PoliTalks.news/Rajasthan. ‘फॉरेगेट एंड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो, देश के हित में, प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में.’ ये कहना है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का. सीएम गहलोत ने जैसमलेर से जोधपुर के लिए रवाना होते हुए मीडियाकर्मियों से बात की. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी खतरे में है और ये लड़ाई डेमोक्रेसी को बचाने की है. उसमें हमारे 100 से अधिक विधायकों ने इतने लंबे समय तक एक साथ रहकर जो साथ दिया, अपने आप में बहुत बड़ी बात है जो हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा.
सीएम गहलोत (CM Gehlot) ने कहा कि डेमोक्रेसी को बचाने की ये लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. जो एपिसोड हुआ है, एक प्रकार से भूलो और माफ करो की स्थिति में रहें. सब मिलकर चलें क्योंकि प्रदेशवासियों ने विश्वास करके सरकार बनाई थी हमारी. हमारी सबकी जिम्मेदारी बनती है कि उस विश्वास को बनाए रखें और हम लोग सब मिलकर प्रदेश की सेवा करें, सुशासन दें और कोरोना का मुकाबला करें.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ये जीत प्रदेशवासियों की जीत है. प्रदेशवासियों ने हमारे विधायकों की टेलीफोन पर हौसला अफ़ज़ाई की. ‘कोई चिंता नहीं, महीना-दो महीना लग जाए परवाह मत करो, जीत सरकार की होनी चाहिए, सरकार स्टेबल होनी चाहिए, उसके बाद में आप आओ हमारे घरों में’ इस तरह का प्रदेशावासियों जीत का जज्बा था जिसकी मैं उन्हें बधाई देता हूं. प्रदेशवासियों का धन्यवाद देता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि जीत हमारी सुनिश्चित है. आने वाले वक्त में और दोगुने जोश से सब काम करेंगे और आपकी सेवा करेंगे.
एक महीना साथ रहने से बन गए अच्छे संबंध, नाराजगी स्वभाविक
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि एक महीना साथ रहने से विधायकों के आपस के अंदर संबंध अच्छे बने हैं. सबने मिलकर एकजुट होकर संकल्प किया है कि अब हमें जाकर प्रदेशवासियों की सेवा करनी है, जो हमारा परम धर्म बनता है. सीएम गहलोत ने कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक है और हमने दूर करने का प्रयास भी किया है. जिस रूप में ये एपिसोड हुआ, उनको एक महीना होटल में रहना पड़ा. मैंने समझाया है कि देश और प्रदेश और प्रदेशवासियों के और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें कई बार सहन करना भी पड़ता है. मुझे उम्मीद है कि सब गिले-शिकवे दूर करके सब मिलकर हम प्रदेश की सेवा करने का संकल्प पूरा करेंगे.
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सभी 200 विधायकों को पत्र लिखने पर सीएम गहलोत बोले कि पत्र पक्ष और विपक्ष सबको लिखा था और मैं ये दावे के साथ कह सकता हूं कि उस पत्र का बड़ा इम्पैक्ट पड़ा. उसी कारण से बीजेपी के जो तीन-तीन प्लेन हायर किए थे गुजरात भेजने के लिए लेकिन मुश्किल से एक जा पाया. बीजेपी पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो कहते थे हमें ‘बाड़ेबंदी क्यों कर रहे हो?’ ये क्या नौबत आ गई कि उनकी बाड़ेबंदी होने लग गई. उनका कैंप लगना था क्राउन प्लाजा होटल के अंदर, मीटिंग थी, वहीं रहना था, बाड़ेबंदी हो रही थी. उससे जो हालात बने हैं प्रदेश के सामने, वे पूरी तरह वो एक्सपोज़ हो गए. पूरा खेल उनका था और सरकार को टॉपल करने का षड्यंत्र था, जो उन्होंने कर्नाटक में और मध्यप्रदेश में किया, दुनिया जानती है, यही षड्यंत्र राजस्थान में था, जो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है
कांग्रेस का महात्मा गांधी के जमाने का शानदार इतिहास
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमारी डेमोक्रेसी में किसी की हार-जीत की बात नहीं होती बल्कि उद्देश्य क्या है, सिद्धांत क्या हैं, नीतियां क्या हैं, कार्यक्रम क्या हैं इस पर बात होती है. उस पर हम लोग सोचते हैं तो वो कांग्रेस के पक्ष में है. सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का जो शानदार महात्मा गांधी के जमाने का इतिहास है, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, अंबेडकर साहब का बनाया संविधान, 70 साल के बाद भी हमारे यहां लोकतंत्र कायम रहा है. इस देश के अंदर लोकतंत्र आने वाली सदियों तक कायम रहे, ये हमारा सपना रहेगा जिंदगी भर. उसको बचाने के लिए हम सब एकजुट रहेंगे और आप देखेंगे कि पूरा प्रदेश-पूरा देश एकजुट रहेगा.
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सीएम गहलोत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोकतंत्र खत्म करने मंसूबे को किसी कीमत पर पूरा नहीं होने देंगे. ये राहुल गांधी की भी सोच है, सोनिया गांधी की भी सोच है, हम सबकी सोच है. हम सभी उस पर उनके नेतृत्व में चलेंगे और डेमोक्रेसी को बचाने के लिए कितना ही बड़ा संघर्ष करना पड़े, हम नहीं चूकेंगे. वार्ता के अंत में सीएम गहलोत ने कहा ‘ सत्य की जीत होती है.. सत्यमेव जयते, सत्यमेव जयते, सत्यमेव जयते.’