बंजारों को न्याय नागौर जिले के ताउसर गांव में बंजारा बस्ती अतिक्रमण मामले में स्थानीय सांसद हनुमान बेनीवाल ने सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा कि ये मामला राजस्थान में बढ़ेगा. उन्होंने 29 अगस्त को 50 हजार से एक लाख लोगों के साथ में रैली करते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की चेतावनी देते हुए सभी बंजारों को फिर से पुन से पुर्नवास की व्यवस्था करने की मांग की. इस मामले में उन्होंने कलेक्टर और राज्य सरकार को मुख्य दोषी बताते हुए कहा कि कलेक्टर के निर्देश पर हमारे दो विधायकों सहित महिलाओं और बच्चों तक पर लाठीचार्ज किया गया. अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो राजस्थान भर में आंदोलन होगा. रेलवे ट्रेक और हाईवे को जाम करने की धमकी दी. नागौर सांसद ने कहा कि जब तक बंजारों को न्याय नहीं मिलेगा, मैं चैन से नहीं बैठूंगा. उन्होंने नागौर कलेक्टर पर घूसखोर और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए.

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इससे पहले रविवार को नागौर जिले के ताउसर गांव में जिला प्रशासन द्वारा ध्वस्थ की गई बंजारा बस्ती का मुआयना करने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पहुंचे यहां बेनीवाल ने प्रशासन द्वारा ध्वस्थ की गई बंजारा बस्ती के लोगो से मुलाकात की और पुलिस द्वारा किये गये लाठीचार्ज में घायल हुए लोगो से जिला अस्पताल पहुच कर कुशलक्षेम पूछी इस दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने ताउसर गांव में हुई इस घटना पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जिला कलेक्टर व नागौर उपखंड अधिकारी की विफल प्रशासनिक शैली को कारण यह घटना हुई वहीं जिला पुलिस अधीक्षक व नागौर वृत के पुलिस उपाधीक्षक सुभाष चंद्र तथा एससी एसटी प्रकोष्ठ के पुलिस उपाधीक्षक श्रवण दास संत को भी लाठीचार्ज करने के लिए दोषी ठहराया.


आगे सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, “हाईकोर्ट के निर्णय को देखते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक पुखराज गर्ग व विधायक इंदिरा देवी बावरी मौके पर बंजारा बस्ती के लोगो से समझाइश करने पहुंचे थे मगर पुलिस ने प्रशासन के दबाव में आकर विधायकों की गाड़ी पर पथराव किया जो कि विधायिका की गरिमा व प्रोटोकॉल का अपमान है जिसके लिए वो विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे.

इस घटनाक्रम में पत्रकारों के साथ हुई बदसलूकी पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और किसी भी घटना की जानकारी लेना और उसका कवरेज करना मीडिया का हक है मगर जिला प्रशासन ने मीडिया की स्वायत्तता पर भी लाठीचार्ज करने का काम किया जो कि निंदनीय है.

दरअसल हाइकोर्ट के निर्णय के बाद रविवार सुबह नागौर जिला कलेक्टर पुलिस जाप्ते के साथ जिले के ताउसर गांव में स्थित बंजारा बस्ती को ध्वस्त करने पहुंचे इस दौरान अतिक्रमण हटाने आए प्रशासन और बस्तीवासियों के बीच जमकर झड़प हो गई थी. इस झड़प में कई लोग घायल हो गए थे तो वहीं अतिक्रमण हटाने आये जेसीबी चालक की मौत हो गई थी.

इस घटना की जानकारी मिलते हि सांसद हनुमान बेनीवाल ने ताउसर गांव पहुंचकर प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर गयी बंजारा बस्ती का जायजा लिया और पीडित परिवारों से मुलाकात की इस दौरान वहां मौजूद लोगो ने सांसद बेनीवाल को बताया कि, जब लोगों ने स्वेच्छा से घर खाली कर दिए थे तभी टांके पर रखे उनके सामान, नगदी तथा सोने चांदी के गहनों को नागौर एसडीएम के निर्देश पर उठा लिया जिसका कोई रिकॉर्ड अभी तक नहीं दर्शाया गया है.

सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मामले में गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया वही सोशियल मीडिया पर भी सरकार को घेरा, उन्होंने अपने ट्विट्टर हैंडल पर अशोक गहलोत को रसूखदारों का सीएम बताते हुए कहा कि एक तरफ जहां 5 हजार से ज्यादा न्यायालय की अवमानना के मामले लंबित पड़े है वहीं दूसरी तरफ सरकार गरीब लोगों से जुड़े मामलों में न्यायालय के निर्णय की आड़ में आशियाना उजाड़ने पर तुली हुई है!

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