पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अब संसद में बहस जारी है. केंद्र में मोदी सरकार इस मुद्दे पर 16 घंटे तक न केवल बहस करेगी, बल्कि विपक्ष के सवालों का जवाब भी देगी. बीते दिवस जब सत्ताधारी सांसदों द्वारा जवाब पेश किया जा रहा था, अपने भाषण में एनडीए की ओर से केंद्रीय मंत्री और जदयू सांसद ललन सिंह की लोकसभा में जुबान लड़खड़ा गई. वे आतंकियों को ही ‘शहीद’ कह बैठे. इस पर सदन में थोड़ी देर हंगामा रहा.
बहस हंगामेदार, आतंकी बना ‘साहब’
ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में शुरू हुई बहस की शुरूआत ही हंगामे से हुई. विपक्ष ने सत्ताधारी सांसदों पर सवालों के वो नुकीले तीर छोड़े कि सत्ता में बैठी सरकार झल्ली झल्ली हो गयी. इधर, केंद्रीय मंत्री और जेडीयू नेता ललन सिंह की लोकसभा में जुबान लड़खड़ा गई. उन्होंने न केवल आतंकियों को ‘शहीद’ कहकर पुकारा, बल्कि आतंकी हमले के मास्टर माइंड आतंकी मसूद अहमद को ‘साहब’ का दर्जा दे दिया.
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जदयू सांसद ने कहा, ‘7 और 8 मई की रात हमारे सैनिकों ने 9 आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया. उसमें सैकड़ों आतंकवादी मारे और शहीद हो गए. जो आतंकवादियों के आका थे, रो रहे थे… मसूद अजहर ‘साहब’, हाफिज सईद.
गोगोई बने शेर, सवालों से किया ढेर
कांग्रेस के लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने ऑपरेशन सिंदूर पर सबसे पहले सवाल पूछे. शुरुआत से ही गोगोई काफी गुस्से में नजर आए और उन्होंने केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ओर उंगली दिखाकर एक के बाद एक सवाल पूछे. गोगोई ने कहा कि राजनाथ सिंह ने बहुत सी जानकारी दी, लेकिन एक रक्षा मंत्री होने के नाते उन्होंने अब तक ये नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकी कैसे आए? कैसे 5 दहशतगर्दों ने 26 पर्यटकों को छलनी कर दिया? विपक्षी सांसद ने सीजफायर और इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे को लेकर भी एनडीए पर निशाना साधा. इस दौरान राजनाथ सिंह केवल चुप्पी साधकर गोगोई को सुनते हुए नजर आए. बाद में उन्होंने कई सवालों का जवाब दिया.



























