महाटीकाकरण अभियान की हुई शुरुआत, कांग्रेस के सवालों पर बीजेपी बोली- पहले उतारें इटली मेड चश्मा

पीएम मोदी ने किया कोरोना टीकाकरण अभियान का शुभारंभ, कहा 'वैक्सीन के साथ दो गज दूरी और मास्क है जरूरी', 'अगर ये टीका इतना ही सुरक्षित, इतना ही कारगर है तो सरकार का कोई जिम्मेदार मंत्री सामने क्यों नहीं आए कि सबसे पहले मुझे टीका लगाओ- मनीष तिवारी', 'कांग्रेस ने इटली मेड चश्मा पहना हुआ है, इंडिया मेड चश्मा पहनकर इंडिया मेड वैक्सीन लगाएं तो होगा देश का भला- चौबे'

Italy Made Chasma 1
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Politalks.News/Delhi. एक लम्बे इन्तजार के बाद आखिरकार आज देशभर में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हो गई है. दिल्ली के एम्स अस्पताल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया की मौजूदगी में एम्स के एक सफाई कर्मचारी को कोरोना वायरस का पहला टीका लगाया गया. इसके बाद एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने भी कोरोना का टीका लगवाया. कोरोना टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करते हुए हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘वैक्सीन के साथ दो गज दूरी और मास्क है जरूरी.’ वहीं दूसरी तरफ कोरोना टीकाकरण को लेकर कांग्रेस सवाल उठा रही है तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भी सुर बदले बदले नजर आ रहें है.

कोरोना महामारी के बीच भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वैक्सीन भारत को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक जीत दिलाएगी. पीएम मोदी ने लोगों से वैक्सीन को लेकर अफवाहों से बचने की सलाह दी. साथ ही कहा कि कोरोना टीकाकरण की शुरुआत का मतलब यह नहीं है कि हम एहतियात बरतना छोड़ दें. हमें मास्क पहनने और शारीरिक दूरी का पालन करते रहना है. दवाई भी और कड़ाई भी का मंत्र याद रखे. प्रधानमंत्री महामारी के मुश्किल दौर को याद करके भावुक हो गए.

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देशभर में शुरू हुए टीकाकरण को लेकर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने बीजेपी से सवाल पूछा कि ‘भाजपा के बड़े नेताओं ने टीका क्यों नहीं लगवाया.’ मनीष तिवारी ने कहा, “हर मुल्क में जहां पर टीकाकरण शुरू हुआ, वहां के मुखिया ने सबसे पहले टीका लगवाया. ताकि देश को ये संदेश जाए कि ये टीका सुरक्षित है और ये आपकी हिफाजत करेगा. इंग्लैंड में बोरिस जॉनसन ने सबसे पहले टीका लगवाया. उनकी संवैधानिक हेड ने टीका लगवाया. बाकी मुल्कों में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई है. तो एक बुनियादी सवाल ये उत्पन्न होता है कि अगर ये टीका इतना ही सुरक्षित है, इतना ही कारगर है तो अभी तक इस सरकार के कोई जिम्मेदार मंत्री सामने क्यों नहीं आए कि सबसे पहले मुझे टीका लगाओ. जिससे लोगों में ये संदेश जाए कि ये टीका पुरी तरह से सुरक्षित है.”

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वहीं मनीष तिवारी के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, “किसी भी तरह के दुष्प्रचार, अफवाहों का या गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं उसका किसी भी कीमत पर शिकार न हों.” तो वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, “किसी भी तरह की भ्रांति न फैलाएं. उन्होंने इटली मेड चश्मा पहना हुआ है जरा इंडिया मेड चश्मा पहनकर इंडिया मेड वैक्सीन लगाएं तो देश का भला होगा.” केंद्रीय मंत्री से जब वैक्सीन लगवाने के बारे में पूछा गया कि वो कब लगवा रहें है टीका तो उन्होंने कहा, “मैं कुछ ही दिन पहले कोरोना से ठीक होकर आया हूं, जब मेरी बारी आएगी तो मैं भी टीका लगवाऊंगा.”

वहीं कुछ दिन पहले तक कोरोना वैक्सीन पर सवाल खड़े करने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यू टर्न लेते हुए वैक्सीन को सही बताया. उन्होंने कहा कि उन्हें वैक्सीन से कोई शिकायत नहीं है. बड़ा सवाल ये है कि ये वैक्सीनी गरीबों को मुफ्त मिलेगी या नहीं. साथ ही ये भी कि सरकार ने दवा के साइडइफेक्ट से बचने के लिए क्या उपाय किए हैं. अखिलेश ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह सारे इंतजामों का ख्याल करे.

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