पॉलिटॉक्स न्यूज. राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशभर के 31 लाख पंचायतों के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की. प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले सभी सरपंचों को पंचायतीराज दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि कोरोना ने संकट की घड़ी में हमें एक बड़ा संदेश दिया है कि हमें अब आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना ने हम सभी के काम करने के तरीके को बहुत बदल दिया है. पहले हम किसी कार्यक्रम को आमने सामने रहकर किया करते थे लेकिन आज वही काम वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से करना पड़ रहा है.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने ग्राम स्वामित्व योजना का शुभारंभ करते हुए ई-ग्राम पंचायत स्वराज पोर्टल और मोबाइल एप लॉन्च किए. इस पोर्टल एवं एप से किसी भी ग्राम और पंचायत की जानकारी एक क्लिक से मिल सकेगी. एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
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पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट ने अपना सबसे बड़ा संदेश, अपना सबसे बड़ा सबक हमें दिया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा. गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बने. जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने, अब ये बहुत आवश्यक हो गया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह कोरोना ने नई नई मुसीबत पैदा कर दी है, ऐसे में बिना आत्मनिर्भर बने हम कोरोना जैसे संकट से नहीं उबर पाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के बीच गांवों में रहने वाले लोगों ने अपने संस्कारों और परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए हैं. गांवों में आया अपडेट बड़े विद्वानों के लिए भी प्रेरणा देने वाला रहा है. आप सभी ने दुनिया को ‘दो गज दूरी’ और ‘दो गज देह की दूरी’ का मंत्र भी भली भांति सिखाया है. एक दौर वो भी था जब देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं, अब सवा लाख पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंच चुका है. गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख को पार कर रही है.
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पीएम मोदी ने कहा कि ये आपके ही प्रयास है जिनकी आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि भारत ने कोरोना को किस तरह से जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच, अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय, उनसे लोहा ले रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही है लेकिन संकल्प का सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है.
क्या है ग्राम स्वामित्व योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायतीराज दिवस के मौके पर ग्राम स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के तहत देश के सभी गांवों में ड्रोन के माध्यम से गांव की हर संपत्ति की मैपिंग की जाएगी. इसके बाद उस संपत्ति का मालिकाना प्रमाण पत्र दिया जाएगा. इस योजना के जरिए संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म हो जाएंगे. साथ ही गांव में विकास योजनाओं की प्लानिंग में भी मदद मिलेगी.
इस योजना के बाद शहरों की तरह गांवों में भी ग्रामीण बैंकों से लोन ले सकेंगे. इसके लिए ग्रामीणों से न्यूनतम डॉक्युमेंट मांगे जाएंगे. ग्राम स्वामित्व योजना के लागू होते ही गांवों में संपत्ति को लेकर जो स्थिति वर्तमान में बनी हुई है, उसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकेगा.