अरुण शंकर प्रसाद की जीवनी | Arun Shankar Prasad Biography in Hindi

arun shankar prasad biography in hindi
arun shankar prasad biography in hindi

अरुण शंकर प्रसाद की जीवनी (Arun Shankar Prasad Biography in Hindi)

Arun Shankar Prasad Latest News – अरुण शंकर प्रसाद बिहार के तीन बार के भाजपा विधायक और राज्य की नीतीश कुमार सरकार में ‘पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री’ है. आपातकाल के समय से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने वाले अरुण शंकर संघ से जुड़े रहे है. वे बिहार एनडीए के सचेतक भी रह चुके है. वर्तमान में, वे भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय पदाधिकारी सहित झारखंड राज्य के पार्टी पदाधिकारी भी है. वैश्य जाति से आने वाले अरुण शंकर सरल स्वभाव के नेता है. वे जनता से जमीनी स्तर पर जुड़े हुए है. इस लेख में हम आपको बिहार में पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री अरुण शंकर प्रसाद की जीवनी (Arun Shankar Prasad Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

अरुण शंकर प्रसाद का जन्म और परिवार (Arun Shankar Prasad Birth & Family)

अरुण शंकर प्रसाद का जन्म 31 दिसंबर 1960 को बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर के बासोपट्टी में हुआ था. अरुण शंकर प्रसाद के पिता का नाम स्वर्गीय सत्य नारायण प्रसाद है.

अरुण शंकर प्रसाद विवाहित है. उनकी पत्नी का नाम सुनैना देवी है और वो बिहार सरकार में शिक्षिका है.

उनके पांच बच्चे है. दो बेटे और तीन बेटियां. उनका सबसे बड़ा लड़का डॉ अजीत कुमार मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर और डॉक्टर है, जबकि उनका छोटा बेटा इंजिनियर है. उनकी सभी बेटियां विवाहित है. अरुण शंकर प्रसाद हिन्दू है और जाति से बनिया (वैश्य) है.  अरुण शंकर प्रसाद पर 1 आपराधिक मामला है.

 अरुण शंकर प्रसाद की शिक्षा (Arun Shankar Prasad Education)

अरुण शंकर प्रसाद स्नातकोत्तर है. उन्होंने वर्ष 1987 में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से एम.ए. किया.

अरुण शंकर प्रसाद का राजनीतिक करियर (Arun Shankar Prasad Political Career)

इंदिरा गांधी के द्वारा लगाए गए आपातकाल के कारण देश में असंतोष चरम पर था और देश भर में आंदोलन भी हो रहे थे, अनेक नेता सरकार की अराजकता का खुलकर विरोध कर रहे थे. जहाँ वरिष्ठ नेता उन आंदोलनों का नेतृत्व कर रहे थे तो वही युवा नेता उनके दिशा निर्देशों पर काम कर रहे थे. उन्ही युवा नेताओ में एक नेता बिहार के मधुबनी से भी थे, जिनका नाम था, अरुण शंकर प्रसाद. प्रसाद ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत 1975 के आपातकाल में किया था. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से संबंध रखने वाले अरुण उन दिनों पढ़ाई कर रहे थे और विद्यार्थी जीवन में ही वे राजनीति में कूद पड़े.

बाद में, अरुण भाजपा में शामिल हो गए. शुरुआत में, उन्होंने प्रखंड स्तर की राजनीति में भाग लिया और वे पार्टी के क्षेत्रीय पदों पर आसीन रहे. अरुण शंकर ने बासोपट्टी भाजपा अध्यक्ष, मधुबनी जिला अध्यक्ष के साथ ही पार्टी कमेटी के कई पदों पर कार्य किया. उन्होंने पहली बार 1990 में बिहार के हरलाखी विधानसभा से चुनाव लड़ा पर हार गए. फिर भी वे 1995, 2000 और 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव में लगातार इसी सीट से लड़ते रहे, पर लगातार हारते रहे. यहाँ तक की उन्हें नगर निकाय प्राधिकरण के चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा. इस तरह राजनीति में उनका शुरूआती करियर पराजय से भरा रहा.

बाद में, भाजपा ने उन्हें 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में खजौली विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया. खजौली मधुबनी जिले में स्थित है और यह झंझारपुर लोकसभा सीट का हिस्सा है. पहले खजौली विधानसभा सीट अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित थी, पर परिसीमन के बाद यह सीट सामान्य जातियों के लिए खुल गई. 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में, पहली बार अरुण शंकर की जीत हुई. बाद में, पार्टी ने उन्हें 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया पर वे राजद के सीताराम यादव से हार गए. लेकिन 2020 के चुनाव में उनकी जीत हुई. 2020 के चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद के सीताराम यादव को लगभग तेईस हजार वोटों से हराया.

2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें एक बार फिर से खजौली से अपना उम्मीदवार बनाया है और इस बार फिर से उनकी जीत हुई. इस जीत के साथ वे बिहार के तीन बार के विधायक बन गए. इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें कुल 1,01,151 मत पड़े जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के ब्रज किशोर यादव को 88,025 मत पड़े. इस तरह अरुण शंकर प्रसाद ने राजद उम्मीदवार को 13,126 के भारी मतों के अंतर से पराजित किया और खजौली विधानसभा सीट जीत लिया. बाद में, उन्हें राज्य में पहली बार मंत्री बनाया गया.

वर्तमान में, अरुण शंकर प्रसाद बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ‘पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री’ है.

अरुण शंकर प्रसाद की संपत्ति (Arun Shankar Prasad Property)

2025 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार अरुण शंकर प्रसाद की कुल संपत्ति 3 करोड़ रूपये है जबकि उनपर 14 लाख रूपये का कर्ज है.

इस लेख में हमने आपको बिहार में पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री अरुण शंकर प्रसाद की जीवनी (Arun Shankar Prasad Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

Google search engine