हरियाणा: योग करने के बाद मैट लूट कर ले गए लोग
आज विश्व योग दिवस है. 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने का ऐलान किया था. यह संयुक्त राष्ट्र के घोषित करने के बाद पांचवा योग दिवस है. आज योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची में लगभग 40 हजार लोगों के साथ योग किया. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के रोहतक में हुए योग कार्यक्रम में भाग लिया.
शाह के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी योग किया. योग दिवस के मौके पर राज्य सरकार की तरफ से विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. लेकिन जैसे ही योग कार्यक्रम समाप्त हुआ, कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई. योग करने के लिए आए हुए लोग बिछाई गई योगा मैट को लेकर भागने लगे. कई लोग तो ऐसे रहे कि दस-दस योगा मैट को अपने साथ ले गए. हालांकि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन लुटेरों पर पुलिस को कोई फर्क नहीं पड़ा.
मोदी सरकार ने लोकसभा में पेश किया तीन तलाक के खिलाफ विधेयक
लोकसभा में आज तीन तलाक को गैर-कानूनी ठहराने वाला विधेयक पेश किया गया. सरकार के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद इस बिल को संसद में पेश किया. इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. विरोध के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मत विभाजन कराया गया. बिल पेश करने के समर्थन में 186 जबकि विरोध में 74 वोट पड़े.
एआईएमआईएम पार्टी के अध्यक्ष असुद्दीन ओवेसी ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि अगर कोई आदमी गिरफ्तार हो जाता है तो वह जेल से भत्ता कैसे देगा? सरकार का कहना है कि अगर कोई मुस्लिम व्यक्ति इस अपराध को करता है तो विवाह बरकरार रहेगा और अगर उसे अदालत द्वारा दंडित किया जाता है तो उसे 3 साल की जेल होगी. वह 3 साल के लिए जेल जाएगा लेकिन शादी बरकरार रहेगी! मोदीजी कैसा कानून बना रहे हैं?
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ओवैसी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘आज बहुत पीड़ा की बात है कि ओवैसी तीन तलाक का विरोध कर रहे हैं. आज पूरी कांग्रेस विरोध कर रही है, जबकि इससे पहले जब बिल पेश हुआ था तो कांग्रेस ने विरोध नहीं किया था. इतनी बड़ी हार के बाद क्या कांग्रेस पार्टी नहीं समझी?. यह बिल धर्म का नहीं बल्कि महिलाओं के न्याय के लिए है. कांग्रेस इंसाफ के खिलाफ है. हम इसे लोकसभा में भी पारित कराएंगे और राज्यसभा में भी ले जाएंगे. आज कांग्रेस के रुख की हम भर्त्सना करते हैं.’
आपको बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी तीन तलाक के खिलाफ विधेयक लाया गया था. बहुमत होने की वजह से यह लोकसभा में तो पारित हो गया राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के कारण यह बिल अटक गया. पॉलिटॉक्स पहले भी यह कह चुका है कि बीजेपी के सामने लोकसभा में तीन तलाक विधेयक को पास कराने में कोई समस्या नहीं है, क्योंकि सदन में बीजेपी के 303 सांसद है जो बहुमत के आंकड़े से कहीं ज्यादा हैं. सरकार को इस बिल को पास कराने में असल चुनौती राज्यसभा में आने वाली है क्योंकि वहां एनडीए बहुमत से दूर है. एनडीए का घटक दल जेडीयू पहले ही बिल का विरोध कर रहा है. मुमकिन है कि पिछली बार की तरह यह बहुप्रतिक्षित बिल राज्यसभा में गिर सकता है.
आमेर विधायक सतीश पूनिया संभालेंगे राजस्थान में बीजेपी की कमान!
लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी ने पार्टी के प्रदेश संगठन में संतुलन स्थापित करने की कवायद शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व राजस्थान में बीजेपी की कमान सतीश पूनिया के हाथों में सौंपने के बारे में मन बना लिया है. पूनिया वर्तमान में आमेर से विधायक हैं और संगठन में उनके पास प्रदेश प्रवक्ता का जिम्मा है. जानकारी के मुताबिक पूनिया को आने वाले कुछ दिनों में मदन लाल सैनी की जगह प्रदेशाध्यक्ष बनाया जा सकता है. पूनिया संघ पृष्ठभूमि से हैं और उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है. वे लगातार चार बार बीजेपी के प्रदेश महामंत्री रहे हैं.
प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए सतीश पूनिया का नाम सोशल इंजीनियरिंग के तहत सामने आया है. पहले इस पद के लिए जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के नाम पर मंथन हो रहा था, लेकिन जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद ये दोनों रेस में पिछड़ गए. पार्टी नेतृत्व का मानना है कि शेखावत को कैबिनेट मंत्री बनाने के बाद किसी राजपूत नेता को प्रदेशाध्यक्ष बनाना सोशल इंजीनियरिंग के हिसाब से ठीक नहीं रहेगा.
कोटा सांसद ओम बिड़ला के लोकसभा अध्यक्ष और बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल के राज्यमंत्री बनने के बाद सतीश पूनिया का नाम तेजी से उभरकर सामने आया. हालांकि पूनिया जिस जाट बिरादरी से आते हैं उसे भी मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिली है. बाड़मेर सांसद कैलाश चौधरी को राज्यमंत्री बनाया गया है, लेकिन प्रदेश में जाटों का बाहुल्य देखते हुए इसे पर्याप्त नहीं माना जा रहा है.
