Politalks.News/WestBengal. पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते बीजेपी और टीएमसी के बीच सियासत अपने चरम पर है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को TMC के स्थापना दिवस के दिन बीजेपी ने बड़ा झटका दिया है. दरअसल, शुक्रवार को हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी 5000 कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए हैं. वहीं शुभेंदु के एक अन्य भाई एवं तृणमूल सांसद दिव्येंदु अधिकारी ने सौमेंदु के इस फैसले को “दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित” बताया है.
West Bengal: Soumendu Adhikari, former Chairperson of Contai Municipality and brother of BJP leader Suvendu Adhikari, arrive at BJP Yogdaan Mela at Contai Dormitory ground.
BJP leader Suvendu Adhikari is also present. pic.twitter.com/XDtCFUDSjg
— ANI (@ANI) January 1, 2021
बता दें कि भाजपा नेता एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु को पूर्व मेदिनीपुर जिले में कांठी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था. इसका प्रमुख कारण था कि सौमेंदु अधिकारी पूर्व मेदिनीपुर में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के हालिया राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए थे. वहीं पार्टी के कुछ नेताओं का आरोप है कि पिछले दो महीने से वह अपने भाई के जनसंपर्क कार्यक्रमों में मदद कर रहे थे. पद से हटाए जाने के बाद सौमेंदु कुछ पार्षदों और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के 5000 कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए. जबकि शुभेंदु के एक अन्य भाई एवं तृणमूल सांसद दिव्येंदु अधिकारी ने इस फैसले को “दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित” बताया है.
तामलुक से सांसद दिव्येंदु अधिकारी ने कहा कि वह पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) के “वफादार कार्यकर्ता” बने रहेंगे और मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के सामने यह मुद्दा उठाएंगे. दिव्येंदु ने कहा, ‘ममता बनर्जी मेरी नेता हैं. मुझे उन पर पूरा भरोसा है.’ सांसद ने कहा कि वह कांठी नगरपालिका भवन से अब काम नहीं करेंगे. नगरपालिका भवन में सांसद का कार्यालय है. यह घटनाक्रम ऐसे वक्त में हुआ है जब शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि, ‘मेरे परिवार में कमल खिलेगा.’ आपको बता दें, शुभेंदु के पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिव्येंदु अभी तृणमूल से सांसद हैं.
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उधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं तो वहीं बीजेपी भी ममता दीदी को आड़े हाथ ले रही है. तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी लगातार ममता बनर्जी पर निशाना साध रहे हैं. शुभेंदु अधिकारी इस बात की लगातार वकालत कर रहे हैं कि बंगाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंपना होगा. शुभेंदु ने कहा कि जब तक कोलकाता और दिल्ली दोनों में एक ही पार्टी सत्ता में नहीं होगी, तब तक बंगाल आर्थिक रूप से विकसित नहीं होगा.
शुभेंदु अधिकारी ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा था कि टीएमसी में लोकतंत्र नहीं रह गया है. कैलाश विजयवर्गीय और अमित शाह को बाहर का बताया जा रहा है. लेकिन यह जान लीजिए हम पहले भारतीय हैं उसके बाद बंगाली हैं. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल को टीएमसी और भ्रष्टाचार से बचाना है. मैं टीएमसी को चेतावनी देना चाहता हूं कि वो जो नहीं चाहते वही होगा. बंगाल में अब बीजेपी की सरकार बनानी होगी.
वहीं टीएमसी की नेता सुजाता मंडल ने शुभेंदु अधिकारी पर पलटवार किया है. सुजाता मंडल ने कहा कि अगर बीजेपी नेता असली बाप के बेटे हैं और सही में उन्होंने मां का दूध पिया है तो अभिषेक बनर्जी का नाम लेकर उन पर अटैक करें. सुजाता ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी एक सड़क छाप मस्तान हैं जो दूसरे के घरों में बीजेपी के होने की बात करते हैं. खुद उनके घर की छत के नीचे उनके माता-पिता, भाई, भाई की पत्नी सभी तृणमूल कांग्रेस के बड़े-बड़े पदों पर आसीन हैं.
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आपको बता दे पश्चिम बंगाल में इसी साल अप्रेल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी राज्य में काफी सक्रिय बनी हुई है. वहीं, राज्य में लगातार एक के बाद एक सियासी घटनाओं के चलते हचलच तेज है. गुरुवार को टीएमसी यूथ विंग के महासचिव विनय मिश्रा के घर गौ-तस्करी और कोयला चोरी के आरोपों के चलते सीबीआई ने छापा मारा. मिश्रा राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी के काफी करीबी माने जाते हैं.