Politalks.News/MadhyaPradesh. मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के मुखिया और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने यह कहकर एक बार फिर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया कि शिवराज सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी और उससे पहले ही गिर जाएगी. इसके पीछे पटवारी ने तर्क दिया है कि सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में हो रहे दल बदल की याचिका को स्वीकार कर लिया है. जीतू पटवारी का कहना है कि दलबदल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के रुख से लग रहा है कि जल्द ही मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होगा और फिर से कमलनाथ की सरकार बनेगी. इसके साथ ही पटवारी ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार में उन्हीं विधायकों को मंत्री बनाया गया है, जिनके पास लाखों हैं.
आपको बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस नेता जया ठाकुर की याचिका पर जांच के बाद सुनवाई करने को लेकर सहमति जताई है. इस याचिका में किसी सरकार को गिराने के मकसद से इस्तीफा देने वाले विधायकों यानी दलबदल करने वालों पर छह सालों तक चुनाव लड़ने और कोई भी सार्वजनिक पद लेने पर पाबंदी लगाने की मांग की गई है. इस याचिका को लेकर कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस भी जारी कर चार हफ्तों के भीतर जवाब मांगा है. कांग्रेस नेता जया ठाकुर द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि दलबदल करने वाले विधायकों को मौजूदा कार्यकाल तक किसी भी पारिश्रमिक वाले पद को लेने से वंचित किया जाना चाहिए, ताकि वर्तमान सरकार को गिराने के लिए इस्तीफा देने की इस राजनीति को रोका जा सके.
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कांग्रेस नेता जया ठाकुर की इस याचिका में हाल ही में हुए घटनाक्रमों का जिक्र किया गया है. इस याचिका के बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और पीसी शर्मा ने दावा किया है कि एमपी में जल्द ही शिवराज सरकार गिर जाएगी. इस दौरान जीतू पटवारी ने यह भी बताया कि कांग्रेस ने भी एमपी हाईकोर्ट में सिंधिया समर्थकों के दल बदल कर दोबारा चुनाव लड़ने को लेकर याचिका दायर की है. पटवारी ने कहा कि शिवराज चौहान दबाव में हैं और कामकाज ही नहीं कर पा रहे हैं, यही कारण है कि प्रदेश में विकास के काम रुके हुए हैं.
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और पीसी शर्मा ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि विंध्य और महाकौशल को शिवराज सरकार में तवज्जो नहीं मिलने से बीजेपी के विधायक नाराज हैं. बीजेपी में अंतर्कलह मची हुई है और कभी भी भूचाल आ सकता है. ऐसा लगता है कि अपना कार्यकाल पूरा करने के पहले ही शिवराज सरकार गिर जाएगी. दरअसल, पटवारी का इशारा पाटन विधायक अजय विश्नोई, बीना विधायक महेश राय और मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी की ओर था. ऐसा इसलिए कि ये तीनों ही विधायक शिवराज कैबिनेट विस्तार के बाद अपनी अप्रसन्नता जाहिर कर चुके हैं.
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प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध अपराध काफी बढ़ गए हैं. नकली शराब माफिया प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं. पीसी शर्मा ने शिवराज सरकार से मध्य प्रदेश में शराब बंदी की मांग की. पीसी शर्मा ने कहा कि शराब जहरीली हो चुकी है. मध्य प्रदेश में शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए.
उधर जीतू पटवारी के दावे पर बीजेपी के प्रदेश मंत्री और प्रवक्ता राहुल कोठारी ने पलटवार किया. कोठारी ने कहा की, ‘मीठा-मीठा गप-गप, कड़वा-कड़वा थू-थू’ यह नहीं चलेगा. कोठारी ने कहा अब तक कांग्रेस तोड़फोड़ कर रही थी. अब लोग बीजेपी से प्रभावित होकर आ रहे हैं तो कोर्ट की गोद में बैठकर सपने नहीं देखे कांग्रेस, ये सपने कभी पूरे नहीं होंगे.
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विधानसभा में यह है शिवराज सरकार की स्थिति
आपको बता दें, मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार को पूर्ण बहुमत हासिल है. हाल ही में राज्य की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 19 पर जीत हासिल कर विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. फिलहाल विधानसभा की 230 सीटों में से 126 बीजेपी के पास हैं, जबकि 96 सीटें कांग्रेस के खाते में हैं, वहीं 2 बसपा, एक सपा और चार निर्दलीय विधायक हैं. इसके अलावा एक दमोह सीट खाली है, जो कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई है. बात दें विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद दमोह सीट से विधायक राहुल सिंह ने पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे.