पायलट की वापसी पर गहलोत कैम्प के कई विधायक खफा, ‘दरवाजे पर आए हैं दुत्कार नहीं सकते’- सुरजेवाला

विधायकों को कहना है कि जब बहुमत सरकार के पास था तो बागियों से समझौता करने की जरूरत क्याें पड़ी? अविनाश पांडे ने कहा कि बागियों की वापसी बिना शर्त हुई है, पायलट को छोड़ गहलोत कैम्प में आए विधायकों की नाराजगी ज्यादा

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में पिछले एक महीने से जारी सियासी घमासान पर देखने को विराम भले ही लग गया हो, लेकिन विरोध की आग अभी बुझती नजर नहीं आती. प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप के बाद सोनिया गांधी की रजामंदी पर सचिन पायलट की सुखद वापसी भले ही हो गई हो, लेकिन गहलोत खेमे में पायलट व अन्य बागियों की वापसी को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं. जैसलमेर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए होटल सूर्यागढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक रखी. बैठक में सचिन पायलट की वापसी का मुद्दा छाया रहा.

सीएम गहलोत की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में आलाकमान के फैसले पर विधायकों ने सवाल उठाये. विधायकों को कहना है कि जब बहुमत सरकार के पास था तो बागियों से समझौता करने की जरूरत क्याें पड़ी? इस दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि वो दरवाजे पर आए हैं, इसलिए हम उनको दुत्कार नहीं सकते. इसके साथ ही बैठक में आगे की रणनीति और विधानसभा सत्र पर भी चर्चा की गई. विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव के मुद्दे पर भी बातचीत हुई.

विधायक दल की बैठक में प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि बागियों की वापसी बिना शर्त हुई है. सूत्रों के अनुसार पायलट का साथ छोड़ गहलोत खेमे में आये विधायक पायलट की वापसी पर नाराजगी जता रहे हैं. उनका कहना है कि पायलट से नाराजगी मौल लेकर इधर आए और अब इस फैसले के बाद ‘न घर के रहे न घाट के’. दरअसल, गहलोत गुट के कई विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान के साथ राजनैतिक नियुक्तियों में भी उम्मीद है, लेकिन इस बदले सियासी घटनाक्रम से कइयो के सपने चकनाचूर हो सकते हैं.

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गौरतलब है कि प्रदेश में लगभग एक महीने से चल रहा सियासी संग्राम सोमवार रात करीब-करीब खत्म हो गया है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की मध्यस्था के बाद सचिन पालयट कैम्प की पार्टी में वापसी हो गई. पायलट की ओर से पार्टी फोरम में रखी गई बातों का समाधान निकालने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करने की बात भी पार्टी की ओर से कही गई है.

वहीं मंगलवार शाम जयपुर लौटे सचिन पायलट ने कहा 3 साल बाद चुनाव है. सब MLA चाहेंगे की जीतें, लेकिन जीतेंगे तब जब जनता की समस्याएं दूर करेंगे. पायलट ने कहा कि मेरे दिल में सबके प्रति सम्मान है. मैंने गलती की तो स्वीकार करने की क्षमता रखता हूं. उम्मीद करता हूं दूसरो को भी करनी चाहिए. मैं सरकार में था पर आज नहीं हूं, लेकिन सरकार मेरी भी है. उन्होंने कहा कि जितना सहयोग कर सकता हूं उतना करूंगा. मेरे लिए जो बोला गया दुख तो बहुत हुआ लेकिन मैं चुप रहा. हमारी मांगों में दम है और पार्टी हित में है तो उसको पूरा करना चाहिए.

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बता दें, विधायक दल की बैठक के बाद अब गहलोत खेमे के सभी विधायक बुधवार को जैसलमेर के हाेटल से जयपुर पहुंचेंगे. जानकारी के अनुसार इंडिगो एयरलाइंस के चार्टर विमान से विधायकों को जयपुर लाया जाएगा. चार्टर विमान से दोपहर करीब 12 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. चार्टर विमान में 110 लोगों के बैठने की सीट बताई जा रही है. कांग्रेस के विधायक अन्य कांग्रेसी नेता सहित पदाधिकारी भी जयपुर पहुंचने वाले हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी विधायकों के साथ ही जयपुर पहुंचने की बात कही जा रही है.

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