Politalks.News/Rajasthan. कृषि कानूनों के विरोध में रविवार को शहीद स्मारक पर हुए धरने के बाद रात को मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक के साथ ही डिनर का कार्यक्रम हुआ. इस बैठक में कांग्रेसी विधायकों के साथ ही सरकार को समर्थन देने वाले विधायक पहुंचे तो पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ ही सरकार के अन्य मंत्री, विधायक भी शामिल हुए. विधायक, मंत्रियों की बैठक के बीच बनाए गए मंच पर मुख्यमंत्री गहलोत पीसीसी चीफ डोटासरा, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी के साथ पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, उप मुख्य सचेतक भी मौजूद रहे. कई महीनों के अंतराल के बाद सरकार के विधायकों के एकजुट होने के मौके पर सभी ने नए साल की रामा श्यामा करते हुए एक दूसरे की कुशलक्षेम भी पूछी.
मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में विधायकों ने वीसीआर भरना बंद करने, तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले करवाने, कोरोना काल में विधायक कोष पर लगी रोक हटाने के साथ ही बिजली समेत अन्य कई मुद्दे उठाए गए. विधायकों ने अपने अपने क्षेत्रों की समस्याओं के बारे में भी बताया. बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मुख्य सचेतक महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने संबोधित किया. बैठक में केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ 5 जनवरी से गांव गांव जाकर इस कानून की खामियां गिनाने और राज्य सरकार की ओर से किए गए कार्यों की जानकारी देने की रणीनीति पर भी चर्चा की गई.
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बैठक में सभी विधायक, मंत्रियों से कहा गया कि वो जनता के बीच में जाए और उनकी समस्याओं को दूर करने के साथ ही सुशासन के लिए काम करें. करीब आठ महीने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने इस तरह से सभी विधायकों से मुलाकात की. सीएम आवास पर सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी, सरकारी उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी के साथ ही सरकार के मंत्री, विधायक शामिल हुए. डिनर के लिए राउंड टेबल लगाई गईं थीं, जिसमें सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, महेश जोशी और महेंद्र चौधरी ने एक साथ एक ही टेबल पर डिनर किया. बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सेल्फी खिंचवाने को लेकर भी विधायकों में क्रेज नजर आया.