पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कोरोना कहर के चलते जारी लॉकडाउन का सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब एवं वंचित तबके पर पडा है. लॉकडाउन के कारण पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं और लोगाें के पास रोजगार नहीं है. लॉकडाउन के कारण केन्द्र एवं राज्यों को मिलने वाले राजस्कामव में भी भारी कमी आई है. देश की अर्थव्यवस्था पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ा है और उद्योगों को भी काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में राजस्थान सरकार स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी लड़ाई लड़ रही है.
पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं और लोगाें के पास रोजगार नहीं है। लॉकडाउन के कारण केन्द्र एवं राज्यों को मिलने वाले राजस्व में भारी कमी आई है। अर्थव्यवस्था पर गंभीर विपरीत प्रभाव पड़ा है और उद्योगों को भी काफी नुकसान हुआ है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 18, 2020
शनिवार को हुई ऑनलाइन प्रेसवार्ता के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि एफसीआई के गोदाम गेहूं से भरे हुए हैं, ऐसे में केन्द्र सरकार को चाहिए कि ऐसे सभी लोगों को जिन्हें जरूरत है उन्हें गेहूं उपलब्ध कराये चाहे उनके पास राशन कार्ड हो अथवा नहीं हो. इसके अलावा जो लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कवर नहीं भी हैं उन्हें भी गेहूं उपलब्ध कराया जाये ताकि किसी को भी भूखा नहीं सोना पड़े.
FCI के गोदाम गेहूं से भरे हुए हैं, ऎसे में केन्द्र सरकार को चाहिए कि ऐसे सभी लोगों को जिन्हें जरूरत है उन्हें गेहूं उपलब्ध कराये चाहे उनके पास राशन कार्ड हो अथवा नहीं हो।
इसके अलावा जो NFSA के तहत कवर नहीं भी हैं उन्हें भी गेहूं उपलब्ध कराया जाये ताकि किसी को भी भूखा न सोना पड़े— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 18, 2020
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे बताया कि फिलहाल हमारी पहली प्राथमिकता कोविड-19 के संक्रमण को पूरी तरह से रोकना है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियां संचालित हो सकें इसके भी प्रयास किये जा रहे हैं. प्रदेश में 20 अप्रैल से शुरू होने वाले मॉडिफाइड लॉकडाउन के दौरान केन्द्र सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करते हुए सोशल डिस्टेंन्सिग के साथ औद्योगिक गतिविधियां संचालित हों यह सुनिश्चित किया जाएगा.
फिलहाल हमारी पहली प्राथमिकता कोविड-19 के संक्रमण को पूरी तरह से रोकना है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियां संचालित हो सकें इसके भी प्रयास किये जा रहे हैं।
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आर्थिक हालात सुधारने के लिए मिलकर काम करना होगा
अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केन्द्र एवं राज्यों को मिलकर काम करना होगा. लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया भी चरणबद्ध तरीके से लागू करनी होगी ताकि आर्थिक गतिविधियाें के संचालन के साथ ही वायरस का संक्रमण रोकने में अभी तक जो सफलता मिली है उसे बरकरार रखा जा सके.
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केन्द्र एवं राज्यों को मिलकर काम करना होगा। लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया भी चरणबद्ध तरीके से लागू करनी होगी ताकि आर्थिक गतिविधियाें के संचालन के साथ ही वायरस का संक्रमण रोकने में अभी तक जो सफलता मिली है उसे बरकरार रखा जा सके।
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दिल्ली की टीम ने भी की राजस्थान मॉडल की तारीफ
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे बताया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये राजस्थान मॉडल के तहत जो काम हो रहा है और ज्यादा से ज्यादा संख्या में टेस्ट किये जा रहे हैं, उसकी तारीफ दिल्ली से आई टीम ने भी की है. जयपुर में शनिवार को कई लोगों के रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किए गये. अभी तक प्रदेश में 47 हजार से भी अधिक जांचें की गई हैं और पॉजिटिव पाये गये मरीजों को ठीक करने में हमें काफी सफलता मिली है. प्रदेशभर में फिलहाल आईसीयू में 6 मरीज हैं, जबकि 942 अन्य मरीजों का सामान्य वार्डों में ईलाज चल रहा है. अभी तक 183 मरीज ठीक हो चुके है उनमें से 83 को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया है.
