गहलोत के बाद CAA का विरोध करने सड़कों पर उतरे कमलनाथ, निकाला शांति मार्च

गांधी टोपी पहनकर किया फ्लैग मार्च का नेतृत्व, केंद्र सरकार पर बोला हमला, बताया जनता का ध्यान मोड़ने की राजनीति करने वाली पार्टी

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के CAA और NRC के विरोध में पैदल मार्च निकालने के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) भी सड़कों पर उतर गए हैं. नागरिकता संशोधन कानून और भारतीय नागरिक रजिस्टर के विरोध में प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस द्वारा शांति मार्च निकाला. सीएम कमलनाथ ने गांधी टोपी पहनकर फ्लैग मार्च का नेतृत्व किया. मार्च में हजारों की संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता हाथों में​ तिरंगा लेकर चलते हुए दिखाई दिए. बता दें, मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) दिल्ली में राजघाट पर हुए शांति प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे.

CAA व NRC के विरोध में ये पैदल मार्च रंगमहल चौराहे से शुरु होकर मिंटो हॉल में गांधी प्रतिमा के सामने पहुंचकर समाप्त हुआ. प्रदर्शन में शामिल कांग्रेसी नेता ने एकजुटता से सरकार के देश में नागरिकों को आपस में लड़वाना बंद होने की अपील की. मार्च पर बोलते हुए कमलनाथ (Kamalnath) ने कहा कि हम पूरे देश में संदेश देना चाहते हैं कि किस प्रकार आने वाली पीढ़ी को बरबाद किया जाएगा. उन्होंने CAA और NRC पर हमला करते हुए कहा कि सवाल ये नहीं है कि इसमें क्या लिखा है बल्कि सवाल ये हे कि इसमें क्या नहीं लिखा है. जो नहीं लिखा है, वो ही इसके दुरुपयोग के दरवाजे खोलता है. अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और किसानों पर संसद में बहस नहीं हो रही बल्कि बीजेपी जनता का ध्यान मोड़ने के लिए राजनीति कर रही है.

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इस मौके पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि नागरिकता का मुद्दा एक अलग चीज है लेकिन जिस तरह उनका छिपा एजेंडा है, उससे सावधान रहना चाहिए. सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आज बड़े बहुमत से जीते हैं लेकिन एक दिन नहीं रहेंगे. मैं भी आज जीवित हूं और कल नहीं रहूंगा लेकिन देश रहेगा. देश की रक्षा करना हमारा दायित्व है.

गौरतलब है कि राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम व पीसीसी चीफ सचिन पायलट के नेतृत्व में 22 दिसंबर को शांति मार्च निकाला गया. ये पहला मौका था जब किसी कांग्रेसी सीएम के नेतृत्व में सीएए व एनआरसी के विरोध में पैदल मार्च निकाला गया हो. वहीं दूसरी ओर, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार केंद्र सरकार के विरोध में सड़कों पर उतर रही है और मोदी सरकार पर उनके तीखे हमले जारी हैं.

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