नागरिकता कानून के विरोध में रविवार को दिल्ली के जामिया इलाके में जमकर हिंसा हुई. रविवार देर शाम प्रदर्शनकारियों ने कई बसें और बाइक फूंक दी. उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. देर रात दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के आदेश के बाद हिरासत में लिए गए जामिया मिलिया के सभी 35 छात्रों को पुलिस ने छोड़ दिया. इसके अलावा न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखे गए छात्रों को भी छोड़ दिया गया. पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए सभी 50 छात्रों को रिहा कर दिया गया है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सभी मेट्रो स्टेशन को खोल दिया गया है. सभी स्टेशन पर अब मेट्रो सेवा सामान्य रूप से चल रही हैं. बता दें कि कल जामिया में हिंसा के चलते दिल्ली पुलिस की सलाह पर सुखदेव विहार स्टेशन के एंट्री और एग्जिट दोनों गेट बंद कर दिए गए थे. इसके साथ ही आश्रम मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर तीन और जामिया मिल्लिया इस्लामिया, ओखला विहार, जसोला विहार, शाहीन बाग स्टेशन को बंद किया गया था.
वहीं सुबह से जामिया विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं अपने हॉस्टल और विश्वविद्यलाय छोड़ कर अपने घर जा रही हैं. छात्राओं का कहना है कि हमें डर है कि फिर से हिंसा हो सकती है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए एक छात्रा ने कहा कि अगर हम अपने हॉस्टल और लाइब्रेरी में ही सुरक्षित नहीं हैं तो कहां जाएं? खल हम लोग कैंपस में चाय पी रहे थे, मैगी खा रहे थे तभी अचानक पुलिस का हमला हो गया. हमारे साथियों को बुरी तरह पीटा गया.
बता दें, घटना पर कांग्रेस ने देर रात रात 11.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार को पुलिस कार्रवाई के लिए दोषी ठहराया. रात 12 बजे के करीब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद छात्रों को समर्थन देने पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचे. वहीं, जामिया में हुई झड़प में साउथ ईस्ट डीसीपी चिन्मय बिस्वाल, एडिशनल डीसीपी साउथ, 2 एसीबी, 5 एसएचओ और इंसपेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.इसके अलावा होली फैमिली अस्पताल में कुल 51 छात्र भर्ती कराए गए थे. जिनमें से 41 छात्रों को मामूली उपचार के बाद वापस भेज दिया गया है. जबकि 10 अन्य छात्र अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.
इससे पहले तोड़ फोड़, नोएडा से न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी की तरफ आ रही बसों में की गई. कुछ सरकारी बसों में यात्री बैठे हुए थे, तभी अचानक भीड़ ने लाठी-डंडों और पत्थरों से बस पर हमला कर दिया. कई बसों और बाइकों में आग लगा दी. जिसके बाद बाहर खड़े राहगीर भी मौके से भागते नजर आए. प्रदर्शन दिल्ली के ओखला, जामिया और कालिंदी कुंज वाले इलाके में हुआ. हिंसक झड़प में 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.