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये राजस्थान मॉडल के तहत जो काम हो रहा है और ज्यादा से ज्यादा संख्या में टेस्ट किये जा रहे हैं,उसकी तारीफ दिल्ली से आई टीम ने भी की है।जयपुर में शनिवार को कई लोगों के रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किए गये। अभी तक प्रदेश में 47000 से भी अधिक जांचें की गई हैं
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कोरोना वॉरियर्स के साथ दुर्व्यवहार निंदनीय
सीएम गहलोत ने टोंक में शुक्रवार को पुलिस कर्मियों पर हुए हमले के सवाल पर कहा कि सरकारी कर्मचारी एवं पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं, ऐसे में कोरोना वॉरियर्स के साथ किसी भी तरह के दुर्व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए. टोंक में हुई घटना पर सख्त कार्यवाही करते हुए प्रशासन ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे प्रदेश में ऐसे प्रकरणों में 191 लोग अभी तक गिरफ्तार किए गए हैं.
सरकारी कर्मचारी, पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं, उनके साथ किसी भी तरह के दुर्व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए।टोंक में हुई घटना पर सख्त कार्यवाही करते हुए सरकार ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।प्रदेश में ऐसे प्रकरणों में 191 लोग गिरफ्तार किए गए हैं
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धर्म, जाति एवं समुदाय की भावना से ऊपर उठना होगा
सीएम गहलोत ने आगे प्रदेश वासियों से अपील करते हुए कहा कि इस महामारी से लड़ी जा रही जंग को जीतने के लिए हमें धर्म, जाति, समुदाय एवं राजनीति की भावना से ऊपर उठकर साथ मिलकर काम करना होगा और इस बात का ध्यान रखना होगा कि देश और प्रदेश में किसी भी तरह का नफरत का माहौल पैदा नहीं हो.
आमजन से अपील है कि इस महामारी से लड़ी जा रही जंग को जीतने के लिए हमें धर्म, जाति, समुदाय एवं राजनीति की भावना से ऊपर उठकर साथ मिलकर काम करना होगा और इस बात का ध्यान रखना होगा कि देश और प्रदेश में किसी तरह का नफरत का माहौल पैदा नहीं हो।
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सार्वजनिक स्थल पर थूकने की आदत बदलें
मुख्यालय अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना से लडाई में सोशल डिस्टेंन्सिग की पालना करने के साथ ही प्रदेशवासियों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि गुटखा व जर्दा खाकर सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकें. सीएम गहलोत ने आगे बताया कि यूरोपीय देशों एवं खाड़ी देशों में सार्वजनिक स्थल पर थूकना एक अपराध है और ऐसे लोगों पर भारी जुर्माना लगाया जाता है. इससे वहां अब लोगों की आदतें बदल गई हैं. राजस्थान सरकार की भी मंशा है कि यहां लोग तंबाकू, गुटखा या पान खाकर राह चलते कहीं भी थूकने की आदत बदलें. इस दौरान सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि राजस्थान सरकार गुटखे को बैन भी कर सकती है. इसके लिए अलग से योजना बनाई जायेगी.
कोरोना से लडाई में सोशल डिस्टेंन्सिग की पालना करने के साथ ही प्रदेशवासियों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि गुटखा/जर्दा खाकर सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकें। यूरोपीय देशों एवं खाड़ी देशों में सार्वजनिक स्थल पर थूकना एक अपराध है और ऎसे लोगों पर भारी जुर्माना लगाया जाता है।
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