राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी को हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है. उनकी नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष के लिए होगी. राज्यपाल ने राज्य सरकार के परामर्श से यह नियुक्ति की है. थानवी मूल रूप से जोधपुर जिले के फलोदी कस्बे के रहने वाले हैं. उन्होंने 1978 में राजस्थान पत्रिका समूह के साप्ताहिक पत्र ‘इतवारी’ से अपने पत्रकार जीवन की शुरूआत की और संपादक के पद तक पहुंचे.
राजस्थान पत्रिका के बाद थानवी ने एक्सप्रेस समूह के हिंदी दैनिक ‘जनसत्ता’ से जुड़े और कई वर्षों तक इसके संपादक रहे. 2015 में जनसत्ता से अलग होने के बाद थानवी ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज में अध्यापन का कार्य किया. 2018 में वे फिर से मुख्यधारा की पत्रकारिता में लौटे और राजस्थान पत्रिका के सलाहकार संपादक बने. पिछले दिनों उन्होंने इस पद से त्याग-पत्र दे दिया था. ओम थानवी का पत्रकारिता के साथ-साथ लेखन के क्षेत्र में भी दखल है. उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं.
गौरतलब है कि जयपुर हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय की स्थापना अशोक गहलोत के पिछले कार्यकाल में हुई थी, लेकिन वसुंधरा सरकार ने इसे बंद कर दिया था. चूंकि विश्वविद्याल में शिक्षकों की नियुक्ति हो गई थी और तीसरा सत्र शुरू हो गया था इसलिए सरकार ने इसका विलय राजस्थान विश्वविद्यालय के जनसंचार केंद्र में कर दिया. बंद करने के फैसले के पीछे भाजपा सरकार की दलील थी कि इसके संचालन में लग रही लागत, विद्यार्थियों की संख्या की तुलना में कहीं ज्यादा थी. लेकिन इसकी असली कारण सरकार की यह धारणा थी कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना गहलोत को चहेतों को नियुक्ति देने के लिए की गई.
सरकार के इस निर्णय का कांग्रेस ने विरोध किया. खासतौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी साख से जोड़ लिया. उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि कांग्रेस की सरकार बनने पर विश्वविद्यालय को फिर से शुरू किया जाएगा. सत्ता में आते ही उन्होंने ऐसा किया भी.