पार्टी ने सतीश पूनिया के नाम के अलावा किसी ब्राह्मण नेता को प्रदेशाध्यक्ष बनाने पर भी विचार किया, लेकिन कोई उपयुक्त चेहरा नहीं मिला. जो नाम सामने आए उनमें कोई ऐसा नहीं था जिस पर मोदी, शाह और संघ, तीनों भरोसा कर सकें. पार्टी ब्राह्मणों को प्रतिनिधित्व देने के लिए किसी सांसद को मोदी मंत्रिमंडल में जगह दे सकती है. इसके लिए चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी का नाम चर्चा में है.
नेपाल ने भारत की सब्जी और फलों पर लगाई रोक
नेपाल ने भारत से आयातित फलों और सब्जियों पर भी रोक लगा दी है. अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक नेपाल ने फल और सब्जियों की आवक पर नेपाल भंसार ने लैब टेस्ट की अनुमति के बिना देश में प्रवेश पर रोक लगा दी है. आपको बता दें कि नेपाल के महानगरों में केमिकलयुक्त फल और सब्जियों के सेवन से हजारों बच्चे बीमार हो गए हैं.
अखबार के अनुसार शुक्रवार की सुबह भैरहवा भंसार कार्यालय की ओर से कच्चे माल के एजेंट और व्यापारियों को सूचना दी गई कि आम, सेव, संतरा, अंगूर, तरबूज जैसे फल और लौकी, परवर, टमाटर, बैंगन, आलू जैसी सब्जियां बिना लैब की अनुमति के पास नहीं होंगी. यह जानकारी मिलते ही ट्रक लेकर पहुंचे व्यापारियों में खलबली मच गई. उन्होंने गाड़ियों को व्यापारी भारतीय सीमा में ही खड़ा कर दिया.
व्यापारी सेराज खान, सहजादे, दीपक, अंजनी आदि ने अमर उजाला को बताया कि नेपाल सरकार की तरफ से जिस जांच रिपोर्ट की बात की जा रही है उसके लिए काठमांडू जाना पड़ेगा. छोटे किसान एक पिकप सब्जी का भंसार कराने वहां नहीं जा सकते. इसके लिए बेलहिया में जांच कार्यालय खोलना चाहिए ताकि दिक्कत न हो, लेकिन नेपाल सरकार ने बिना सोचे-समझे ऐसा फरमान जारी कर दिया. ऐसे में आसपास के जिलों से आए ट्रक तो वापस हो गए, लेकिन दूर से आए ट्रक सीमा पर खड़े हैं.
भैरहवा कस्टम चीफ कमल भटराई ने अखबार को बताया कि नेपाल सरकार का निर्देश है कि बिना टेस्ट रिपोर्ट के कोई भी कच्चा सामान, फल और सब्जियां सीमा से पास नहीं किया जाएगा. किसानों और व्यापारियों की समस्या को देखते हुए उच्चाधिकारियों से वार्ता हुई है. शनिवार को अधिकारी यहां पहुंच रहे हैं. उसके बाद अंतिम निर्णय होगा. गौरतलब है कि नेपाल में प्रतिदिन 30 बड़े ट्रक से फल और 70 छोटी-बड़ी गाड़ियों से सब्जियों की आपूर्ति होती है. जिन स्थानों से यहां कच्चा माल, फल और सब्जियां लाई जाती हैं उनमें कर्नाटक, नागपुर, भोपाल, कानपुर, बस्ती, बनारस, गोरखपुर, आनंदनगर, महराजगंज आदि शामिल है.
देश की सबसे खुबसूरत सांसद नुसरत जहां ने की निखिल जैन से शादी
बंगाल की बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुनी गई खुबसूरत अदाकारा नुसरत जहां ने 19 जून को अपने बॉयफ्रेंड निखिल जैन से शादी कर ली. शादी की जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर दी है. निखिल जैन कोलकाता के बड़े कारोबारी हैं. निखिल और नुसरत की पहली मुलाकात कोलकाता में दुर्गा पूजा के दौरान हुई थी. डेस्टिनेशन वेडिंग का दौर है तो नुसरत ने शादी के लिए तुर्की के शहर बोडरम को चुना. विवाह हिंदू रीति-रिवाज से संपन्न हुआ है. नुसरत के साथ उनकी साथी सांसद मिमी चक्रवती भी शामिल हुईं. रिसेप्शन 5 जुलाई को अब कोलकाता में होगा.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने नुसरत जहां को बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था. उन्होंने बीजेपी सायंतन बसु को साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. हालांकि शादी की वजह से नुसरत सांसद पद की शपथ नहीं ले पाई. अब सदन में आने पर नुसरत को पद व गोपनियता की शपथ दिलाई जाएगी. नुसरत ने जीत के बाद कहा था, ‘मैने बंगाली फिल्मों के माध्यम से बंगाल का दिल जीता है. अब सदन में अपने काम के माध्यम से पूरा देश का दिल जीतना चाहती हूं.’
नुसरत की शादी पहले कादर खान नाम के एक शख्स से होने वाली थी लेकिन कादर पर एंग्लो इंडियन महिला से रेप के आरोप के चलते दोनों के रिश्तों में खटास आई. हालांकि रेप मामले में नुसरत पर भी आरोप लगे, लेकिन उनके खिलाफ पुलिस को कुछ ठोस साक्ष्य नहीं मिले.