पॉलिटॉक्स ब्यूरो. प्रदेश में अगले माह होने वाले पंचायत राज संस्थाओं के चुनावों (Panchayat Raj Elections) में इस बार राज्य निर्वाचन आयोग हर प्रकार के साधन यथा मतपत्र, सिंगल पोस्ट-सिंगल वोट ईवीएम और मल्टी पोस्ट-सिंगल वोट ईवीएम का इस्तेमाल करेगा. ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भी पंच-सरपंचों के चुनाव ईवीएम की जगह मतपत्रों से ही करवाए जाएंगे जबकि पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्यों के चुनाव ही ईवीएम से करवाए जा सकेंगे. दरअसल, सूत्रों की मानें तो राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अन्य राज्यों से मंगवाई गई ईवीएम में से 20 प्रतिशत से ज्यादा ईवीएम खराब मिलीं हैं, हालांकि आधिकारिक तौर पर 13 दिसम्बर के बाद आयोग ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच का कार्यक्रम जारी करेगा.
जानकारों के अनुसार राज्य में हुए पिछले पंचायत राज संस्थाओं चुनाव (Panchayat Raj Elections) की तरह इस बार भी निर्वाचन आयोग तीन चरणों में चुनाव करवाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए चुनाव का कार्यक्रम जारी कर आचार संहिता इसी माह लगाई जाएगी और चुनाव जनवरी-फरवरी में सम्पन्न करवाए जाएंगे. सूत्रों के अनुसार इस बार राज्य निर्वाचन आयोग जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य सहित पंच और सरपंच पदों के चुनाव भी ईवीएम से करवाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन अन्य राज्यों से आईं मशीनें खराब होने पर अब पंच व सरपंच के चुनाव के लिए मतपत्र काम में लिए जाएंगे. इस प्रकार पंच और सरपंच के पदों को छोड़कर शेष पदों के लिए ईवीएम ही उपयोग में ली जाएगी (Panchayat Raj Elections).
बता दें, प्रदेश में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव (Panchayat Raj Elections) में ईवीएम पहली बार काम में ली जाएंगी. राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावों के लिए महाराष्ट्र, ओडिशा व बिहार से 1.10 लाख ईवीएम उधार मंगवाई हैं, जिन्हें लाने-लेजाने में 15 करोड़ रुपए का खर्चा भी हुआ है. जयपुर कलेक्टर जोगाराम पटेल के अनुसार जयपुर जिले के लिए बिहार से 9651 नियन्त्रण इकाई (कंट्रोल यूनिट) और 13602 मतपत्र इकाई (बैलेट यूनिट) मंगवाई हैं, पूर्वी चम्पारण, समस्तीपुर, नालंदा, मुंगेर शहरों से ये मशीनें लाने के लिए 23 ट्रक और 5 जीपें भेजी गई हैं. इन पर जीपीएस के जरिए मुख्यालय से निगरानी की जा रही है और सुरक्षा के लिए दस टीमें भेजी गई हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार ज्यादातर जिलों में ईवीएम आ चुकी हैं और 12-13 दिसम्बर तक सभी जिलों मेें ईवीएम पहुंच जाएंगी. ईवीएम की जांच के बाद सभी जिलों से आयोग को जानकारी भेजी जाएगी और मशीनों की उपलब्धता के अनुसार चुनाव कार्यक्रम (Panchayat Raj Elections) तय किया जाएगा. पंचायत राज संस्थाओं में पदों के आरक्षण की लॉटरी 22 दिसम्बर तक निकालनी है. पुनर्गठन व मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन सहित मतदाता सूचियों में नाम जुड़वाने- हटाने की प्रक्रिया चल रही है. वार्डपंच व सरपंच की सीटों का आरक्षण एसडीओ निर्धारित करेंगे जबकि जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों व प्रधानों की सीटों की लॉटरी जिला कलक्टर निकालेंगे.