गुजरात की दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनावों को लेकर कांग्रेस कोई रिस्क नहीं चाहती. इसी बीच कुछ विधायकों के इस्तीफे देकर बीजेपी में शामिल होेने की अटकलों के बीच दो दिन के लिए गुजरात कांग्रेस के करीब 69 विधायकों को पालमपुर के पास बालाराम रिसोर्ट में रोका जा रहा है. ये सभी विधायक यहां किसी पिकनिक के लिए नहीं बल्कि बाड़ाबंदी के लिए आ रहे हैं. शाम तक करीब-करीब सभी कांग्रेसी विधायक यहां पहुंच जाएंगे. अगले दो दिन तक इन सभी विधायकों को यहां ठहराया जाएगा. पालनपुर भारत के गुजरात प्रान्त का एक शहर है जो अरावली श्रृंखला और काठियावाड़ प्रायद्वीप के बीच की निम्नभूमि पर स्थित है.
दरअसल अल्पेश ठाकोर के एक बयान के चलते ऐसा हो रहा है. अल्पेश ठाकोर ने कहा है कि कांग्रेस के 18 विधायक कभी भी पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं. फिलहाल कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कुर्सी खाली पड़ी है क्योंकि राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा दे दिया है.
ऐसे में पार्टी के दिग्गज़ नेता अहमद पटेल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात की डूबती नैया पार लगाने की जिम्मेदारी दी है. गुजरात विधानसभा चुनाव में गहलोत की दूरदर्शिता का ही नतीजा था कि मोदी के गढ़ रहे गुजरात में कांग्रेस ने 77 सीटें जीत विधानसभा में बीजेपी के सामने विधायकों की एक उंची दिवार खड़ी कर दी है.
अल्पेश ठाकोर के बयान को कांग्रेस हल्के में नहीं लेना चाहती. यही वजह है कि सभी गुजरात विधायकों को पालनपुर बुलाया गया है. आज शाम तक करीब-करीब सभी कांग्रेसी विधायक यहां पहुंच जाएंगे. उसके बाद अगले दो दिन तक करीब-करीब इन सभी नेताओं को बाड़बंदी के घेरे में रखा जाएगा. अशोक गहलोत भी शाम तक दिल्ली से जयपुर लौट आएंगे. हो सकता है कि गहलोत खुद भी इन नेताओं के साथ रहें या अपने विश्वस्त लोगों को इन सभी के आसपास रहने को कहा जाए.