पॉलिटॉक्स न्यूज/उत्तरप्रदेश. तब्लीकी जमात से निकले लोगों की अस्पतालों में डॉक्टर्स और नर्सिंगकर्मियों के साथ बदसलूकी बदस्तूर जारी है. रविवार देर रात एक जमाती की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे रामा मेडिकल कॉलेज से सरसौल सीएचसी में बने आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट किया गया तो वह हंगामा करने लगा. डॉक्टरों ने समझाने का प्रयास किया तो वह उन पर थूकने व गाली-गलौच करने लगा. जमाती ने खुद को आइसोलेशन वार्ड के कमरे में बंद कर दिया और वह कहने लगा कि मरने से डर नहीं लगता. इस हरकत की शिकायत जब सीएम योगी के पास पहुंची तो उनके जरिए मरीज पर रासुका लगाने की धमकी दी गई, तब कहीं जाकर उसने दरवाजा खोला. वहीं प्रदेश में 7 विदेशी सहित कुल 8 नए जमाती मिलने से फिर से सनसनी फैल गई है. इनमें से सात बांग्लादेशी है. सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए जमात में शामिल होकर कानपुर आया 33 वर्षीय युवक मूलरूप से मेरठ का रहने वाला है. इसे नौबस्ता की खैर मस्जिद से 31 मार्च को बाहर निकाला गया था. कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर उसे रामा मेडिकल कॉलेज में क्वारैंटाइन किया गया था. केजीएमयू से आई रिपोर्ट में जमाती के सैंपल का टेस्ट पॉजिटिव आया, तब उसे सरसौल में बने आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा था. सेंटर में आते ही उसने हंगामा करना शुरु कर दिया और डॉक्टरों से बदसलूकी करने के साथ मेडिकल स्टाफ पर थूकने लगा.
एमपी में जमातियों को ‘मानव बम’ बताते हुए आत्मसमर्पण की हिदायत तो योगी ने दिए रासुका के आदेश
हालांकि मेडिकल टीम ने सुरक्षा किट पहनी थी, इसके बाद भी सभी को सैनिटाइज कराया गया. उसके बाद मुख्यमंत्री से इस बारे में शिकायत की गई. रासुका की धमकी मिलने के बाद मरीज शांत हुआ. वार्ड के बाहर पुलिस को तैनात कर दिया गया है. बीते दो दिन पहले पनकी थाना क्षेत्र स्थित नारायणा कॉलेज बने क्वारैंटाइन वार्ड से मरीजों ने भागने का प्रयास किया था.
वहीं यूपी के सीतापुर जिले के खैराबाद में 8 नए जमाती मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. इनमें से सात बांग्लादेशी और एक महाराष्ट्र से आया हुआ है. सभी तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर वापिस लौटे हैं और सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके बाद खैराबाद कस्बे को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. यहां पर मौजूद कोरंटाइन सेंटर से सभी आठ लोगों को लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजे जाने की तैयारी शुरू हो गई है. इससे पहले इंडोनेशिया के 8 जमातियों को नगीना की मस्जिद से पकड़ा गया था.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 16 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सोमवार को बढ़कर करीब 300 हो गई. किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक संक्रमण के 16 नए मामले सामने आए हैं।
इनमें छह लखनऊ के, आठ सीतापुर के और दो आगरा के मामले हैं. प्रदेश में रविवार तक संक्रमित लोगों की कुल संख्या 278 थी. इनमें से तकरीबन आधे लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे हैं. प्रदेश में कोरोना वायरस से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें बस्ती, मेरठ और वाराणसी का एक-एक व्यक्ति शामिल है. एक ढाई साल के बच्चे की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है.
लॉक डाउन खत्म होने के सात दिन पहले तक देशभर में दोगुनी तेजी से बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या
योगी सरकार भी कोरोना पर सख्ती से काम से लगाम कसने की तैयारी में है. कानपुर में मंगलवार को सख्ती से लॉकडाउन लागू करने का निर्देश दिया गया है. अनवरगंज, बेकनगंज, चमनगंज, बाबूपुरवा, कर्नलगंज व घाटमपुर को रेडजोन घोषित किया गया है. इन सभी इलाकों को सील कर दिया गया है. वहीं डीआईजी अनंतदेव ने कहा कि यहां घरों से निकलने वालों पर लॉकडाउन के उलंघन के आरोप में 5 लाख का जुर्माना लगेगा और एफआईआर भी दर्ज होगी. जरूरी खाद्य सामाग्री को होम डिलीवरी के माध्यम से भेजा जाएगा. जिला प्रशासन ने इसकी पूरी व्यवस्था कर ली है.
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तब्लीगी जमातियों को आड़े हाथों लेते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि जमातियों ने अव्यवस्था और अराजकता फैलाने का प्रयास किया है. बाहर से आए हुए लोगों की वजह से स्थिति संवेदनशील हो गई. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश में 132 मामले केवल तब्लीगी जमात से जुड़े हैं. सीएम ने कहा कि प्रदेश में पिछले 3 दिनों के भीतर सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. तब्लीगी जमात से जुड़े 1499 लोगों को चिन्हित किया गया है जिसमें 385 से ज्यादा विदेशी भी शामिल हैं. हम इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर रहे हैं.