मोहन चरण माझी की जीवनी | Mohan Charan Majhi Biography in Hindi

mohan charan majhi biography in hindi
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Mohan Charan Majhi Latest News – मोहन चरण माझी उड़ीशा के मुख्यमंत्री है. वे राज्य के क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार भाजपा के विधायक के तौर पर चुने गए है. एक प्राइवेट टीचर से अपने करियर की शुरुआत करने वाले माझी की जीवनी बहुत ही संघर्ष से भरी रही है. वे संथाल जनजाति समुदाय से आने वाले राज्य के पहले सीएम भी है, जिनकी शुरुआत तो शून्य से हुई पर अपने संघर्ष और पार्टी की पहुंच के दम पर आज वे राज्य के सर्वोच्च पद पर आसीन है. माझी प्रदेश में बनने वाली पहली बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री भी है. इस लेख में हम आपको उड़ीशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की जीवनी (Mohan Charan Majhi Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

मोहन चरण माझी की जीवनी (Mohan Charan Majhi Biography in Hindi)

पूरा नाम मोहन चरण माझी
उम्र 53 साल
जन्म तारीख 6 जनवरी 1972
जन्म स्थान क्योंझर, ओडिशा
शिक्षा एलएलबी
कॉलेज ढेंकनाल लॉ कॉलेज
वर्तमान पद उड़ीशा के मुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
राजनीतिक दल बीजेपी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम गुनाराम माझी
माता का नाम
पत्नी का नाम प्रियंका मरांडी
बच्चें दो बच्चे
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता पी.ओ.-रायकला, पी.एस.-सदर (रायसुआं) जिला-क्योंझर-758031।
वर्तमान पता क्योंझर, ओडिशा, भारत
फोन नंबर 9437008254
ईमेल mc(dot)majhi(dot)ola(at)gov(dot)in

मोहन चरण माझी का जन्म और परिवार (Mohan Charan Majhi Birth & Family)

मोहन चरण माझी का जन्म 6 जनवरी 1972 को क्योंझर जिले के रायकला गाँव में हुआ था. मोहन चरण माझी के पिता का नाम गुनाराम माझी था, वे एक सरकारी माध्यमिक विद्यालय में चपरासी के रूप में काम करते थे. मोहन चरण माझी का विवाह प्रियंका मरांडी से हुआ. उन्हें दो बच्चे है. मोहन चरण माझी हिन्दू है और जाति से आदिवासी (संथाल आदिवासी समुदाय-ST) है. मोहन चरण माझी पर 1 आपराधिक मुकदमा दर्ज है.

 मोहन चरण माझी की शिक्षा (Mohan Charan Majhi Education)

मोहन चरण माझी ने 1987 में झुमपुरा हाई स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा हासिल की. इसी के बाद उन्होंने वर्ष 1990 में आनंदपुर कॉलेज से उच्चतर माध्यमिक शिक्षा पूरी की. फिर उन्होंने चंद्रशेखर कॉलेज, चंपुआ से कला में स्नातक (बी.ए.) किया. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने ढेंकनाल लॉ कॉलेज से एलएलबी किया.

मोहन चरण माझी का राजनीतिक करियर (Mohan Charan Majhi Political Career)

मोहन चरण माझी ने शुरुआत में स्कूल टीचर के रूप में नौकरी की. उन्होंने उड़ीसा के झुमपुरा स्थित एक प्राइवेट स्कूल ‘सरस्वती शिशु मंदिर’ में एक शिक्षक के तौर पर काम किया.

मोहन चरण माझी की राजनीतिक यात्रा नब्बे के दशक से आरम्भ हुई. सबसे पहले उन्होंने ग्रामीण स्तर पर राजनीति में प्रवेश किया. वे वर्ष 1997 में रायकला पंचायत के सरपंच चुने गए. इस पद पर वे 2000 तक आसीन रहे. इसी के बाद उन्हें वर्ष 1997 में भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई की आदिवासी शाखा का सचिव बना दिया गया.

माझी पहली बार वर्ष 2000 में ओडिशा के क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे. माझी के लिए ही नहीं बल्कि भाजपा के लिए यह जीत महत्वपूर्ण थी क्योकि राज्य में बीजू जनता दल का प्रभाव था. हालाकि उस समय बीजू जनता दल एनडीए का हिस्सा था और राज्य में वह भाजपा की एक सहयोगी पार्टी थी.

इसके बाद 2004 के चुनाव में भी दूसरी बार माझी को सफलता मिली. उस समय केंद्र के चुनाव के साथ ही राज्य में भी चुनाव कराये गए थे और इस बार भी बीजू जनता दल एनडीए का ही हिस्सा हुआ करता था. इस कारण माझी को आसानी से सफलता मिल गई. बाद में माझी वर्ष 2005 से लेकर वर्ष 2009 तक सरकार के उप मुख्य सचेतक के पद पर रहे.

मोहन चरण माझी को राज्य में हुए 2009 और 2014 के विधानसभा चुनाव में लगातार पराजय मिली. राज्य में होने वाले ये दोनों ही चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए थे. वर्ष 2009 में ही ग्यारह वर्ष की साझेदारी के बाद बीजू जनता दल एनडीए से अलग हो गया था और राज्य में भाजपा को स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ना पड़ा था. मोहन चरण माझी 2009 में सुवर्ण नाइक से तो 2014 में अभिराम नाइक से हार गए थे. दोनों ही बार उन्हें बीजू जनता दल के उम्मीदवार के हाथो पराजय का सामना करना पड़ा था.

इसके बाद राज्य में हुए 2019 के चुनाव में माझी पांचवी बार क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए और इस बार उन्हें जीत मिली. हालाकि जीत का अंतर् बहुत ही मामूली रहा. उन्होंने बीजू जनता दल के उम्मीदवार माधब सरदार को 1,124 वोटों के अंतर से हराया.

राज्य में जब 2024 के विधानसभा चुनाव हुए तो भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर माझी छठी बार क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से खड़े हुए और इस बार उन्हें फिर से जीत मिली. उन्होंने बीजू जनता दल की उम्मीदवार मीना माझी को 11,577 मतों के अंतर से हराया.

मोहन चरण माझी अनुसूचित जाति और जनजाति की स्थायी समिति के सदस्य के साथ ही वर्ष 2022 से लेकर वर्ष 2024 तक राज्य लोक लेखा समिति के अध्यक्ष भी रह चुके है.

राज्य में हुए 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत हासिल हुई. भाजपा ने ओडिशा के 147 विधानसभा सीटों वाली सदन में 79 सीट जीतकर सरकार बनाया और राज्य में पहली बार भाजपा की सरकार बनी. 11 जून 2024 को मोहन चरण माझी के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की सरकार बनी. मोहन चरण माझी के मुख्यमंत्री बनते ही राज्य में चौबीस वर्षो के लंबे समय से चला आ रहा नवीन पटनायक युग का अंत हुआ. नवीन पटनायक मार्च 2000 से लेकर मार्च 2024 तक उड़ीसा में मुख्यमंत्री रहे है. नवीन पटनायक भारत के सबसे लंबे अंतराल तक सीएम पद पर रहने वाले नेता भी है.

वर्तमान में, मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री है.

मोहन चरण माझी की संपत्ति (Mohan Charan Majhi Net Worth)

2024 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार मोहन चरण माझी की कुल संपत्ति 1 करोड़ 97 लाख रूपये हैं जबकि उनपर 95 लाख का कर्ज भी है.

इस लेख में हमने आपको मोहन चरण माझी की जीवनी (Mohan Charan Majhi Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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