कर्नाटक में सियासी घमासान जारी है. कांग्रेस के 2 और विधायकों के इस्तीफे के बाद अब तक कर्नाटक में कुल 16 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इस बीच कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के.आर रमेश कुमार ने कहा कि वे अभी किसी का इस्तीफा स्वीकार नहीं करने वाले हैं और वे जो भी करेंगे, वो पूरी कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक ही करेंगे.
कर्नाटक में राजनीतिक घमासान चरम पर पहुंच गया है. बुधवार को कांग्रेस के दो और विधायकों के सुधाकर और एमटीबी नागराज ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार से इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या 16 पहुंच गई है. इनमें से 13 कांग्रेस के और 3 जनता दल सेकुलर के विधायक हैं. इस तरह अब सरकार के समर्थन में मौजूद विधायकों की संख्या 101 रह गई है. उधर बीजेपी का दावा है कि उसके पास कुल 107 विधायकों का समर्थन है.
इस सियासी घमासान के बीच कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के.आर रमेश कुमार का कहना है कि उन्होंने किसी भी विधायक का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया है. केआर रमेश कुमार ने कहा, “मैंने कोई इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है, मैं इसे रातों-रात नहीं कर सकता हूं, मैंने उन सभी विधायकों को 17 तारीख़ तक का समय दिया है, मैं पूरी तरह से कानूनी प्रक्रियाओं का अध्ययन करूंगा, तब फैसला लूंगा.”
कर्नाटक के स्पीकर केआर रमेश कुमार के अनुसार इस मामले में कानून अपना काम करेगा, और किसी के लिए भी कानून को बदला नहीं जा सकता है. इसी के चलते बुधवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस विधायक के. सुधाकर ने जैसे ही इस्तीफा दिया, उन्हें कांग्रेस के नेताओं और विधायकों ने घेर लिया और अपने चैंबर में ले गए. रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने करीब-करीब धक्का दे दिया और कांग्रेस विधायकों के बीच में ले गए. यहां पर के. सुधाकर को समझाने की कोशिश की गई लेकिन वो नहीं माने हैं.
इसके बाद इस्तीफा देने वाले दोनों विधायक के. सुधाकर और एमटीबी नागराज कर्नाटक के राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे. इधर कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कांग्रेस और जेडीएस विधायकों खरीदने की पूरी कोशिश कर रही है.