लॉकडाउन साबित करता है कि अज्ञानता से घमंड ज्यादा खतरनाक: राहुल गांधी

अल्बर्ट आइंस्टीन का कोट लिखते हुए लॉकडाउन का बताया फेल, ग्राफिक्स शेयर करते हुए केंद्र की मोदी सरकार को घेरा, मोदी सरकार को बताया अहंकारी सरकार

Rahul Gandhi Vs Narendra Modi (लॉकडाउन पर राहुल गांधी)
Rahul Gandhi Vs Narendra Modi (लॉकडाउन पर राहुल गांधी)

पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने कोरोना संकट और लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने अल्बर्ट आइंस्टीन का एक वाक्य शेयर करते हुए कहा कि ये लॉकडाउन साबित करता है कि अज्ञानता से अधिक खतरनाक चीज केवल घमंड है. राहुल गांधी का इशारा इस ओर है कि लॉकडाउन लगाने के बाद भी न तो कोरोना संक्रमितों की संख्या थमी और न ही मरने वालों की. राहुल गांधी शुरुआत से ही लॉकडाउन का विरोध करते आ रहे हैं. इससे पहले भी राहुल गांधी ने इसे लेकर 4 ग्राफ ट्वीट किए थे. इन ग्राफ में बताया गया था कि देश में बार-बार लॉकडाउन लगाया जा रहा है, लेकिन कुछ हासिल नहीं हो पा रहा है.

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राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने एक ताजा ट्वीट में अल्बर्ट आइंस्टीन का कोट लिखते हुए लॉकडाउन (Lockdown) के चारों चरण, इकॉनोमी और मरने वालों का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, ‘यह लॉकडाउन साबित करता है कि अज्ञानता से अधिक खतरनाक चीज केवल घमंड है.’

इससे पहले राहुल गांधी ने लॉकडाउन के बावजूद कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को लेकर चार ग्राफ ट्वीट किए थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इन ग्राफ्स के साथ अज्ञात के नाम से एक कोट भी शेयर किया और लिखा, ‘पागलपन बार-बार एक ही काम कर रहा है और विभिन्न परिणामों की उम्मीद कर रहा है.’

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राहुल गांधी ने जो ग्राफ शेयर किए हैं, उसमें बताया गया है कि जब पहली बार लॉकडाउन लागू किया गया तो देश में कोरोना के 9 हजार केस थे. इन ग्राफ में ये भी दर्शाया गया है कि देश में बार-बार लॉकडाउन लगाया जा रहा है, लेकिन कुछ हासिल नहीं हो पा रहा है बल्कि कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

जब पहली बार लॉकडाउन लागू किया गया तो देश में कोरोना के 9 हजार केस थे. दूसरे लॉकडाउन में कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 28 हजार पहुंच गई. उसी तरह तीसरी बार जब देश में लॉकडाउन लागू किया जा रहा था तब देश में कोरोना मरीजों की संख्या 45 हजार थी. वहीं जब चौथा लॉकडाउन लागू किया गया तो मरीजों की संख्या बढ़कर 82500 हो चुकी थी.

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इससे पहले राहुल गांधी ने विश्व में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या वाला एक ग्राफिक शेयर किया और लिखा, ‘भारत एक गलत रेस जीतने के रास्ते पर है. अहंकार और अक्षमता के घातक मिश्रण के परिणामस्वरूप, एक भयावह त्रासदी.’

इस ग्राफिक के जरिए दुनियाभर के देशों के बीच भारत की स्थिति बताई जिसके मुताबिक अन्य देशों में कोरोना मरीजों की घटती और भारत में बढ़ती संख्या को बताया गया.

इससे पहले 5 जून को एक ग्राफिक शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा ‘यह वही है जो एक असफल लॉकडाउन जैसा दिखता है’.

इस ग्राफिक में राहुल गांधी ने स्पेन, जर्मनी और भारत के बीच कोरोना मरीजों की संख्या को लॉकडाउन और अनलॉक के बीच कम्पेयर करते हुए दिखाया कि देश में लॉकडाउन के दौरान कैसे कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई लेकिन अन्य दोनों देशों में लॉकडाउन के दौरान मरीजों की संख्या में गिरावट देखी गयी.

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