‘नानी के घर जाऊंगा दूध मलाई खाऊंगा’- राहुल के इटली जाने पर BJP के तंज पर कांग्रेस ने भी दिया जवाब

राहुल गांधी अपनी नानी से मिलने गए हैं, इसमें क्या गलत है- वेणुगोपाल, वहीं हनुमान बेनीवाल को लेकर साधी पूनियां ने चुप्पी जबकि कांग्रेस को लेकर बोले यह महात्मा गांधी की नहीं अब वाड्रा की कांग्रेस है

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Politalks.News/Rajasthan. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कल अपना 135वां स्थापना दिवस मनाया, लेकिन कांग्रेस की स्थापना दिवस से ठीक एक दिन पहले पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गांधी इटली दौरे पर निकल गए. इसे लेकर भाजपा नेताओं ने उन पर तंज कसना शुरू कर दिया है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने इसे हास्यास्पद करार दिया तो वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि वे राजनीति को पार्ट टाइम जॉब की तरह ले रहे हैं.

सतीश पूनियां ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर हुई एक प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी के विदेश दौरे को लेकर कहा कि इतनी बड़ी पार्टी के नेता स्थापना दिवस पर अपनी नानी के घर गए हैं. पूनियां ने तंज कसते हुए कहा- ‘नानी के घर जाऊंगा, दूध मलाई खा लूंगा’ की तर्ज पर वो नानी के घर चले जाएं तो उसका अपना मसला है, लेकिन इस बारे में तो अब कांग्रेस के लोगों को ही सोचना होगा कि क्या होना चाहिए.’

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वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी ट्विटर के जरिए लिखा कि एक और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी (भाजपा) का स्थापना दिवस मनाया जाता है, वहीं दूसरी और नेतृत्वविहीन कांग्रेस है, जिसके सर्वेसर्वा राहुल गांधी स्थापना दिवस के मौके पर अपनी ही पार्टी को बीच मझधार में छोड़ कर व्यक्तिगत विदेश यात्रा पर चले गए. राठौड़ ने कहा- ‘कोरोना की चुनौती के समय में भी युवराज ‘न्यू ईयर सेलिब्रेशन’ मनाना नहीं भूले, वाकई में राहुल गांधी राजनीति को लेकर गंभीर हैं या इसे पार्ट टाइम जॉब की तरह ले रहे हैं.’

दूसरी तरफ राहुल गांधी के इटली जाने को लेकर जब इस तरह के तंज शुरू तो इसके जवाब में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी अपनी नानी से मिलने गए हैं, क्या यह ग़लत है? व्यक्तिगत दौरे करने का अधिकार सभी को है. भाजपा निम्न स्तर की राजनीति कर रही है. वे राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं क्योंकि वे केवल एक नेता को निशाना बनाना चाहते हैं.

हनुमान बेनीवाल पर साधे रख चुप्पी

हनुमान बेनीवाल द्वारा एनडीए से गठबंधन तोड़ने और बीजेपी पर लगातार निशाना साधने से जुड़े सवाल पर सतीश पूनियां ने कहा कि इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि लोकतंत्र में कई पार्टियां होती हैं और सबकी अपनी अपनी सोच होती है. मामले में कोई टिप्पणी करना या उसकी विवेचना करना उचित नहीं होगा. पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के बीजेपी और संघ से को लेकर आए बयान पर उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से कांग्रेस अपने पापों और नाकामियों को छुपा नहीं सकती.

सतीश पूनियां ने आगे कहा कि अब कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की पार्टी नहीं रही, यह सही मायने में अब वाड्रा की कांग्रेस है, इसलिए देश की जनता का इस वाड्रा कांग्रेस से मोहभंग हो गया है. यही वजह है कि मोदी सरकार के राष्ट्रवाद और विकास के विचार से प्रभावित होकर आज कांग्रेस के कई प्रमुख लोग भाजपा परिवार में शामिल हुए हैं.

वहीं धर्मांतरण मामले को लेकर सतीश पूनियां ने कहा कि अलवर में मेमचन्द जाटव को जबरन धर्मांतरण के लिए मजबूर और प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है, मुझे लगता है कि राजस्थान सहित देशभर में धर्मांतरण के लिए सुनियोजित षड्यंत्र है. पूनियां ने कहा राजस्थान में कानून व्यवस्था एक बड़ी चुनौती बन चुकी है. मेवात में गैर कानूनी गतिविधियां बढ़ रही है, अवैध हथियारों की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन प्रदेश के मुखिया के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही.

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