राहुल गांधी का विदेश में फिर बीजेपी, ED-CBI पर हमला, निशाने पर आना तय!

117 प्रगतिशील राजनीतिक पार्टियों के समूह प्रोग्रेसिव अलायंस के आमंत्रण पर जर्मनी पहुंचे थे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मोदी सरकार पर लगाया संविधान को खत्म करने की साजिश का आरोप, आरएसएस पर भी साधा निशाना

rahul gandhi in berlin
rahul gandhi in berlin

‘आ बैल..मुझे मार’ कहावत को एक बार फिर चरितार्थ करते हुए कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक बार फिर निशाने पर आने को तैयार हैं. राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेशी दौरे पर भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर हमला बोला. उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र एवं संविधान को खत्म करने और ED-CBI को हथियार की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. राहुल ने कहा कि बीजेपी संविधान की उस मूल भावना को खत्म करना चाहती है, जो सभी नागरिकों को समान अधिकार देती है. राहुल 17 से 19 दिसंबर तक जर्मनी दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान 18 अक्टूबर को उन्होंने बर्लिन स्थित हर्टी स्कूल में छात्रों को संबोधित किया था. कांग्रेस ने सोमवार रात इस बातचीत का एक घंटे लंबा वीडियो जारी किया है.

बीजेपी पर भारतीय संविधान को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी राज्यों की समानता, भाषाओं की समानता और धर्मों की समानता के विचार को खत्म करने की बात कर रही है. बीजेपी ने देश की संस्थाओं पर भी पूरा कब्जा कर लिया है. लोकतांत्रिक संस्थाएं स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पा रही हैं. CBI और ED जैसी एजेंसियों का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. एजेंसियां सिर्फ विपक्षी नेताओं पर केस दर्ज कर रही हैं. भाजपा नेताओं पर कोई दर्ज नहीं किया जाता.’ उन्होंने ये भी कहा कि हम सिर्फ बीजेपी से नहीं लड़ रहे, हम उनके भारतीय संस्थागत ढांचे और एजेंसियों पर कब्जे के खिलाफ भी लड़ रहे हैं.

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राहुल गांधी ने आगे कहा कि देश में लोकतंत्र तभी टिकेगा, जब पर्याप्त रोजगार पैदा होगा. आज यूरोप, भारत, अमेरिका में राजनीतिक मतभेद का एक बड़ा कारण रोजगार की कमी है, जो पूरा उत्पादन चीन को देने की वजह से हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने कुछ बड़े बिजनेस ग्रुप्स जैसे अडानी और अंबानी पर ज्यादा ध्यान देकर इसे रोक दिया है, जो उत्पादन की बजाय व्यापार पर जोर देते हैं. इससे छोटे और मध्यम उद्योगों को नोटबंदी और GST जैसी नीतियों से नुकसान हुआ.

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि भारत इतना बड़ा और विविध देश है कि इसका भविष्य केवल एक व्यक्ति तय नहीं कर सकता. हमारा संविधान इसे राज्यों का संघ मानता है, जहां सभी की राय सुननी चाहिए. लेकिन नई सरकार (BJP) इस पर चर्चा नहीं करना चाहती.

राहुल गांधी ने आरएसएस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख खुले तौर पर कह रहे हैं कि सच्चाई का कोई महत्व नहीं है, शक्ति महत्वपूर्ण है. यही उनमें और हममें अंतर है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि आप किसी भी धर्म को देख लिजिए, मूल रूप से उनमें सत्य के पालन करना बताया गया है. हम सभी सत्य की रक्षा करते हैं लेकिन आरएसएस के साथ ऐसा नहीं है.

राहुल गांधी प्रोग्रेसिव अलायंस के आमंत्रण पर तीन दिन के दौरे पर 17 दिसंबर को जर्मनी पहुंचे थे. ये अलायंस दुनियाभर की 117 प्रगतिशील राजनीतिक पार्टियों का एक प्रमुख समूह है. इस दौरे पर उन्होंने बर्लिन स्थित हर्टी स्कूल में छात्रों को संबोधित किया. इस तरह विदेशी मंच पर देश की आंतरिक मतभेदों को उजागर करने पर राहुल गांधी पहले भी सत्तारूढ़ नेताओं के निशाने पर आ चुके हैं. इस बार भी उनका ऐसा करना गलत साबित होते दिख रहा है.

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