CM के नजदीकी खोड़निया ने दबाव बनवाकर मुझ पर करवाया मुकदमा दर्ज, मैं नहीं हूं गुलाम MLA- घोघरा

मुख्यमंत्री के नजदीक होने के फायदा उठाकर दिनेश खोड़निया संभाग में अपने मन से अधिकारी लगवाते हैं और अपने हिसाब से उनसे काम करवाते हैं, अधिकारियों पर दबाव बनाकर मुझ पर करवाया गया है मुकदमा दर्ज, खोडनिया मुझे रिमोट कण्ट्रोल की जैसे चलाना चाहते हैं, वे चाहते हैं कि विधायक उनके यहां आकर ढोक लगाए, लेकिन ऐसा नहीं होगा... गणेश घोघरा

गणेश घोघरा ने दिनेश खोडनिया को लिया जमकर आड़े हाथ
गणेश घोघरा ने दिनेश खोडनिया को लिया जमकर आड़े हाथ

Politalks.News/Dungarpur/GaneshGhoghra. डूंगरपुर में SDM सहित 22 कार्मिकों को पंचायत भवन में बंधक मामले में कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा द्वारा इस्तीफे की घोषणा के बाद जिले की सियासत गरमा गई है. हालांकि बीते रोज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि हमारा नौजवान साथी बहुत भावुक है, हम घोघरा की समझाइश करेंगे और जल्द सब ठीक हो जाएगा. इस बीच विधायक गणेश घोघरा ने आज एक प्रेस वार्ता कर खुद के ऊपर लगे अधिकारियों को बंधक बनाने के आरोपों को नकारते हुए कांग्रेस के निवर्तमान जिला अध्यक्ष दिनेश खोड़निया पर जमकर निशाना साधा. घोघरा ने खोडनिया पर अधिकारियों पर दबाव बनाकर मुकदमा दर्ज करवाने और उन्हें फेल करने के आरोप लगाए. यही नहीं विधायक घोघरा ने कहा कि खोडनिया मुझे रिमोट कण्ट्रोल की जैसे चलाना चाहते हैं, वे चाहते हैं कि विधायक उनके यहां आकर ढोक लगाए, लेकिन ऐसा नहीं होगा मैं कोई गुलाम एमएलए नहीं हूं.

दरअसल, डूंगरपुर एसडीएम सहित 22 कार्मिकों को बंधक मामले में विधायक गणेश घोघरा सहित 60 लोगों के खिलाफ मुकदमा और उसके बाद विधायक घोघरा द्वारा अपने पद से इस्तीफे की घोषणा के बाद से डूंगरपुर कांग्रेस में सियासत अपने चरम पर है. बिछीवाड़ा पंचायत समिति के कांग्रेस प्रधान देवराम रोत और पूर्व प्रधान राधा घाटिया ने बीते रोज गुरुवार को विधायक गणेश घोघरा के इस फैसले को राजनितिक स्टंट बताया था, इस पर आज एक बार फिर डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता की. पत्रकार वार्ता की शुरुआत में पहले विधायक घोघरा ने डूंगरपुर प्रशासन को जमकर आड़े हाथों लिया. घोघरा ने कहा की कलेक्टर और एसपी के द्वारा एसडीएम और 22 कार्मिकों को बंधक बनाने की गलत रिपोर्ट भेजी गई है.

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अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि उनके सुरपुर पंचायत पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने पंचायत भवन में ताला लगा दिया था. उन्होंने किसी को बंधक नहीं बनाया था. वे सिर्फ ग्रामीणों की मांग के समर्थन में धरने पर बैठे थे. विधायक घोघरा ने जिला कलेक्टर और एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर और एसपी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए डूंगरपुर तहसीलदार पर दबाव बनाया और तहसीलदार को सस्पेंड करने की धमकी देकर जबरदस्ती मुकदमा दर्ज करवाया है.

इसके साथ ही मीडिया से वार्ता के दौरान डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने कांग्रेस के निवर्तमान जिला अध्यक्ष दिनेश खोडनिया को भी जमकर आड़े हाथों लिया. घोघरा ने दिनेश खोडनिया पर अधिकारियों पर दबाव बनाकर मुकदमा दर्ज करवाने और उन्हें फेल करने के आरोप लगाए. इसके साथ ही घोघरा ने दिनेश खोड़निया पर उदयपुर संभाग में कांग्रेस के नेताओं को लड़ाने और कांग्रेस को कमजोर करने के आरोप लगाये. वहीं, विधायक घोघरा ने कहा कि दिनेश खोड़निया सीएम के नजदीक होने के फायदा उठाकर संभाग में अपने मन से अधिकारी लगवाते हैं और अपने हिसाब से उनसे काम करवाते हैं. विधायक गणेश घोघरा यहीं नहीं रुके बल्कि कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष दिनेश खोडनिया पर कांकरी डूंगरी उपद्रव में भी हाथ होने के आरोप भी घोघरा ने लगाए.

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बात यहीं रुक जाती तो भी ठीक थी, लेकिन इसके बाद विधायक गणेश घोघरा ने अपने बयान में निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश खोडनिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि खोडनिया मुझे रिमोट कण्ट्रोल की जैसे चलाना चाहते हैं, वे चाहते हैं कि विधायक उनके यहां आकर ढोक लगाए, वे जहां चाहे वहां विधायक बैठे, लेकिन ऐसा नहीं होगा मैं गुलाम एमएलए नहीं हूं. उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें चुना है और वे जनता के लिए काम करेंगे.

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