पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. देशभर में कोरोना कहर के चलते जारी लॉकडाउन से जन जीवन अस्त व्यस्त है. संकट के इस समय में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को एक बार फिर बड़ी राहत प्रदान की है. गुरूवार को सीएम गहलोत ने सभी स्कूल संचालकों को लॉकडाउन जारी रहने तक विद्यार्थियों से तीन माह की अग्रिम फीस नहीं लेने और 10वीं और 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को छोडकर अन्य सभी स्कूली छात्रों को अगली कक्षा में क्रमोन्नत करने के निर्देश दिए है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने पाक विस्थापित जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए है. इसके साथ कोरोना की पुख्ता रोकथाम के लिए सीएम गहलोत ने शहरी क्षेत्रों और मंडियों में लोगों का मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है, ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन के जारी रहने तक प्रदेश के सभी निजी स्कूल संचालकों को विद्यार्थियों से तीन माह की अग्रिम फीस नहीं लेने के निर्देश दिए हैं. वहीं सीएम गहलोत ने विद्यार्थियों के हित में बडा फैसला करते हुए फीस के अभाव में किसी भी छात्र का नाम नहीं काटे जाने के निर्देश दिए है. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं वाले विद्यार्थियों को छोड़कर अन्य सभी स्कूली विद्यार्थियों को अगली कक्षा में क्रमोन्नत किए जाने के निर्देश दिए है.
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन के जारी रहने तक प्रदेश के सभी स्कूल संचालकों को विद्यार्थियों से तीन माह की अग्रिम फीस नहीं लेने के निर्देश दिए हैं। फीस के अभाव में किसी भी छात्र का नाम नहीं काटा जाए।
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मुख्यमंत्री गहलोत ने गुरूवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान स्कूलों, कॉलेजों सहित सभी शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक सत्र की स्थिति और आगामी सत्र की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि स्कूलों और कॉलेजों में यथासम्भव ऑनलाइन लेक्चर तथा ई-लर्निंग की व्यवस्था की जाए, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई में निरन्तरता बनी रहे और वे घर पर रहकर भी समय का सदुपयोग कर सकें.
निर्देश दिए कि स्कूलों और कॉलेजों में यथासम्भव ऑनलाइन लेक्चर तथा ई-लर्निंग की व्यवस्था की जाए, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई में निरन्तरता बनी रहे और वे घर पर रहकर भी समय का सदुपयोग कर सकें।
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सीएम आवास पर आयोजित इस विडियो कॉन्फ्रेंस में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा से जुडे़ संस्थानों में 15 अप्रैल से ग्रीष्म अवकाश घोषित किया जा सकता है. लेकिन स्कूलों में 15 अप्रैल से ग्रीष्म अवकाश नहीं होगा. इसके साथ ही राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध संस्थानों मेें लॉकडाउन हटने के बाद आठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं प्राथमिकता से करवाने का भी निर्णय लिया गया.
कॉन्फ्रेंस में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा से जुडे़ संस्थानों में 15 अप्रैल से ग्रीष्म अवकाश घोषित किया जा सकता है। लेकिन स्कूलों में 15 अप्रैल से ग्रीष्म अवकाश नहीं होगा।
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इसके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को एक और बडा निर्णय लेते हुए प्रदेश में रह रहे 6 हजार पाक विस्थापित परिवारों में से जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री उपलब्ध करवाने के निर्दश दिए. सीएम गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के किसी भी जिले में रह रहे पाक विस्थापित जरूरतमंद परिवार जो कि किसी भी सामाजिक सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आ रहे हैं. ऐसे परिवारों को राशन सामग्री के किट पहुंचाए जाएं.
The State Government will provide ration items to the families displaced from Pakistan and now residing in any district of Rajasthan.
Took this decision in view of a letter from the Seemant Lok Sangathan President Shri Hindu Singh Sodha
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वहीं सीएम निवास पर आयोजित जयपुर सहित प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक में सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी 196 नगरीय क्षेत्रों तथा कृषि मण्डियों में अनिवार्य रूप से मास्क पहनना सुनिश्चित किया जाए. सीएम गहलोत ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्थान ने कोरोना के नियंत्रण में जो सफलता प्राप्त की है, उसे आगे भी कायम रखा जाये. सीएम गहलोत ने आगे जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, टोंक, झुंझुनूं और बांसवाड़ा आदि जिलों में भीलवाड़ा मॉडल लागू कर स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए.
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी 196 नगरीय क्षेत्रों (नगर निगम,नगरपालिका, नगर परिषद), कृषि मण्डियों में अनिवार्य रूप से मास्क पहनना सुनिश्चित किया जाए। अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्थान ने कोरोना के नियंत्रण में जो सफलता प्राप्त की है,उसे आगे भी कायम रखा जाये
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प्रदेश के सभी 38 कर्फ्यू वाले क्षेत्रों में भीलवाडा मॉडल की सख्ती से पालना करवाई जाए. सभी कर्फ्यू वाले क्षेत्रों से कर्मचारी सहित कोई भी व्यक्ति अंदर या बाहर नहीं जाए. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि जयपुर में भट्टा बस्ती, अमृतपुरी, खो-नागोरियान, मोती डूंगरी रोड क्षेत्र, जहां घनी आबादी है, वहां रामगंज की तरह ही स्क्रीनिंग, टेस्टिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं.
कर्फ्यू वाले सभी 38 क्षेत्रों में इसकी सख्ती से पालना करवाई जाए, कर्मचारी सहित कोई भी व्यक्ति अंदर-बाहर नहीं जाए। जयपुर में भट्टा बस्ती,अमृतपुरी,खो-नागोरियान,मोती डूंगरी रोड क्षेत्र, जहां घनी आबादी है,वहां रामगंज की तरह स्क्रीनिंग,टेस्टिंग सहित अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं।
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सीएम गहलोत ने आगे कहा कि जयपुर में चारदीवारी के अलावा जिन जगहों पर कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आये हैं, वहां आस-पास के लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा जाए. क्वारंटाइन के लिए जयपुर के बाहरी क्षेत्रों में स्थित बड़े शिक्षण संस्थानों, होटल, हॉस्पिटल एवं अन्य भवनों को चिन्हित कर उपयोग में लिया जाए. क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए और प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना की जाए.
जयपुर में चारदीवारी के अलावा जिन जगहों पर कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आये हैं, वहां आस-पास के लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा जाए। क्वारंटाइन के लिए जयपुर के बाहरी क्षेत्रों में स्थित बड़े शिक्षण संस्थानों, होटल, हॉस्पिटल एवं अन्य भवनों को चिन्हित कर उपयोग में लिया जाए।
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वहीं प्रदेशवासियों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत कहा कि वे लोगों के जीवन की रक्षा के लिए जुटे स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करें. स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर आपकी सुरक्षा के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. ऐसे में प्रदेश को कोरोना से बचाने के लिए सबकी जिम्मेदारी है कि हम बिना किसी डर और संकोच के स्क्रीनिंग एवं जांच सहित अन्य कार्यों में स्वास्थ्यकर्मियों का आगे बढ़कर सहयोग करें. यह आपके अपने हित में है.
प्रदेशवासियों से अपील है कि वे लोगों की जीवन की रक्षा के लिए जुटे स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा सहयोग करें। ये स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर आपकी सुरक्षा के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। #COVID19Pandemic #राजस्थान_सतर्क_है
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