Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बीच पिछले तीन दिनों से जुबानी जंग जारी है. मध्यावधी चुनाव को लेकर गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की चुनौती पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि अगर प्रताप सिंह सिविल लाइंस में उपचुनाव के लिए तैयार हैं तो मैं भी आमेर में उपचुनाव करवाने को तैयार हूं. यही नहीं पूनियां ने कहा कि दो साल की नाकामी और अपने झगड़े को छुपाने के लिए कांग्रेस हमेशा भाजपा पर आरोप लगाती है.
दरअसल, दो दिन पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस को लगता है कि राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है तो, सत्ताधारी पार्टी चुनावी मैदान में आ जाए. सतीश पूनियां ने राजस्थान सरकार को मध्यावधि चुनाव कराने की चुनौती देते हुए कहा कि, ‘अगर सरकार में इतनी कुवत है और लोकप्रियता का जनादेश है तो मध्यावधि चुनाव करा कर खुद को परख ले. अगर सरकार तंग है, शासन नहीं चला पा रही तो, बीजेपी पर इसकी तोहमत लगा कर बचा नहीं जा सकता है.’
यह भी पढ़ें: जो लोग अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे वो आज कांग्रेस से 70 सालों का हिसाब मांग रहे हैं- अशोक गहलोत
इसके जवाब में गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया के सवाल पर कहा कि प्रदेश में अभी पंचायती राज और शहरी निकायों के चुनाव हुए हैं, जिनमें शहरी निकाय तो पूरी तरीके से कांग्रेस ने जीते हैं और पंचायतों में भी प्रधान बनाने में वह भाजपा के बराबर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस की नजर में तो वही मध्यावधि चुनाव है. इसके साथ ही खाचरियावास ने पूनियां को चुनौती देते हुए कहा कि, ‘अगर पूनियां मध्यावधि चुनाव का इतना शौक रखते हैं और उन्हें अपनी ताकत परखने का इतना ही शौक है, तो वह अपनी आमेर विधानसभा क्षेत्र से इस्तीफा देकर वहां पर चुनाव करवा कर देख लें, जनता पूनियां और उनकी पार्टी भाजपा को आइना दिखा देगी.’
प्रताप सिंह खाचरियावास यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि, ‘अगर बीजेपी के नेताओं को चुनाव में जाने की इतनी इच्छा है तो उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगना चाहिए और मोदी का इस्तीफा कराकर बीजेपी को देशभर में मध्यावधि चुनाव करवा कर देख लेना चाहिए. जिससे कि किसान बीजेपी को यह बता देगा कि मध्यावधि चुनाव क्या होते हैं और बीजेपी के बारे में लोगों की राय क्या है.’
प्रताप सिंह ने आगे बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के नेता स्तरहीन हो गए हैं और घमंड की राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि केकड़ी में हेकड़ी निकालने की बात करने वाले भाजपा के नेता अपना घर तो संभाल नहीं पा रहे हैं, यही कारण है कि भंवर सिंह पलाड़ा ने भाजपा छोड़ दी है.
यह भी पढ़ें: पायलट का संघ पर बड़ा हमला- नेकर पहनकर भाषण देना नहीं, बल्कि किसानों के साथ खड़ा होना है राष्ट्रवाद
इसके बाद रविवार को प्रदेश कांग्रेस के धरने पर मीडिया से बातचीत के दौरान खाचरियावास की चुनौती के जवाब में सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘अगर प्रताप सिंह खाचरियावास सिविल लाइंस में उपचुनाव के लिए तैयार हैं तो मैं भी आमेर में उपचुनाव करवाने को तैयार हूं.’ यही नहीं पूनियां ने कहा कि दो साल की नाकामी और अपने झगड़े को छुपाने के लिए कांग्रेस हमेशा भाजपा पर आरोप लगाती है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी और सरकार चाहे तो हम मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है.
दरअसल, राजस्थान में सरकार बनने के बाद से लगातार सत्तापक्ष की तरफ से आरोप लगाया जाता रहा है कि विपक्ष राज्य सरकार को बार-बार गिराने का प्रयास कर रहा है, लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ती है. जबकि विपक्ष का कहना है कि सत्तापक्ष बेबुनियाद आरोप लगाता है.