Manish Tewari Latest News – मनीष तिवारी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता है और वर्तमान में चंडीगढ़ लोकसभा सीट से पार्टी के सांसद है. राजनीति में मनीष के पिता नहीं थे, उनके पिता चंडीगढ़ में प्रोफेसर थे पर उनके अपने समय में पंजाब कांग्रेस में सक्रिय थे और तब के सरकार में मंत्री थे. पेशे से वकील मनीष को मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद विश्व में कुछ चुनिंदा देशो में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के तौर पर चुना था. उनका डेलिगेशन मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया और वहां जाकर पाकिस्तान के करतूतों को संबंधित देशो के समक्ष रखा. इस लेख में हम आपको मनीष तिवारी की जीवनी (Manish Tewari Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
मनीष तिवारी की जीवनी (Manish Tewari Biography in Hindi)
पूरा नाम | मनीष तिवारी |
उम्र | 59 साल |
जन्म तारीख | 08 दिसंबर 1965 |
जन्म स्थान | चंडीगढ़ |
शिक्षा | बी.ए. (अर्थशास्त्र), एल.एल.बी. |
कॉलेज | पंजाब विश्वविद्यालय |
वर्तमान पद | चंडीगढ़ से सांसद |
व्यवसाय | वकील |
राजनीतिक दल | कांग्रेस |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | डॉ. श्री विश्वनाथ तिवारी |
माता का नाम | डॉ अमृत कौर तिवारी |
पत्नी का नाम | नाज़नीन शफ़ा तिवारी |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | इनेका तिवारी |
स्थाई पता | गुरम हाउस, 20-बी सेक्टर- 4-ए चंडीगढ़ पंजाब |
वर्तमान पता | बी-4/39 सफदरजंग एन्क्लेव नई दिल्ली |
फोन नंबर | 09811400000 |
ईमेल | manishtewari01[at]gmail[dot]com |
मनीष तिवारी का जन्म और परिवार (Manish Tewari Birth & Family)
मनीष तिवारी का जन्म 8 दिसंबर 1965 को पंजाब के चंडीगढ़ में हुआ था. मनीष तिवारी के पिता का नाम डॉ. श्री विश्वनाथ तिवारी था जबकि उनकी माता का नाम डॉ अमृत कौर तिवारी था. मनीष के पिता ब्राह्मण थे जबकि उनकी माता जाट सिख थीं. मनीष के पिता पंजाबी भाषा के लेखक और पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे, जबकि उनकी माता एक दंत चिकित्सक थीं. उन्होंने ओरल हेल्थ साइंसेज सेंटर में प्रोफेसर एवं प्रमुख के तौर पर पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में डीन के रूप में काम किया था.
मनीष तिवारी के पिता की 1984 में खालिस्तानी आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. जबकि 2018 में उनकी माता की मृत्यु हो गई. मनीष के नाना तीरथ सिंह पेशे से वकील हुआ करते थे और पंजाब के कांग्रेस सरकार में मंत्री थे.
मनीष तिवारी का विवाह 12 मार्च 1996 को नाज़नीन शफ़ा तिवारी से हुआ था. नाज़नीन शफ़ा तिवारी पारसी है. मनीष के दिल्ली रहते वह उसके संपर्क में आयी थी. उनकी एक बेटी है, जिनका नाम इनेका तिवारी है.
मनीष तिवारी का वर्तमान निवास स्थान दिल्ली है. मनीष तिवारी हिन्दू है और जाति से ब्राह्मण है. मनीष तिवारी पर 0 आपराधिक मुकदमा दर्ज है.
मनीष तिवारी की शिक्षा (Manish Tewari Education)
मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ के सेंट जॉन हाई स्कूल से पढ़ाई की थी. बाद में उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से कला से स्नातक किया था. इसके बाद उन्होंने वर्ष 1992 में डीयू, कैंपस लॉ सेंटर, दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की डिग्री ली. पंजाब विश्वविद्यालय में अपने विद्यार्थी रहते मनीष तिवारी ने तैराकी और वाटर पोलो में खेल टीमों में भाग लिया था.
मनीष तिवारी का राजनीतिक करियर (Manish Tewari Political Career)
मनीष तिवारी की राजनीतिक यात्रा एक छात्र नेता के तौर पर शुरू हुई थी. वह वर्ष 1988 से लेकर वर्ष 1993 तक भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके है. बाद में वे 1998 से 2000 तक भारतीय युवा कांग्रेस आई के अध्यक्ष भी चुने गए. बाद में जब उन्हें लोकसभा में टिकट मिला तो वह अपने पहले चुनाव को हार गए. 2004 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा पर जब पार्टी ने उन्हें 2009 में लुधियाना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया तब उन्हें पहली बार लोकसभा चुनाव में सफलता हाथ लगी और वह जीत गए. यही से उनकी केंद्र में राजनीति शुरू हो गई. उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार गुरचरण सिंह गालिब को 1,15,000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर अपना पहला चुनाव जीत लिया.
मनीष तिवारी को मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया गया था. वह इस पद पर 28 अक्टूबर 2012 से लेकर 26 मई 2014 तक रहे थे.
मनीष तिवारी को कांग्रेस पार्टी ने 2014 में पंजाब के लुधियाना से एक बार फिर से टिकट देने पर विचार कर रही थी पर उसी दौरान उन्हें स्वास्थ्य समस्या हो गई जिसके कारण उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. बाद में उन्होंने 2019 का चुनाव पंजाब के आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र से लड़ा और उन्हें जीत मिली. आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र से उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा को पैतालीस हजार वोटो के अंतराल से पराजित किया.
उसके बाद 18वीं लोक सभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें चंडीगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाया और इस बार उनका मुकाबला भाजपा के संजय टंडन से था. जिसको मनीष ने लगभग दो हजार के बहुत मामूली अंतर से पराजित किया और 2024 में लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने.
वर्तमान में, मनीष तिवारी चंडीगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के सांसद है. एक संसद सदस्य होने के साथ ही पेशे से वकील तिवारी भारत के सर्वोच्च न्यायालय एवं दिल्ली व पंजाब तथा हरियाणा के उच्च न्यायालयों में वकालत भी करते हैं.
मनीष तिवारी की संपत्ति (Manish Tewari Net Worth)
18वीं लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार मनीष तिवारी की कुल संपत्ति 29.68 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 2.57 करोड़ रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको मनीष तिवारी की जीवनी (Manish Tewari Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.