राजस्थान बॉर्डर से ट्रैक्टर मार्च निकालते हुए दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद करेंगे किसान, मोदी ने की तारीफ

किसान नेताओं ने 14 दिसंबर को भूख हड़ताल का किया ऐलान, दिल्ली- हरियाणा- पंजाब- पश्चिमी उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई टोल बूथ ऐसा हो जहां किसानों ने शनिवार को शक्ति-प्रदर्शन ना किया हो, FICCI के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक बार फिर नए कृषि कानूनों को किसानों के किस्मत को बदलने वाला बताया

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Politalks.News/Delhi/Farmers Protest. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 18वां दिन है. केंद्र सरकार चाह रही है कि किसान नेताओं से बातचीत कर गतिरोध खत्म किया जाए. लेकिन, किसान नेता तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. किसान और सरकार के बीच अब तक हुई छह दौर की बातचीत सब बेनतीजा रही हैं. शनिवार को किसान नेताओं ने और सख्त तेवर अपनाते हुए 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. लेकिन उससे पहले आज राजस्थान बॉर्डर से हजारों किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद करेंगे.

किसान नेताओं ने 14 दिसंबर को भूख हड़ताल का ऐलान किया है. किसान नेता कमलप्रीत पन्नू ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. संशोधन मंजूर नहीं है. हम सरकार से बातचीत से इनकार नहीं करते हैं. कमलप्रीत पन्नू ने कहा कि अभी हमारा धरना दिल्ली के 4 प्वाइंट पर चल रहा है. रविवार को राजस्थान बॉर्डर से हजारों किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद करेंगे. 14 दिसंबर को सारे देश के डीसी ऑफिस में प्रोटेस्ट करेंगे. हमारे प्रतिनिधि 14 दिसंबर को सुबह 8 से 5 बजे तक अनशन पर बैठेंगे.

बता दें कि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद किसान मान नहीं रहे हैं. शनिवार को वे सरकार पर दबाव की नई रणनीति के साथ उतरे. किसानों ने राजधानी दिल्ली को जोड़ने वाले तमाम हाइवे पर बने टोल प्लाजा पर धावा बोला, लेकिन किसानों ने रास्तों को बंद करने की जगह हाइवे के टोल प्लाजा का शटर गिरा दिया. यानी टोल में गाड़ियों से कलेक्शन नहीं होने दिया.

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दिल्ली- हरियाणा- पंजाब- पश्चिमी उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई टोल बूथ ऐसा हो जहां किसानों ने शक्ति-प्रदर्शन ना किया हो. छोटे बड़े किसानों के जत्थों ने टोल बूथ पर कब्जा जमाया और हाईवे को टोल फ्री कर दिया. टोल कर्मचारियों को हाइवे पर टैक्स वसूलने नहीं दिया गया. सहारनपुर के तीनों टोल प्लाजा पर 3 घंटे तक किसान जमे रहे. दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के NH-91 के टोल को किसानों ने फ्री कर दिया. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर किसानों ने प्रदर्शन किया और बिना टोल लिए गाड़ियों को पार कराया. किसानों ने गाजियाबाद में मुरादनगर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का टोल प्लाजा फ्री करवा दिया.

किसानों की तैयारी दिल्ली-आगरा और आगरा से लखनऊ को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे को भी फ्री कराने की थी, लेकिन प्रशासन ने यहां भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती कर दी. बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी की वजह से दिल्ली-बदरपुर बॉर्डर फ्री नहीं हो पाया. भारी संख्या में पुलिस शुक्रवार से ही मौके पर तैनात थी.

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पीएम मोदी ने की कृषि कानूनों की तारीफ

एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर अपने रुख पर कायम हैं. वहीं सरकार कृषि कानूनों को क्रांतिकारी बताने की मुहिम में जुटी है. FICCI के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक बार फिर नए कृषि कानूनों को किसानों के किस्मत को बदलने वाला बताया. पीएम मोदी ने कहा कि अब सभी अड़चनें हटाई जा रही हैं. इन रिफॉर्म के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे. उन्हें टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा. देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा.

पीएम ने कहा कि इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा. और इसका सबसे ज्यादा फायदा किसी को होने वाला है तो मेरे देश के किसान को होने वाला है. जो छोटे-छोटे जमीन के टुकड़ों पर जिंदगी पालता है उस किसान का भला होने वाला है. देश की अर्थव्यवस्था को अलग-अलग सेक्टर्स में दीवारें नहीं चाहिए. बीते वर्षों में इन दीवारों को तोड़ने के लिए रिफॉर्म किए गए हैं.

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