पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार रात 12 बजे से अगले 21 दिनों तक देशभर में सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है. इस दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर बाकी सभी लोगों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी. राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने प्रधानमंत्री मोदी की इस घोषणा का समर्थन किया है. पीएम मोदी को घोषणा के बाद ट्वीट करते हुए पायलट ने कहा कि मैं पूरे भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन को लागू करने के पीएम के फैसले का समर्थन करता हूं. राजस्थान लॉकडाउन लागू करने वाले पहले राज्यों में से एक था. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस अवधि के दौरान जनता को असुविधा न हो और आपूर्ति की जाए, कोविड 19 के खिलाफ इस लड़ाई में हम एक है.
I support the PM’s decision to implement a 21 day lockdown across India. Rajasthan was among the first states to implement a lockdown. We will ensure that public is not put to inconvenience during this period & essentials are supplied.
United in this fight against #COVID19— Sachin Pilot (@SachinPilot) March 24, 2020
इससे पहले मंगलवार को पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने अपने आवास आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए राज्य सरकार अपने स्तर पर काफी प्रयास कर रही है, मंत्रियों और विधायकों का भी पूरा समर्थन मिल रहा है लेकिन इस लड़ाई में जीत हासिल तभी होगी जब हम सब मिलकर लड़ेंगे. पायलट ने कहा कि रोज कमाकर खाने वाले लोगों के सामने दिक्कत खड़ी जरूर होगी लेकिन इन लोगों का राज्य सरकार पूरा ध्यान रख रही है. फिर भी केन्द्र सरकार को राज्यों की आर्थिक मदद करते हुए विशेष पैकेज भी घोषणा जल्द करनी चाहिए. पायलट ने बताया कि उन देशों में ज्यादा परेशानी है, जिन्होंने शुरूआत में ध्यान नहीं दिया. हमारे देश में स्वास्थ्य का ढांचा इटली, अमरीका जैसा मजबूत नहीं है, ऐसे में हमें घर पर रहकर ही बीमारी से लडऩा होगा. बता दें, संकट की इस घड़ी में सचिन पायलट ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपए जमा कराए हैं.
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पीएम मोदी की अपील पर देश भर में रविवार को स्वेच्छा से लगाया जनता कर्फ्यू पर सचिन पायलट ने कहा कि जनता कर्फ्यू कामयाब रहा. यह देश भी भलाई के लिए है. लेकिन जिस तरह से रविवार की शाम को लोगों ने जो लोग जान हथेली पर रखकर कोरोना के खिलाफ हमारे लिए जंग लड़ रहे हैं, उनके सम्मान में सड़क पर आकर जुलूस निकाला वो गलत है. पायलट ने आगे कहा कि 31 मार्च तक प्रदेश में लॉक डाउन है, हमारी सरकार और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हैं. जरूरत पडऩे पर और कठोर कदम उठाए जाएंगे, अगले कुछ सप्ताह में सुखद परिणाम आएंगे.
इस दौरान सचिन पायलट ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि, घरों के अंदर खाद्य सामग्री को इकट्ठा ना करें और विश्वास दिलाया कि नियमित रूप से रोजमर्रा की जरूरत का सामान मिलता रहेगा. वहीं पायलट ने यह भी कहा कि गरीब तबके का ध्यान रखना भी जरूरी है, हमें समाज के सबसे गरीब तबके का जरूर ध्यान रखना होगा, ताकि वह विचलित न हो. पायलट ने कहा कि जब जनता के जेहन में असुरक्षा आ जाती है तो नकारात्मकता बढ़ती है.
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वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की रिहाई को लेकर सवाल पूछे जाने पर सचिन पायलट ने कहा कि इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं. जो लोग देश और प्रदेश में जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं, संविधान की शपथ खाकर जनसेवा कर रहे हैं, उनको बिना किसी कारण नजरबंद रखना गलत था.
इसके साथ ही चुनाव आयोग द्वारा राज्यसभा चुनाव टाले जाने पर सचिन पायलट ने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां से आए फीडबैक के आधार पर संभवत: यह निर्णय आयोग द्वारा लिया गया होगा. वहीं पायलट ने बताया कि हमारे पास राज्य में पर्याप्त संख्या बल है. यदि मतदान होता तो हमारे दोनों उम्मीदवार जीतते. जितना समर्थन हमें हैं, उससे ज्यादा वोट हमें मिलते. भाजपा की ओर से चुनाव में उतारे गए दूसरे प्रत्याशी के सवाल पर पायलट ने कहा कि भाजपा का मकसद सिर्फ निर्विरोध चुनाव न होने देने का था, जबकि बहुमत के हिसाब से 2 सीटों पर हमारी जीत तय थी. हमारी सरकार, हमारा दल, निर्दलीय सब एकजुटता के साथ खड़े हैं.