पॉलिटॉक्स न्यूज. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को एक और पत्र लिखा. पत्र में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष ने गरीबों के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 10 किलों मुफ्त अनाज की मांग की. इस पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि सोनिया जी की चिंताओं को दूर करने की आवश्यकता है और हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में किसी को भी भूख का सामना न करना पड़े.
बता दें, पिछले 20 दिनों में सोनिया गांधी की पीएम मोदी को ये चौथी चिट्ठी है. इससे पहले कांग्रेस नेता ने पहला पत्र 25 मार्च, दूसरा पत्र 26 मार्च और तीसरा पत्र 7 अप्रैल को लिखा था. पहले पत्र में सोनिया ने बैंक द्वारा उपभोक्ताओं को थोड़ी रिबेट देने, दूसरे पत्र में मनरेगा श्रमिकों को बकाया भुगतान देने और तीसरे पत्र में सरकार को कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए पांच अहम सुझाव दिए थे.
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सोनिया गांधी ने सोमवार को पीएम मोदी को लिखे पत्र में लिखा कि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध की इस घड़ी में केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी नागरिक के समक्ष भूखमरी की स्थिति पैदा नहीं हो. लॉकडाउन के कारण देश में लाखों गरीब लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं. यह बहुत दुखद है क्योंकि देश के पास विशाल अन्न भंडार है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने सुझाव दिया कि खाद्य सुरक्षा कानून के लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज (हर महीने) की सुविधा तीन महीने के लिए और (सितंबर तक) बढ़ा देनी चाहिए़. साथ ही मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों को अनाज मुफ्त में मुहैया कराया जाना चाहिए. सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से यह आग्रह भी किया कि उन लोगों को भी 10 किलोग्राम राशन मिलना चाहिए जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं लेकिन वे परेशानी का सामना कर रहे हैं.
पत्र में सोनिया ने ये भी लिखा कि भंडारों में पड़े अनाज राज्यों को मुहैया कराने से भारतीय खाद्य निगम को रबी की उपज को खरीदने में सहूलियत होगी क्योंकि इससे उसके भंडारों में जगह बन जाएगी. बता दें, सरकार ने पहले ही अप्रैल से जून तीन महीने तक प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज देने का फैसला किया है.
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इस मसले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा, जिसमें लॉकडाउन के चलते भोजन की कमी का सामना कर रहे कमजोर पीएलपी परिवारों का जिक्र किया. सोनिया जी की चिंताओं को दूर करने की आवश्यकता है क्योंकि संकट में कई योग्य लोगों को भी एनएफएसए सूची से बाहर रखा गया है. हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में किसी को भी भूख का सामना न करना पड़े और सभी को सामान्य रिटर्न मिलने तक भोजन उपलब्ध कराया जाए’.
Sonia ji’s concerns need to be addressed as many migrant labourers in distress do not have NFSA cards & many deserving have also been excluded from NFSA lists. We all must ensure that no one faces hunger in the country & all are provided food until normalcy returns.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 13, 2020