जब राहुल गांधी और कन्हैया कुमार को बोलने की आजादी तो आम इंसान को क्यों नहीं: पायल रोहतगी

बूंदी जेल से जमानत पर बाहर आते ही साधा गहलोत सरकार पर निशाना, कहा- यहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बड़ी चुनौती, कांग्रेस आलाकमान पर गिरफ्तारी का दबाव डालने का आरोप

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. मंगलवार को जमानत पर बूंदी जेल से बाहर आई अभिनेत्री पायल रोहतगी (Payal Rohtagi) ने बुधवार को जयपुर के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि जब राहुल गांधी और कन्हैया कुमार को बोलने की आजादी है तो फिर मुझे क्यों नहीं. बता दें, सोशल मीडिया पर पंडित नेहरू पर एक विवादित वीडियो पोस्ट करने पर राजस्थान पुलिस ने रविवार को पायल को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था. सोमवार को कोर्ट ने पायल की जमानत नामंजूर कर दी थी, जिसके बाद उन्हें पूरी रात बूंदी जेल में बितानी पड़ी जहां उनके साथ चार खून की आरोपी महिलाओं को भी रखा गया था. पायल रोहतगी ने गहलोत सरकार को भी कटखरे में खड़ा करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाम कसने और पार्टी आलाकमान के इशारों पर गिरफ्तारी को लेकर दबाव डालने के आरोप लगाए.

बिग बॉस फेम पायल (Payal Rohtagi) ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि जब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री को चोर कह सकते हैं, वो कह सकते हें कि मैं राहुल सावरकर नहीं, मतलब साफ है कि वे कुछ भी कहें, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. लेकिन एक आम इंसान यदि अपने विचार रखता है तो उसे जेल में डाल दिया जाता है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालने पर किसी को भी जेल में डाल देना कहां तक सही है. पायल ने कहा कि मैं हिंदूवादी विचारधारा से जुड़ी हुई है जिसके चलते कांग्रेस सरकार ने मुझे जेल पहुंचाया.

वहीं पायल (Payal Rohtagi) ने गहलोत सरकार पर भी धावा बोलते हुए कहा कि जिस तरह से मुझे गिरफ्तार किया गया, उससे तो लगता है कि राजस्थान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बड़ी चुनौती है. अभिनेत्री ने राजस्थान सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा मानसिक प्रताड़ना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जेल में मुझे आपराधिक प्रवृति की महिलाओं के साथ रखा गया जिनमें से चार पर हत्या का आरोप है. उन्होंने सेशन कोर्ट के जमानत याचिका खारिज करने पर भी सवालिया निशाना खड़ा करते हुए बताया, ‘कोर्ट ने मेरी जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता असीमित नहीं हो सकती लेकिन हमारे संविधान और सुप्रीम कोर्ट ने हमें यह अधिकार दिया हुआ है’.

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी पर प्रियंका का तीखा पलटवार, कहा- हिम्मत है तो दुष्कर्म और बेरोजगारी पर बोलिए

दरअसल अपने सोशल अकाउंट पर मोतीलाल नेहरू के बारे में एक वीडियो पोस्ट करने पर राजस्थान पुलिस ने पायल (Payal Rohtagi) को अहमदाबाद से रविवार को हिरासत में लिया गया था. पायल ने जयपुर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरा वीडियो चार महीने पहले आ गया था लेकिन इससे न तो कोई हिंसा हुई और न ही माहौल खराब. यह कोई आपातकाल का समय नहीं है कि आप किसी की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का हनन करें. पायल ने ये भी कहा कि मैं अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को आगे जारी रखूंगी, क्योंकि मैं सऊदी अरब या ईरान में नहीं रहती हूं बल्कि भारत में रहती हूं. भारत में जो कुछ भी कानून सम्मत है मैं वह करूंगी.

पायल रोहतगी (Payal Rohtagi) को केवल एक पोस्ट अपलोड करने पर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना देने पर उठा बवाल सोशल मीडिया पर भी उबल रहा है. कई यूजर्स अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हनन से जुड़े मुद्दों पर सवाल उठाया है. इस बहस में पायल के पति संग्राम सिंह भी शामिल हो गए हैं. मीडिया को दिए बयान में उन्होंने कहा, ‘कन्हैया कुमार जब देश को गाली देते हैं, उन्हें कोई कुछ नहीं कहता बल्कि उन्हें प्रोटेक्शन मिली है. जो देश को तोड़ रहा है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती. वहीं एक वीडियो डालने पर पुलिस सारा काम छोड़कर पीछे पड़ गई‘. संग्राम ने पायल की गिरफ्तारी के लिए कांग्रेस के आलाकमान पर पुलिस का दबाव डालने का आरोप भी लगाया.

यह भी पढ़ें: ‘आखिर स्टूडेंट्स के साथ ऐसे पेश क्यों आया जाता है’

वहीं पायल (Payal Rohtagi) ने अपने उपर सवाल उठाने वालों को एक जरूरी सलाह देते हुए कहा कि अगर किसी को इस वीडियो से दिक्कत है तो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के निजी सहायक एमओ मथाई से बात करनी चाहिए जिन्होंने किताब लिखी. मैंने जो भी पोस्ट किया, उसी में से किया है जो सार्वजनिक हो चुकी है. पायल ने अपने प्रशंसकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं हर किसी की शुक्रगुजार हूं जिनमें न्याय प्रणाली, वकील, मेरे पति संग्राम, मेरी मां, मेरे पिता और भाई शामिल हैं, जिन्होंने मुझे जेल से बाहर निकाला.

Leave a Reply