Politalks.News/Rajasthan. देशभर में जहां कोरोना वैक्सीन को लेकर बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है तो वहीं कई राज्य वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर बहुत सजग हैं. इसी कड़ी में राजस्थान में भी अब वेक्सिनेशन की तैयारियां तेज हो गई हैं. इस सम्बन्ध में राजस्थान की गहलोत सरकार की और से भी संकेत दिए जाने लगे हैं. स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में सबसे पहले सरकारी और निजी चिकित्सा सेवा तथा महिला बाल विकास विभाग के कार्मिको को प्रथम चरण में Covid-19 वैक्सीन दी जायेगी.
बता दें, राजस्थान में कोरोना का कहर लगातार जारी है ऐसे में Covid-19 प्रतिरक्षण टीकाकरण का प्रथम चरण 2021 में प्रारम्भ किया जायेगा. प्रदेश सरकार का कहना है कि इसके लिए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि वैक्सीनेशन का संग्रहण जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर किया जाएगा. जोधपुर, जयपुर और उदयपुर में 3 राज्यस्तरीय वैक्सीन सेंटर और 7 संभागस्तरीय वैक्सीन सेंटर बनाये गये हैम. इसके साथ ही सभी जिलों में जिला कलेक्टर के नेतृत्व में डिस्ट्रिक टास्क फोर्स फॉर इम्युनाइजेशन टीमें भी बनाई गई हैं.
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4 करोड़ से ज्यादा डोज रखने के लिए तैयार किए गए 2400 से ज्यादा इंस्टीट्यूशन
मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान में वैक्सीन के रखने के लिए 2400 से ज्यादा इंस्टीट्यूशन (प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) पर व्यवस्था की है. इसके अलावा एक सभी संभाग स्तर पर और वहां से जिला स्तर पर भी वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए है. इन सभी सेंटर पर 4 करोड़ से ज्यादा डोज को रखने का स्पेस बनाया है. इसमें माइनस 15 से माइनस 25 डिग्री सेल्सियस के तापमान में लगभग 1 करोड़ वैक्सीन डोज रखी जा सकेगी, जबकि 2 से 8 डिग्री तक तापमान में लगभग 3 करोड़ डोज रखने की व्यवस्था की गई है.
पहले चरण में फ्रंटलाइन वरियर्स के लिए मंगवाई जाएंगी 10 लाख डोज
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान में फ्रंटलाइन वरियर्स (अस्पतालों में काम करने वाले सभी लोगों) के लिए पहले चरण में 10 लाख डोज मंगवाई जाएगी. क्योंकि पूरे प्रदेश में सरकारी एवं निजी सेक्टर में काम करने वाले इन वरियर्स की संख्या लगभग 5 लाख है. एक व्यक्ति को दो डोज लगेगी, दूसरी डोज का अंतराल लगभग 25 से 30 दिन का होगा.
तीन चरणों में होगा वैक्सिनेशन, मोबाइल पर मिलेगा मैसेज
जानकारी के अनुसार, जब भी राजस्थान में फ्रंटलाइन वरियर्स के लिए वैक्सीनेशन का काम शुरू होगा, तब उस व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने के लिए तीन चरणों से होकर गुजरना पड़ेगा. कोविडविन एप पर रजिस्ट्रेशन होने के बाद फ्रंट लाइन वरियर्स को वैक्सीन लगाने से पहले मोबाइल पर मैसेज मिलेगा. मैसेज के बाद वह सेंटर पर जाएगा और उसका वैरिफिकेशन होगा. वैरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे अगले चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी. वैक्सीन लगाने के बाद उस व्यक्ति को आधे घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाया जाएगा और वैक्सीन के रिएक्शन पर नजर रखी जाएगी. लगभग आधे घंटे बाद व्यक्ति को घर भेजा जाएगा.
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कहां कहां बनेंगे वैक्सिनेशन सेंटर जहां लगेगी वैक्सीन
सभी जिला मुख्यालयों पर बने अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके लिए जिला स्तर पर टीकाकरण (इम्युनाइजेशन) के लिए एक टास्क फोर्स बनाई जाएगी. इसमें लगभग 7-8 लोग होंगे. इसमें एक हैल्पर, दो रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया करने वाले, 2 वैक्सीन लगाने वाले और 3-4 सुरक्षाकर्मी होंगे.
तीसरे फेज में बुजुर्गों को लगेगी वैक्सीन
मेडिकल एवं हैल्थ सेक्टर में काम करने वालों के बाद दूसरे फेज में पुलिस, होम गार्ड, नगर निगम के सफाई कर्मचारी व ऐसे सरकारी फील्ड वर्कस जो जनता से सीधे जुड़ते है और टीकाकरण कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाएंगे. जबकि तीसरे चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र वाले तमाम लोगों या कहें बुजुर्गो को वैक्सीन लगाई जाएगी.
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आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से राजस्थान में अब लगातार मरीजों की संख्या घटती जा रही है. साथ ही राजस्थान में मृत्युदर भी अन्य राज्यों की तुलना में कम है. बीते 24 घंटों में राजस्थान में 1511 नए मरीज आये सामने तो वहीं प्रदेश में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 285627 पहुँच गई है. इसी प्रकार बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 17 मरीजों की मौत हो चुकी है, वहीं प्रदेश में कुल 2485 लोगों की अब तक कोरोना से मौत हो चुकी है, तो वहीं 2577 मरीज बीते 24 घंटों में रिकवर हो चुके हैं.