कोरोना वॉरियर्स के लिए गहलोत सरकार का बड़ा फैसला, संक्रमण से मौत पर आश्रित को 50 लाख की सहायता

प्रदेशवासियों से स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करने की अपील, शुक्रवार को अब तक सामने आए 57 नए संक्रमित कोरोना मरीज, राजधानी जयपुर में मरीजों की संख्या पहुंची 183

पॉलिटॉक्स न्यूज/राजस्थान. प्रदेश में गहराते कोरोना संकट के बीच कोरोना से जंग लड़ रहे प्रदेश के सभी राज्य कर्मचारियों के लिए राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा फैसला लिया है. राजस्थान सरकार ने राज्य के सभी कर्मचारियों के कोरोना अभियान से संबंधित ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना संक्रमण की वजह से असामयिक मृत्यु होने पर 50 लाख रुपये की सहायता आश्रित या परिवार को देने की घोषणा की है. इससे पहले भारत सरकार द्वारा कोरोना-महाप्रकोप में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने पर सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख रुपये का बीमा करने की घोषणा की थी. गहलोत सरकार ने इसका दायरा बढाते हुए चिकित्सा कर्मियों के साथ-साथ अन्य सभी कर्मियों को शामिल किया है.

गहलोत सरकार द्वारा उक्त स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा अन्य सभी राज्य कर्मचारियों (पटवारी, ग्राम सेवक, कानिस्टेबल इत्यादि), संविदा कर्मचारी (सफाई कर्मचारी, स्वास्थ्य कर्मचारी इत्यादि) एवं मानदेय कर्मचारी (होम गार्ड, सिविल डिफेंस, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, मिनी आशा इत्यादि) को कोरोना अभियान की ड्यूटी पर रहते हुए कोरोना संक्रमण की वजह से असामयिक मृत्यु होने पर 50 लाख रुपये की सहायता दिए जाने की घोषणा की है.

लॉकडाउन जारी रहने तक फीस नहीं ले सकेंगे स्कूल संचालक- गहलोत ने जनता के हित में लिए कई बड़े फैसले

योजना के तहत तीन श्रेणियों में राज्य कर्मियों को शामिल किया गया है.

1. राज्य कर्मचारी (पटवारी, ग्राम सेवक, कानिस्टेबल इत्यादि)

2. संविदा कर्मचारी (सफाई कर्मचारी, स्वास्थ्य कर्मचारी इत्यादि)

3. मानदेय कर्मचारी (होम गार्ड, सिविल डिफेंस, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, मिनी आशा इत्यादि)

इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करने की अपील की है. सीएम गहलोत ने कहा कि ये स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर आपकी सुरक्षा के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं इसलिए लोगों की जीवन की रक्षा के लिए जुटे स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करें. उन्होंने कहा कि प्रदेश को कोरोना से बचाने के लिए सबकी जिम्मेदारी है कि हम बिना किसी डर और संकोच के स्क्रीनिंग एवं जांच सहित अन्य कार्यों में स्वास्थ्यकर्मियों का आगे बढ़कर सहयोग करें, यह आपके अपने हित में है.

अजमेर में जरूरतमंदों को भोजन वितरण पर रोक के बाद पार्षद और प्रशासन हुए आमने-सामने

बता दें, राजस्थान में कोरोना वायरस काफी तेजी से अपनी जडें फैलाता जा रहा है. शुक्रवार को अब तक 57 नए संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें जयपुर में 15, जोधपुर में 8, ईरान से रेस्क्यू कर जैसलमेर लाए गए 8 पॉजिटिव केस शामिल हैं. प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 520 हो गई है जबकि 8 की मौत हुई है. सबसे अधिक मरीज जयपुर में हैं. यहां 183 मरीज अब तक पहचाने जा चुके हैं. इसके अलावा कोटा में 18, जोधपुर में 42, झुुझनूं में 31, जैसलमेर में 27, बीकानेर में 20 और बांसवाड़ा में 24 कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं.

वहीं, बात करें देशभर के रोल मॉडल बने भीलवाड़ा की तो भीलवाड़ा में पूर्व में 27 संक्रमित मरीज पाए गए थे जिनमें से दो की मौत हो गई और शेष 25 ठीक हो चुके हैं. लेकिन गुरुवार को एक नया मरीज सामने आया है जिसको आइसोलेट किया गया है.

Leave a Reply