Taranjit Singh Sandhu Latest News – तरनजीत सिंह संधू भारतीय विदेश सेवा के सेवानिवृत्त राजनयिक है, साथ ही अब वे पंजाब भाजपा के सक्रिय नेता भी है. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था बावजूद इसके उनके कौशल और अनुभव को देखते हुए मोदी सरकार ने उन्हें विदेशी डेलिगेशन में शामिल किया. उनके डेलिगेशन ने पांच महत्वपूर्ण देशो, अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया का दौरा किया. डेलिगेशन का नेतृत्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने किया. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि तरनजीत सिंह संधू संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के 28वें राजदूत के रूप में काम कर चुके है. वे डोनाल्ड ट्रम्प के पहले शासन काल में वर्ष 2020 में भारत के राजदूत रह चुके है. एक राजदूत का काम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. उनके पास संबंधित देशो से जुड़े अनुभव भी बहुत अधिक होते है, जो सरकारों को संबंघित देशो के साथ नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यही कारण है कि मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेशो में भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मेंबर के तौर पर तरनजीत सिंह संधू को भी जगह दी. इस लेख में हम आपको तरनजीत सिंह संधू की जीवनी (Taranjit Singh Sandhu Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
तरनजीत सिंह संधू की जीवनी (Taranjit Singh Sandhu Biography in Hindi)
पूरा नाम | तरनजीत सिंह संधू |
उम्र | 62 साल |
जन्म तारीख | 23 जनवरी 1963 |
जन्म स्थान | – |
शिक्षा | एम.ए. |
कॉलेज | जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली |
वर्तमान पद | भारतीय विदेश सेवा के सेवानिवृत्त राजनयिक |
व्यवसाय | सेवानिवृत्त राजनयिक |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | बिशन सिंह समुन्द्री |
दादा का नाम | तेजा सिंह समुंदरी |
माता का नाम | – |
पत्नी का नाम | रीनत संधू |
बेटें का नाम | एक बेटा |
बेटी का नाम | एक बेटी |
स्थाई पता | – |
वर्तमान पता | – |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
तरनजीत सिंह संधू का जन्म और परिवार (Taranjit Singh Sandhu Birth & Family)
तरनजीत सिंह संधू का जन्म 23 जनवरी 1963 को हुआ. उनके पिता का नाम बिशन सिंह समुन्द्री था.
जबकि संधू के दादा तेजा सिंह समुंदरी कांग्रेस के नेता रह चुके थे. संधू के दादा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के संस्थापक के सदस्य भी रह चुके थे.
तरनजीत सिंह संधू की शादी रीनत संधू से हुई है. रीनत संधू भी राजदूत रह चुकी है. वह इटली और नीदरलैंड में भारत की राजदूत थी. इसके साथ ही वह विदेश मंत्रालय में सचिव भी रह चुकी है.
तरनजीत सिंह संधू के दो बच्चे हैं, उन्हें एक बेटा और एक बेटी है. तरनजीत सिंह संधू धर्म से पंजाबी है. तरनजीत सिंह संधू पर 0 आपराधिक मुकदमा दर्ज है.
तरनजीत सिंह संधू की शिक्षा (Taranjit Singh Sandhu Education)
तरनजीत सिंह संधू लॉरेंस स्कूल, सनावर से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की. बाद में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेज सेंट स्टीफंस, दिल्ली से बी.ए. किया. इसी के बाद उन्होंने 1984 में जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से (स्नातकोत्तर) एम.ए. किया.
तरनजीत सिंह संधू का राजनयिक के रूप में करियर (Taranjit Singh Sandhu Career as diplomat)
तरनजीत सिंह संधू 1988 बैच के आईएफएस (IFS) अधिकारी है. पोखरण परीक्षण के समय वह जूनियर राजनयिक थे. वे अमेरिका सहित कई देशो में राजदूत रह चुके है. पीएम मोदी के अमेरिका दौरा के समय अपने कार्यकाल में उन्होंने यात्रा से जुड़ी व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. फरवरी, 2024 में संधू रिटायर हो गए.
तरनजीत सिंह संधू का राजनीतिक करियर (Taranjit Singh Sandhu Political Career)
तरनजीत सिंह संधू का राजनीतिक करियर वर्ष 2024 से शुरू हुआ. फरवरी 2024 में रिटायरमेंट के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए. इसी के बाद भाजपा ने 2024 के आम चुनाव में उन्हें पंजाब के अमृतसर से अपना उम्मीदवार घोषित किया. उस चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी से भी था. क्योकि दिल्ली के बाद पंजाब ही एक ऐसा राज्य था जहां से आम आदमी पार्टी को सफलता मिली थी. इसी कारण उन्हें दोनों ही पार्टियों से समान मुकाबला करना पड़ रहा था. हालांकि चुनाव परिणाम संधू के पक्ष में नहीं रहा और वह तीसरे स्थान पर रहे. पहले स्थान पर कांग्रेस और दूसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार थे. इस चुनाव में संधू की पराजय तो हो गई पर हार का अंतर बहुत ही मामूली रहा. इससे यह तो स्पष्ट था कि आगामी चुनाव में उन्हें सफलता मिल सकती है.
अब अगर बात करें पंजाब की अमृतसर लोकसभा सीट की तो यह सर्वविदित है कि पंजाब का अमृतसर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भाजपा के लिए हमेशा से एक चुनौती भरी सीट रही है. लोकसभा की यह सीट मूलतः कांग्रेस का गढ़ रहा है. पहली बार इस सीट से 1998 में भाजपा के दया सिंह सोढ़ी सांसद के तौर पर चुने गए थे. उसके बाद 2004 से लेकर 2009 तक यहां से कॉमेडी स्टार नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था. पर बाद के सभी चुनाव में भाजपा इस सीट से लगातार हारती ही रही है. ऐसी बात भी नहीं है कि यहां से भाजपा के कोई दमदार उम्मीदवार खड़े नहीं होते है. भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में अरुण जेटली को इस निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा था और स्वयं नरेन्द्र मोदी ने उनके लिए प्रचार किया था. इतना ही नहीं उस समय देश भर में मोदी लहर भी थी और स्थानीय लोगो में इस बात की चर्चा भी थी कि यदि जेटली यहां से जीतते है तो उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण स्थान मिलेगा, बावजूद इसके वह कांग्रेस के अमरिंदर सिंह से भारी मतों के अंतराल से हार गए.
वर्तमान में, तरनजीत सिंह संधू पंजाब से भारतीय जनता पार्टी के नेता है.
तरनजीत सिंह संधू की संपत्ति (Taranjit Singh Sandhu Net Worth)
18वीं लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार तरनजीत सिंह संधू की कुल संपत्ति 39.92 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर कोई भी कर्ज नहीं है.
इस लेख में हमने आपको तरनजीत सिंह संधू की जीवनी (Taranjit Singh Sandhu Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.