सुनील कुमार की जीवनी | Sunil Kumar Biography in Hindi

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सुनील कुमार की जीवनी | Sunil Kumar Biography in Hindi

Sunil Kumar Latest News – सुनील कुमार बिहार की नीतीश कुमार सरकार में मंत्री हैं. इस समय उनके पास शिक्षा विभाग हैं, पर इसके अलावे भी उनके पास ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी’ जैसे कई विभाग हैं. जेडीयू के टिकट से दो बार के विधायक रहे सुनील कुमार बिहार के डीजी से रिटायर अधिकारी है. उन्हें नीतीश कुमार की पिछली बार की सरकार में भी मंत्री बनाया गया था और इस बार उन्हें शिक्षा मंत्री जैसे जिम्मेदार मंत्रालय दिया गया है. राज्य के लिए यह गौरव की बात है, राज्य का शिक्षा मंत्री पुलिस के शीर्ष पद से सेवानिवृत्त अधिकारी है. इस लेख में हम आपको बिहार में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी मंत्री सुनील कुमार की जीवनी (Sunil Kumar Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

सुनील कुमार का जन्म और परिवार (Sunil Kumar Birth & Family)

सुनील कुमार का जन्म बिहार के गोपालगंज जिले में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय चंद्रिका राम है, जो अपने समय में कांग्रेस के एक दिग्गज नेता थे. उन्होंने राज्य के केबी सहाय सरकार में मंत्री के रूप में भी कार्य किया था. सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार गोपालगंज जिले की भोरे सीट से कांग्रेस के पूर्व (इनसे पहले) विधायक रहे है. जबकि सुनील के दूसरे बड़े भाई अजीत कुमार ‘भारतीय विदेश सेवा’ अधिकारी थे. सुनील कुमार हिन्दू है. उनपर कोई आपराधिक मामला नहीं हैं.

सुनील कुमार की शिक्षा (Sunil Kumar Education)

सुनील कुमार ने वर्ष 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातकोत्तर एमए किया.

सुनील कुमार का शुरूआती जीवन

बिहार के वर्तमान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार पूर्व आईपीएस अधिकारी है. कुमार 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे है. आईपीएस में शामिल होकर उन्होंने कुल छह वर्षों से अधिक समय 1997 से 2003 तक पटना के वरिष्ठ एसपी के पद पर कार्य किया था. सुनील कुमार बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के महानिदेशक-सह-प्रबंध निदेशक (डीजी) के पद से वर्ष 2020 में सेवानिवृत्त हुए है.

सुनील कुमार का राजनीतिक करियर (Sunil Kumar Political Career)

बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार पूर्व आईपीएस अधिकारी होने के साथ ही राज्य के राजनैतिक घराने से भी आते है. उनके बड़े भाई भोरे विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चार बार के विधायक रहे है. इतना ही नहीं, इस विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद कुमार के पिता ही वह व्यक्ति थे जो यहाँ से प्रथम विधायक चुने गए थे. इस तरह से भोरे विधानसभा सीट कुमार का गृह सीट भी है. बिहार की ‘भोरे विधानसभा’ एक सुरक्षित सीट है और यह राज्य के गोपालगंज जिले में है.

शुरुआत में, कुमार राजनीति से जुड़े नहीं रहे है, पर पुलिस के डीजी के पद से रिटायर होते ही मात्र 29 दिन के बाद ही वे राजनीति में प्रवेश कर गए और उन्होंने इसकी शुरुआत जनता दल यूनाइटेड से की. कुमार को लोकसभा में पार्टी के नेता और मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जेडी (यू) की सदस्यता दिलवाई.

जनता दल यूनाइटेड ज्यॉइन करने के बाद पहली बार पार्टी ने उन्हें 2020 में बिहार के विधानसभा चुनाव में भोरे विधानसभा (सुरक्षित) क्षेत्र से टिकट दिया और वे जीत गए. इस चुनाव में उन्हें 74,067 मत प्राप्त हुए थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी सीपीआई (एमएल) के जितेंद्र पासवान को 73,605 पड़े. जीत का अंतर भले ही कम था, पर कुमार विजय होने में कामयाब रहे. फिर इसी सीट से 2025 में भी वे जेडी (यू) के टिकट पर दोबारा जीतने में सफल रहे. पिछले बार की तरह इस बार भी उन्हें भाकपा माले से टक्कर लेना पड़ा. इस बार उन्हें कुल 101,469 आये जबकि भाकपा माले के धनंजय को कुल 85,306 मत पड़े. इस तरह भाकपा माले उम्मीदवार धनंजय को कुमार ने लगभग सोलह हजार से अधिक मतों के अंतराल से हराया और भोरे विधानसभा (सुरक्षित) क्षेत्र से दूसरी बार विधायक बने.

पहली बार, चुनाव जीतने के बाद उन्हें नीतीश कुमार सरकार ने शराब निषेध विभाग की कमान सौंपी, चूँकि राजनीति में आने से पहले वे बिहार के टॉप प्रशासनिक अधिकारी के पद पर रह चुके थे इसलिए उन्हें इस काम को कुशल तरीके से करने में कोई दिक्क्त नहीं आयी. यहाँ ध्यान देने वाली बात है, बिहार देश के उन राज्यों में शामिल है जहाँ शराब पीना, शराब बेचना और शराब रखना पूरी तरह से गैरकानूनी है और राज्य में इस पर कठोर कार्रवाई का प्रावधान है.

पहली बार विधायक बनने के बाद सुनील कुमार को सरकार में फेरबदल के बाद मार्च 2024 को मंत्रीमंडल में शामिल किया गया. उन्हें ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी व शिक्षा’ मंत्रालय दिया गया. फिर जब वे इस बार जीतकर दोबारा से विधायक बने और राज्य में दसवीं बार नीतीश कुमार ने सत्ता संभाली तब सुनील कुमार को भी एक बार फिर से मंत्रालय मिला. पिछले बार की तरह इस बार भी उन्हें वही मंत्रालय दिया गया है.

वर्तमान में, सुनील कुमार बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा मंत्री’ है.

सुनील कुमार की संपत्ति (Sunil Kumar Property)

2025 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार सुनील कुमार की कुल संपत्ति 5.28 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर कोई कर्ज नहीं है.

इस लेख में हमने आपको बिहार में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की जीवनी (Sunil Kumar Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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