पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में दिनोंदिन बढ़ोतरी होती जा रही है. देशभर में कोरोना पॉजिटिव के 845 मामले अभी तक सामने आ चुके हैं. कोरोना महामारी से एक ओर जहां सभी राज्य सरकार और खुद केंद्र सरकार भयभीत है और इससे निपटने के उपाय तलाश रही है, इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये कहते हुए चौंका दिया कि हम कोरोना की थर्ड स्टेज जैसी स्थिति का मुकाबला करने को भी तैयार हैं. दिल्ली सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि अगर दिल्ली में कोरोना के केस बहुत ज्यादा बढ़ते हैं तो हमें क्या करना है, इसके लिए हमारे डॉक्टर्स की टीम ने उसका पूरा प्लान बना लिया है. सीएम ने बताया कि हम अभी थर्ड स्टेज में नहीं पहुंचे हैं लेकिन यदि ऐसे हालात बनते हैं तब भी हम किसी भी स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. एक ओर जहां बाकी के राज्य कोरोना से बिगड़ती जा रही परिस्थितियों से उभर नहीं पा रहे हैं, ऐसे में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल का ये बयान बड़ी अहमियत वाला, साहसी और हौसला बढ़ाने वाला बयान है.
RBI के फैसले का प्रधानमंत्री ने किया स्वागत तो पूर्व वित्त मंत्री ने उठाया सवाल
सीएम केजरीवाल ने बताया कि राजधानी में गुरुवार तक कोरोना वायरस के 36 मामले थे, जो अब बढ़कर 39 तक पहुंच गए हैं. इन सभी 39 पॉजिटिव केसों से 29 बाहर से आए थे और उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है, केवल 10 स्थानीय मामले हैं. अगर स्थिति बिगड़ती है तो भी दिल्ली की आप सरकार हर रोज कोरोना के 100 नए मामलों से निपटने के लिए तैयार हैं. दिल्ली सीएम ने कहा कि अब हमारी टीम हर दिन 500 से 1000 नए मामलों से निपटने की तैयारी कर रही है. अस्पतालों को एम्बुलेंस, वेंटिलेटर और मेडिकल स्टाफ के साथ इसके लिए तैयार रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं अन्य सभी राज्यों के सीएम को आश्वस्त करना चाहता हूं, हम दिल्ली में रहने वाले सभी लोगों का ध्यान रख रहे हैं. हम राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले प्रवासियों को हर संभव मदद देने की कोशिश करेंगे.
जानकारी देते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि अब तक हम 224 रैन बसेरों में 20,000 लोगों को खाना खिला रहे थे. आज हम 2 लाख और कल से 4 लाख लोगों को खाना खिलाएंगे. 325 स्कूलों के अंदर लंच और डिनर दोनों देंगे और रैन बसेरों में भी खाना बढ़ाएंगे. दिल्ली सरकार का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान सप्लाई चेन बनी रहे इसके लिए दिल्ली सरकार ने भरपूर इंतजाम किए हैं. इसके लिए जहां जरूरी सेवा की दुकानों को 24 घंटे खोलने की छूट दी गई है, वहीं मंडियों में भी माल की सप्लाई लगातार बनी हुई है.
कोरोना से जंग के लिए पायलट ने बनाया कंट्रोल रूम, चिकित्साकर्मियों को दिलाया भरोसा- साथ है सरकार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि अगर कहीं कोई भूखा नजर आए तो उसे नजदीकी शेल्टर होम में पहुंचाएं. लॉकडाउन के बाद दिल्ली सरकार के नाइट सेंटरों में आने वालों की संख्या भी बढ़ गई है. दिल्ली सरकार मिड-डे मील बनाने वाली संस्थाओं को भी इस मुहिम से जुड़ने की तैयारी कर रही है. इसके लिए शहरी बोर्ड के अलावा डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम को भी तैयार किया गया है. अलग अलग केंद्रों को जगह-जगह बांटा जा रहा है ताकि लोगों को खाना खाने के लिए ज्यादा दूर तक चल कर नहीं जाना पड़े. इस मुसीबत की घड़ी में कई सारी सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं मदद के लिए साथ आई हैं, जिसमें ईस्कॉन, राधा स्वामी और गुरूद्वारा वाले मदद कर रहे हैं. ये संस्थाएं सरकार की मदद तो कर ही रही हैं, खुद भी खाने के कई केंद्र चला रहे हैं.
अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कहा ‘आप चिंता न करें, हम सभी का ख्याल रखेंगे’
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘पिछले दो-तीन दिनों से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी के सोशल मीडिया पर संदेश आ रहे हैं जिसमें वे कह रहे हैं कि झारखंड और बंगाल के जितने लोग दिल्ली में रह रहे हैं, उनका ख्याल रखिए. मैं सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि दिल्ली की सीमाओं के अंदर जो लोग रह रहे हैं, उन सभी लोगों की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है. यह सभी लोग बिहार, झारखंड, बंगाल, तमिलनाडु, केरला या कहीं के रहने वाले हों, लेकिन अब वो हमारे साथ हैं और वो अब हमारे हैं. आप सभी बिल्कुल चिंता मत कीजिए. एक-एक व्यक्ति का हम ख्याल रखेंगे. एक-दो दिन कुछ दिक्कतें आई थी लेकिन अब किसी को खाने की दिक्कत नहीं होने देंगे‘.
कोरोना लॉकडाउन डे-2: पहले प्यार से मनाया, नहीं माने तो कोई बना मुर्गा तो किसी के पड़े डंडे