politalks.news

लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद अब हर कोई नतीजों के इंतजार में है तो वहीं ईवीएम को लेकर राजनीतिक दलों में खासी गहमागहमी देखी जा रही है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा विपक्ष की ईवीएम के 50 फीसदी वोटिंग आंकड़ों के साथ वीवीपैट की पर्चियों के मिलान की मांग को नकारने के बाद अब निर्वाचन आयोग ने विपक्ष को करारा झटका दिया है. आयोग ने वीवीपैट से ईवीएम के 50 फीसदी वोटिंग आंकड़ों के मिलान से इनकार कर दिया है. मंगलवार को 22 विपक्षी दलों ने आयोग से मुलाकात की थी. इस दौरान विपक्ष द्वारा ईवीएम की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े किए गए हैं.

चुनाव आयोग ने बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की मौजुदगी में बैठक के दौरान विपक्ष की याचिका पर विचार किया. इस संबध में निर्णय लिया गया कि वीवीपैट-ईवीएम के वोटिंग आंकड़ों के मिलान की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. आयोग ने विपक्ष की इस मांग को ठुकरा दिया है जिसमें कहा गया था कि ईवीएम से वीवीपैट की 50 फीसदी पर्चियों के मिलान किया जाए.

बता दें कि अभी आयोग द्वारा प्रति विधानसभा क्षेत्र से 5 ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के वोटिंग आंकड़ों का मिलान किया जाता है लेकिन विपक्ष मतदान के 50 फीसदी आंकड़ों का ईवीएम-वीपीपैट पर्चियों के मिलान की मांग कर रहा है. इससे पहले विपक्ष की इस मांग को सुप्रीम कोर्ट सिरे से खारिज कर चुका है और इस पर चुनाव आयोग द्वारा ही कोई फैसला लेने की बात कही.

Leave a Reply