संसद के दोनों सदनों में दो दिन तक ऑपरेशन सिंदूर पर बहस हुई. इस दोनों दोनों सदनों में पक्ष और विपक्ष के बीच कई बार तीखी तकरार देखने को मिली. लोकसभा में जहां राहुल-प्रियंका-अखिलेश सत्ताधारी पार्टी के अमित शाह से भिड़ते हुए दिखे, वहीं राज्यसभा में जेपी नड्डा से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की तीखी तकरार हुई. जहां तक कि नड्डा को खड़गे से माफी तक मांगनी पड़ी. इस दौरान हिन्दी भाषा को लेकर भी एनडीए की ओर से छीटाकशी देखी गयी.
रिकॉर्ड से हटा जेपी नड्डा का कमेंट
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान आरएसएस और बीजेपी को गद्दार कहकर संबोधित किया. खड़गे ने कहा, ‘मैं पिछले 60 सालों से राजनीति में हूं, और सरकार में बैठे लोग मुझे और मेरे दोस्त को गद्दार कहने की हिम्मत रखते हैं. असली गद्दार आप लोग हैं, जिन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया और स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया.’
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विपक्ष के नेता के ‘गद्दार’ शब्द पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, ‘आपने अपने पद के हिसाब से शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया. वह एक सीनियर लीडर हैं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की, मैं उनका दर्द समझ सकता हूं. उन्होंने (PM मोदी ने) उन्हें पिछले 11 सालों से वहां (विपक्ष में) बिठा रखा है. आप अपनी पार्टी से इतने जुड़े गए हैं कि देश का विषय गौण हो जाता है और आप मेंटल बैलेंस खोकर प्रधानमंत्री के लिए संसदीय शब्दों का इस्तेमाल करते हैं.’
नड्डा के इतना कहते ही विपक्षी सांसद खड़े होकर हंगामा करने लगे. खड़गे खुद भी नाराज हो गए. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (जेपी नड्डा) मुझे मेंटल कहा है, तो मैं इसे छोड़ने वाला नहीं हूं.’ सदन में हंगामा होते देख जेपी नड्डा ने खड़गे से माफी मांगते हुए कहा, ‘अपने शब्द वापस लेता हूं. अगर आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं इसके लिए आपसे माफी भी मांगता हूं.’ इसके बाद सदन के रिकॉर्ड से नड्डा का कमेंट हटाया गया.



























