ऐसे ही कुछ विचार केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान के भी हैं जिन्होंने मौलाना साद पर लोगों को बरगलाने की कोशिश करने का आरोप तो लगाया ही है, साथ ही मरकज के कार्यक्रम को देश की कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लगने वाला बड़ा झटका बताया और इसे कभी न माफ करने वाला अपराध कहा.
पत्रकारों से रूबरू होते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने कहा कि मौलाना साद जैसे चंद लोगों की वजह से सारी कौम का नाम बदनाम होता है वर्ना आम मुसलमान देश की तरक्की और इसकी बेहतरी के लिए बहुत गहरे जेहन से सोचता है. मौत किसी कौम को देखकर नहीं आती और कुछ लोग इस समय स्थिति की गंभीरता समझ नहीं रहे हैं जिसका खामियाजा बड़े पैमाने पर भुगतना पड़ सकता है.
सुनियोजित तरीके से प्लान किया गया था मरकज में लोगों का रूकना? 10 हजार लोगों में संक्रमण का खतरा
बता दें, कोरोना संकट के बीच पाबंदी के बावजूद तब्लीगी जमात में हजारों की संख्या में देसी विदेशी मुस्लिम समाज से जुड़े का आना जाना बदस्तूर जारी रहा. अब वहां से 2361 लोगों को बाहर निकाला गया है जिसमें से 121 कोरोना संदिग्ध मिले हैं जबकि 417 लोगों को कोरोना पॉजिटिव मानकर इलाज किया जा रहा है. 1500 से अधिक क्वारेंटाइन हैं. सभी लोगों को वहां से निकालकर बिल्डिंग को सेनेटाइज कर सील कर दिया गया है.
आरिफ मोहम्मद ने कहा कि मैंने मौलाना साद के पहले के कई बयानों को भी देखा है और उसमें साफ तौर पर वो भड़काऊ बातें कर रहे हैं. मौलाना साद जैसे लोग कुरान में लिखी बातों का गलत मतलब लोगों को समझाया और कई लोग सिर्फ इसलिए इनकी बातों में आते हैं क्योंकि ये बड़े पदों पर बैठे हैं.
गवर्नर ने कहा कि मौलाना साद जैसे लोग इस्लाम की भलाई नहीं बल्कि इसके खिलाफ काम कर रहे हैं. ये लोगों को भड़काते हैं और कुरान में लिखी बातों को गलत तरीके से मुसलमानों को समझाते हैं. मौलाना साद ने लोगों को ये कहकर भड़काया कि कोरोना वायरस का नाम लेकर मुसलमानों को अलग-थलग करने की कोशिश की जा रही है, जो बेहद गंभीर बात है. मौलाना साद ने इस गंभीर महामारी के समय गलतबयानी करके मानवता के खिलाफ अपराध किया है. राज्यपाल आरिफ मो. ने कहा कि ऐसे लोगों को सजा देने से भी कुछ नहीं हो पाएगा क्योंकि ये अपनी सोच को ऐसा बना चुके हैं जो नफरत से भरी है.
गौरतलब है कि मौलाना साद सहित तब्लीगी जमात से जुड़े नामजद लोगों पर दिल्ली पुलिस ने साजिश रचने, महामारी अधिनियम 1897 और आईपीसी की दूसरी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल दो हजार विदेशी जमाती भी देशभर में फैले हैं जिनको संदिग्ध माना जा रहा है. वहीं नए खुलासे के तहत राजस्थान से जुड़े 450 शख्स के तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की खबर मिली है जिसके बाद हडकंप मच गया है. अभी तक केवल 64 व्यक्तियों का नाम सामने आया था लेकिन इतनी बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचे लोगों की खबर के बाद से चारों ओर डर का माहौल है.
बता दें, देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कुल पॉजिटिव मामले 1637 हैं जबकि ठीक होने वालों की संख्या 132 है. देश में पिछले 24 घंटों में 386 मरीज बढ़े हैं. मंत्रालय ने अब तक देश में कोरोना वायरस से 38 की मौत की पुष्टि की है.