समाजवादी पार्टी के लोकसभा सांसद आजम खान के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं. शायद यही वजह है कि परेशानियां उनका पीछा नहीं छोड़ रहीं. हाल में आजम खान पहले लोकसभा में विवादित टिप्पणी के चलते सुर्खियों में रहे. बाद में उनके बेटे अब्दुल्ला को पासपोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश करने के मामले में हिरासत में लिया गया. अब उन पर जमीन कब्जाने के मामले में एक और मामला दर्ज हुआ है. इस मामले के बाद आजम खान पर जमीन हड़पने के कुल 27 मामले दर्ज हो चुके हैं.
इससे पहले शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आजम खान पर कार्रवाई की और अब आजम खान पर मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत केस दर्ज किया है. आजम खान पर अब करोड़ों रुपये के जमीन घोटाले का आरोप है. वहीं यूपी सिंचाई विभाग ने आजम खान को रामपुर में लग्जरी रिसॉर्ट ‘हमसफर’ के लिए सरकारी जमीन कब्जाने को लेकर नोटिस भी जारी किया है.
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दूसरी ओर, आजम खान की निजी रामपुर स्थित मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी भी विवादों में चल रही है. एक ओर यूनिवर्सिटी के खाते में विदेशों से दान मिलने से संबंधित कथित धनशोधन के आरोपों की जांच भी चल रही है. यहां से 150 साल पुराने ऐतिहासिक इस्लामिक ग्रंथ भी मिले हैं जो मदरसा आलिया से चोरी हो गए थे. छापेमारी में पुलिस ने उन किताबों को विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी से बरामद किया है.
इससे पहले आजम खान लोकसभा में बीजेपी सांसद रमा देवी पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी करने के चलते जमकर सुर्खियों में रहे. एक बार तो उनपर निलंबन की कार्यवाही होने तक की नौबत आ खड़ी हुई लेकिन बाद में सदन में सार्वजनिक माफी मांगने पर हंगामा खत्म हुआ.
इन सबसे अलावा, रामपुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा ने भी आजम खान के निर्वाचन को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है. जयाप्रदा ने निर्वाचन याचिका दाखिल कर रामपुर सांसद आजम खान की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की है. जया प्रदा की तरफ से दाखिल इस याचिका में लोकसभा चुनाव में आजम खान की तरफ से की गई बदजुबानी को भी आधार बनाया गया है.