चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद मतदाताओं का धन्यवाद करने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय पहुंचे. लेकिन इस धन्यवाद यात्रा के दौरान भी गिरिराज सिंह बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर आए. हुआ कुछ यूं कि यात्रा के दौरान गिरिराज सिंह खुली जीप पर सवार होकर मतदाताओं का धन्यवाद कर रहे थे. इस दौरान उनके साथ हजारों समर्थक मौजूद रहे.
उसी समय उत्साहित समर्थकों ने गिरिराज सिंह को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर दी. यहां उनके समर्थकों ने ‘बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो, गिरिराज सिंह जैसा हो’ के नारों से आसमान को गुंजायमान कर दिया.
गिरिराज सिंह के समर्थन में लगे नारों के बाद अब एक बार फिर जेडीयू-बीजेपी गठबंधन में तनातनी का बढ़ना तय है. वैसे ही बिहार में जेडीयू-बीजेपी के मध्य तनाव अपने चरण पर है. पहले मंत्रिमंडल में कम हिस्सेदारी के चलते जेडीयू मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुई. हालांकि अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने नीतीश को मनाने के काफी कोशिशे की. लेकिन वो जैसा चाहते थे वैसा नहीं हो सका.
उसके बाद नीतीश ने दिल्ली के अपमान का बदला पटना में लेते हुए अपनी सरकार के मंत्रिमंडल को विस्तार किया और सरकार में सहयोगी होने के बावजूद बीजेपी को जगह नहीं दी.
इससे पहले भी गिरिराज सिंह ने बिहार में सत्तारूढ़ दलों (बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी) के नेताओं की चार तस्वीरों को अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए पूछा कि अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते हैं और दिखावा में आगे रहते हैं. कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर-सुंदर फ़ोटो आते.
गिरिराज सिंह के ट्वीट के बाद बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया था. जेडीयू प्रवक्ताओं ने गिरिराज सिंह पर कड़ी कारवाई की मांग की थी. हालांकि बाद में अमित शाह ने इस मामले में गिरिराज को फटकार भी लगाई थी जिसके बाद मामला शांत हो गया.
बता दें, गिरिराज सिंह को बीजेपी ने इस बार बेगूसराय से चुनावी मैदान में उतारा था. उनका मुकाबला कन्हैंया कुमार और राजद के तनवीर हसन से था. गिरिराज ने चुनाव में बड़ी जीत हासिल की जिसका इनाम उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रुप में मिला है. इससे पूर्व गिरिराज सिंह नवादा से सांसद चुने जाते रहे हैं. इस बार यह सीट गठबंधन के कारण जेडीयू के हिस्से में आई थी.