पॉलिटॉक्स न्यूज. बॉलीवुड के ‘अकबर’ यानि अभिनेता ऋषि कपूर आज सिनेमाई जगत के लिए हमेशा के लिए अमर हो गए. दो साल तक कैंसर से लड़ाई लड़ने के बाद कपूर परिवार के ‘चिंटू’ ने आज सिनेमा जगत को आखिरी सलाम कहा और चले गए. बुधवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मुंबई के गिरगांव इलाके में स्थित सर एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां ऋषि कपूर ने सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर आखिरी सांस ली. ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार मुंबई में मरीन लाइंस के चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर विद्युत शवदाह गृह में किया गया जहां केवल 25 लोगों को शामिल होने की इजाजत मिली थी. ऋषि कपूर के निधन के बाद अमिताभ बच्चन ने कहा कि वे अब टूट चुके हैं.
ऋषि कपूर 67 साल के थे और पिछले 2 साल से ल्यूकेमिया (कैंसर) नामक बीमारी से लड़ रहे थे. बुधवार रात को ऋषि कपूर को सांस लेने में तकलीफ आई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. बता दें कि 29 अप्रैल को हिंदी सिनेमा ने एक्टर इरफान खान को खोया था. इस घटना को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि ऋषि कपूर के निधन की खबर आ गई. बैक-टू-बैक दो दिग्गज अभिनेताओं को गवां देना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ा झटका है. पिछले दो दिनों में बॉलीवुड ने दो अनमोल रत्नों को खो दिया. 2013 में आई फिल्म डी-डे में ऋषि कपूर और इरफान खान ने एकसाथ काम किया था.
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दोपहर 3.45 बजे उनका पार्थिव शरीर श्मशान घाट लाया गया और विद्युत शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया. लॉकडाउन की वजह से सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी गई थी. अंतिम संस्कार के दौरान नीतू कपूर, राजीव कपूर, रणधीर कपूर, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, कुणाल कपूर, सैफ अली खान, करीना कपूर खान, अभिषेक बच्चन, रीमा जैन, मनोज जैन, अरमान जैन, आदर जैन, अनीषा जैन, बिमल पारिख, नताशा नंदन, डॉक्टर तरंग, अयान मुखर्जी, जय राम, रोहित धवन, राहुल रवैल मौजूद रहे. दुखद बात यह रही कि उनके अंतिम संस्कार में बेटी रिद्धिमा चाहकर भी पहुंच नहीं पाईं. हालांकि उन्हें गुरुवार सुबह दिल्ली पुलिस ने मूवमेंट पास दे दिया था लेकिन मुंबई तक का सफर लंबा होने की वजह से वे पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाईं.
बॉलीवुड के सबसे बड़े और नामी गिरामी कपूर खानदान के चिराग ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर, 1952 को हुआ था. ऋषि ने कैंपियन स्कूल, मुंबई और मेयो कॉलेज, अजमेर में अपने भाइयों के साथ स्कूली शिक्षा की. वे अपने परिवार की राह पर ही चले और उनके दादा पृथ्वीराज कपूर, पिता राज कपूर, भाई रणधीर कपूर, चाचा शशि कपूर और शम्मी कपूर की राह पर चलते हुए फिल्मों में किस्मत आजमाई. उनका डेब्यू 1970 में राजकपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर से हुआ जिसमें ऋषि ने अपने पिता राज कपूर के बचपन का रोल अदा किया. 1973 में आई फिल्म बॉबी बतौर मुख्य अभिनेता उनकी पहली फ़िल्म थी. उसके बाद आखिर तक हर किसी के दिलों पर राज करते रहे. अपनी पहली ही फिल्म के लिए ऋषि को 1974 का फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला था.
1973 से 2000 के बीच करीब 92 फिल्मों में उन्होंने रोमांटिक लीड के रूप में प्रमुख भूमिकाएं निभाईं और तब तक उन्होंने लवर बॉय का ही किरदार निभाया. इस दौर में उन्होंने ऋषि बॉबी, अमर अकबर एन्थोनी, दामिनी, प्रेम रोग, यादों की बारात, कभी कभी, नया दौर, चांदनी, दीवाना, बोल राधा बोल और प्रेम ग्रंथ सरीखी फिल्मों में काम किया. इसके बाद नए जमाने की फिल्मों में उनकी अदाकारिता पहले से अधिक निखरकर सामने आई. इस दौर में उन्होंने हम तुम, लव आज कल, फना, जब तक है जान, चश्मेबद्दूर, हाउसफुल 2, स्टूडेंट आॅफ द ईयर, मंटो, मुल्क और 102 नॉटऑउट जैसे फिल्मों में काम किया. अग्नि पथ में ऋषि ने रौफ लाला का किरदार निभा उसमें जान फूंक दी. इस फिल्म में ऋषि सह कलाकार ऋतिक रोशन और संजय दत्त पर भारी पड़े थे.
ऋषि कपूर को 2008 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया जा चुका है. दो दूनी चार में ऋषि कपूर को 2011 का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स पुरस्कार और कपूर एण्ड सन्स के लिए 2017 का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला.
जीवन के अंतिम महिनों में ऋषि फिल्म शर्माजी नमकीन की शूटिंग कर रहे थे. फिलहाल ये फिल्म फ्लोर पर नहीं आई है. रणबीर कपूर उनके बेटे हैं जो खुद भी एक अभिनेता हैं. उनकी पुत्री रिदीमा कपूर एक फैशन डिजाइन हैं. करिश्मा कपूर और करीना कपूर उनकी भतीजियां हैं. ऋषि कपूर अपने सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणियों के लिए खासे विवादों में रहते थे. अपने अंतिम समय में उन्होंने कोरोना वॉरियर्स पर हमला करने वालों से ऐसा बर्ताव न करने की अपील की थी.
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ऋषि कपूर के अजीज दोस्त अमिताभ बच्चन खासे दुखी हैं. ऋषि कपूर के निधन की सबसे पहली खबर अमिताभ बच्चन ने शेयर की थी. उन्होंने कहा था, ‘वो गए, ऋषि कपूर गए, अभी उनका निधन हुआ. मैं टूट गया हूं.’ हालांकि वे ऋषि कपूर के अंतिम दर्शनों के लिए नहीं पहुंच पाए. वहीं कपूर फैमिली ने अपने शोक संदेश में कहा कि व्यक्तिगत नुकसान की इस घड़ी में हम यह भी समझते हैं कि दुनिया बहुत मुश्किल और परेशान समय से गुजर रही है. सार्वजनिक रूप से इकट्ठा होने पर कई प्रतिबंध हैं. हम उनके सभी प्रशंसकों और शुभचिंतकों और परिवार के दोस्तों से अनुरोध करना चाहते हैं कि वे कानून का सम्मान करें.