कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाना मंत्री रघु शर्मा को पड़ा महंगा, बीजेपी ने की कार्रवाई की ये मांग

कोरोना संक्रमित होते हुए RUHS अस्पताल का दौरा करने पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के विरुद्ध बीजेपी ने की महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग, बीजेपी नेता अलका गुर्जर, राजेन्द्र राठौड़ और कालीचरण सराफ ने की मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग, मंत्री जी बोले- यहां सब पहले से हैं संक्रमित, फिर कैसे फैलेगा कोरोना

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Politalks.News/Rajasthan/Corona/RaghuSharma. कोरोना संक्रमित होने के बावजूद RUHS अस्पताल में भर्ती प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डाॅ रघु शर्मा ने डॉक्टरों-कर्मचारियों के साथ कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हुए मंगलवार को अस्पताल परिसर में दौरा किया. मंत्री रघु शर्मा के इस दौरे के बाद विपक्ष में बैठी बीजेपी को सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. मीडिया में इस खबर के सामने आने के बाद भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री डाॅ अलका गुर्जर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कोरोना कहर है या प्रचार का माध्यम है, प्रदेश की जनता को जरा यह भी बता दें राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री. वहीं पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में चिकित्सा मंत्री रहे कालीचरण सराफ और राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मंत्री ने कोविड गाइड लाइन का सरेआम उल्लंघन किया है, यह एक बेहद गैरजिम्मेदाराना कदम होने के साथ ही अपराधिक कृत्य भी है, इसलिए मंत्री रघु शर्मा के विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए.

बता दें, राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा कोरोना से संक्रमित हैं और राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में भर्ती हैं. पिछले आठ महीनों में आरयूएचएस के कामकाज और लापरवाही की ढेरों शिकायतों के बाद भी स्वास्थ्य मंत्री ने एक बार भी इस अस्पताल का दौरान नहीं किया. लेकिन मंगलवार को संक्रमित होने के बावजूद अस्पताल में बेड पर रहने के बजाय डॉ. रघु शर्मा डॉक्टरों-कर्मचारियों के साथ कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हुए अस्पताल के दौरे पर निकल पड़े.

मंत्री रघु शर्मा के इस दौरे के बाद बीजेपी ने इसको मुद्दा बना लिया है. भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री डाॅ अलका गुर्जर ने कहा कि इस वैश्विक आपदा के समय जनता की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए. लेकिन, राजस्थान में सरकार के मंत्री धरातल पर काम करे बिना भी चर्चाओं में रहना चाहते हैं और ऐसा ही मनोभाव चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने अस्पताल के अपने दौरे से दर्शाया है, जहां वह खुद संक्रमित मरीज के रूप में भर्ती हैं.

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रघु शर्मा के साथ राहुल गांधी पर भी तीखा हमला करते हुए अलका गुर्जर ने कहा कि कहीं रघु शर्मा में राहुल गांधी के संस्कार तो नहीं आ गए हैं, सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार हर कोरोना संक्रमित मरीज को घर हो या अस्पताल अकेले में क्वारेंटाइन रहना पड़ता है. लेकिन कोरोना से ग्रसित स्वास्थ्य मंत्री ही यहां गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाते हुए नजर आते हैं और खुद संक्रमित होने के बाद भी अस्पताल परिसर में घूमकर उन स्वास्थ्य कर्मियों के परिजनों को भी चिंता से ग्रसित कर रहे हैं.

क्या गहलोत सरकार करेगी अपने मंत्री पर कार्रवाई?

डाॅ. अलका गुर्जर ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछना चाहूंगी कि अस्पताल में रघु शर्मा संक्रमित रोगी के रूप में भर्ती हैं ना कि स्वास्थ्य मंत्री हैं और सरकारी गाइडलाइन की अवहेलना करने पर जुर्माने और सजा का प्रावधान भी आपने किया है, लेकिन कोरोना संक्रमित रघु शर्मा को वहाँ मौजूद सरकार के अधिकारियों, वरिष्ठ चिकित्सकों और अन्य जिम्मेदारों ने गाइड लाइन के बारे में आगाह नहीं किया तो क्या उन पर सरकार कोई कार्यवाही करेगी?

महामारी एक्ट के तहत होनी चाहिए कार्रवाई

वहीं पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कोरोना संक्रमित होते हुए आरयूएचएस अस्पताल का दौरा करने पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के विरुद्ध कोरोना एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग की है. पूर्व मंत्री ने कहा कि चिकित्सा मंत्री पर राज्य की जनता को कोरोना के प्रति जागरूक करने और नियमों की पालना कराने की जिम्मेदारी है वो स्वंय ही खुलेआम कोरोना प्रोटोकाल तोड़कर बेहद गैरजिम्मेदाराना काम कर रहे हैं. पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि स्वयं ‘सुपर स्प्रैडर’ होते हुए अस्पताल का दौरा करके चिकित्सा मंत्री ने कोविड गाइड लाइन का सरेआम उल्लंघन किया है, यह एक बेहद गैरजिम्मेदाराना कदम होने के साथ ही अपराधिक कृत्य भी है, इसलिए उनके विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए.

इसके साथ ही कोरोना संक्रमित मंत्री रघु शर्मा के अस्पताल दौरे को लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने निशाना साधते हुए उन पर महामारी एक्ट लगाने की बात कही है. राठौड़ ने कहा कि, ‘हैल्थ मिनिस्टर ने पहले चुनावों में कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ा, अब ऐसे दौरे कर दूसरों की जान जोखिम में डाल रहे हैं, इसलिए उन पर महामारी एक्ट में कार्रवाई होनी चाहिए.’

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यहां सब पॉजिटिव हैं तो मुझसे कैसे फैलेगा कोरोना?

वहीं इस बारे में दौरे के दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि, ‘आरयूएचएस में पहले से सब पॉजिटिव हैं और मैं भी, सवाल उठता है कि मुझसे कैसे कोरोना फैलेगा? मैं डॉक्टरों की सलाह के बाद इंतजामों का सच देखने गया था.’ आरयूएचएस में उन्होंने अन्य कोरोना मरीजों से बातचीत की और स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया. डॉ. शर्मा ने कहा कि अब वे स्वयं पॉजिटिव है इसलिए यहाँ आने वाले मरीजों से उनकी परेशानियों और मानसिक स्थिति के बारे में आसानी से बात कर सकते हैं.’

एक्ट उल्लंघन पर कैद और जुर्माने का है प्रावधान
बता दें, कोरोना एक्ट का उल्लंघन करने पर 6 माह की कैद व 1 हजार रुपए के जुर्माने का प्रावधान है लेकिन मंत्री के अनुसार यह आम आदमी पर ही लागू होता है उन पर नहीं, तभी तो अन्य लोंगों की जान जोखिम में डालकर अस्पताल में घूमने को बहानेबाजी करके सही ठहराने में लगे हैं.

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