लोकसभा में अमित शाह और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच हुई तीखी नोकझोंक के बाद सदन के बाहर आकर ओवैसी ने उनपर पलटवार किया है. साथ ही उन्हें सदन के नियमों के बारे में नसीहत दी है. ओवैसी ने कहा कि अमित शाह ने उंगली उठाकर मुझे धमकी दी है, लेकिन वे सिर्फ एक गृहमंत्री हैं, कोई भगवान नहीं. उन्हें पहले नियम पढ़ना चाहिए. हालांकि शाह की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
बता दें, लोकसभा में आज राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (संशोधन) विधेयक 2019 को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हैदराबाद सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी आमने-सामने हो गए थे. यहां तक की ओवैसी ने अमित शाह पर विपक्ष को डराने-धमकाने का आरोप तक जड़ दिया. हुआ कुछ यूं कि जब किशन रेड्डी एनआईए संशोधन बिल के बारे में बात कर रहे थे तो बीच में ओवैसी व्यवधान डाल रहे थे.
इसी बीच अमित शाह गुस्से में खड़े हो गए और उन्होंने कहा, ‘ओवैसी साहब. जब आप बोलते हैं तो हम चुपचाप सुनते हैं. अब आपको भी यही आदत डालनी होगी. ऐसा नहीं चलेगा…’ इस पर ओवैसी ने कहा कि अमित शाह मेरे साथ विपक्ष को भी डरा रहे हैं. पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि अगर आपके जेहन में डर बैठा है तो मैं क्या करूं.
इसी गहमागहमी के बीच एनआईए (संशोधन) बिल पास हो गया. बिल के समर्थन में 278 और विपक्ष में केवल 6 वोट पड़े. इस संशोधित बिल के पास होने से नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी को हथियारों की तस्करी, नशीले पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी और साइबर क्राइम जांच संबंधी मामलों को देखने के लिए ज्यादा अधिकार मिल गए हैं. अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को आतंकवाद, देश विरोधी गतिविधियों, मानव तस्करी तथा साइबर अपराधों की विदेश में जाकर जांच करने का अधिकार मिलेगा.