Politalks.News/MadhyaPradesh. प्रदेश में 3 जनवरी रविवार को शिवराज सिंह की सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है. फिलहाल शिवराज कैबिनेट में सिर्फ दो सिंधिया समर्थक विधायकों को ही मंत्री बनाया जा रहा है. दरअसल, प्रदेश में शिवराज सरकार बनने के बाद से ही लगातार आए दिन शिवराज मंत्रीमंडल के विस्तार की अटकलें लगाई जा रही थीं. लेकिन अब रविवार को होने वाले इस विस्तार में दो ही मंत्रियों के शपथ लेने की खबर के बाद बीजेपी के पुराने विधायकों में मायूसी छा गई है.
शिवराज की टीम में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ही मंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण कार्यक्रम रविवार 3 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे राजभवन में होगा. वहीं, इसके तुरंत बाद मध्य प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक का शपथ ग्रहण समारोह भी राजभवन में दोपहर 2:00 बजे होगा. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल दोनों मंत्रियों और नए मुख्य न्यायाधीश को शपथ दिलाने के लिए रविवार सुबह 11 बजे भोपाल पहुंचेंगी.
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तुलसी सिलावट को जल संसाधन तो गोविंद सिंह को परिवहन व राजस्व विभाग मिलेगा
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कट्टर सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट को जल संसाधन और गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन व राजस्व विभाग मिलना लगभग तय है. शिवराज सरकार के सत्ता में आने के बाद सिलावट और राजपूत को यही विभाग सौंपे गए थे. हालांकि बीजेपी अब इन दोनों को अन्य विभाग देना चाहती थी, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व और सिंधिया के बीच हुई सहमति के बाद दाेनों को एक बार फिर उन्हीं विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
दरअसल शिवराज मंत्रिमंडल में जगह की उम्मीद लगाए बैठे दावेदारों की सूची लंबी है. विंध्य इलाके से गिरीश गौतम, के एन शुक्ला, राजेंद्र शुक्ला के अलावा पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, गौरीशंकर बिसेन, पारस जैन, संजय पाठक समेत कई विधायक अपनी दावेदारी जता रहे हैं. लेकिन सीएम शिवराज नगरीय निकाय चुनाव से पहले किसी को खुश और किसी को नाराज़ करने का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं. यही कारण है कि विवाद से बचने के लिए अभी सिर्फ सिंधिया समर्थक राजपूत और सिलावट को मंत्री बनाया जाएगा.