कांग्रेस की महारैली की तैयारियों के बीच चार जिलों में पंचायत चुनाव के लिए मतदान शुरू, वोटिंग होगी प्रभावित

कांग्रेस की राष्ट्रव्यापी 'महंगाई हटाओ रैली' के बीच प्रदेश के बारां, कोटा, श्रीगंगानगर और करौली जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के पहले चरण के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू, रैली की तैयारियों में जुटे मंत्री-विधायक नहीं दे पा रहे चुनाव पर ध्यान

bdc zila panchayat sadasy candidates will be able to contest elections know how many seats were redu 1610202378
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Politalks.News/Rajasthan. जयपुर में आज होने वाली कांग्रेस की राष्ट्रव्यापी ‘महंगाई हटाओ रैली’ के बीच आज ही प्रदेश के बारां, कोटा, श्रीगंगानगर और करौली जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों (Rajasthan Panchayat Election 2021) के पहले चरण के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है. सुबह 7.30 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 5.30 बजे तक चलेगा. आज हो रहे पहले चरण के मतदान में 11 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. इन चुनावों में गहलोत सरकार के 3 मंत्रियों और 7 विधायकों की साख दांव पर है. माना जा रहा है कि कांग्रेस की आज हो रही रैली का असर पंचायत चुनाव की वोटिंग पर भी पड़ेगा.

कांग्रेस की इस रैली को सफल बनाने के लिए गहलोत सरकार के सभी मंत्री, विधायक और नेता-कार्यकर्ता पुरजोर तरीके से तैयारियों में लगे हुए हैं. ऐसे में इन पंचायत राज चुनाव के पहले चरण के मतदान पर इसका प्रभाव पड़ना तय है, क्योंकि इन जिलों से आने वाले जिन कांग्रेस प्रत्याशियों को मंत्रियों और विधायकों के कहने पर टिकट दिए गए हैं, वे मंत्री तो प्रभारी मंत्री के तौर पर दूसरे जिलों में रैली की तैयारियों में जुटे हुए हैं. वहीं सम्बंधित विधायक भी रैली के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में भीड़ जुटाने की कवायद में लगे हैं. ऐसे में प्रत्याशियों को पहले चरण में पार्टी का कोई सहयोग नहीं मिलेगा.

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आपको बता दें, प्रदेश के जिन चार जिलों में पंचायती राज चुनाव होने1जा रहे हैं उनमें केवल श्रीगंगानगर ऐसा जिला है जहां से कोई भी मंत्री नहीं है. इसके अलावा कोटा से शांति धारीवाल, बारां जिले से प्रमोद जैन भाया और करौली जिले से रमेश मीणा मंत्री हैं. मंत्री शांति धारीवाल के पास जयपुर जिले की जिम्मेदारी है, जहां महंगाई के खिलाफ रैली होने जा रही है. प्रमोद जैन भाया के पास झालावाड़ जिले का प्रभार है. जबकि रमेश मीणा भरतपुर जिले के प्रभारी हैं. ऐसे में ये तीनों मंत्री अभी अपने प्रभार वाले जिलों में ज्यादा सक्रिय हैं. जिसके चलते उनके खुद के जिलों में होने जा रहे पंचायत चुनाव प्रभावित होना तय हैं.

वहीं बीते रोज शनिवार को राज्य चुनाव आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि 4 जिलों में होने वाले इन चुनावों में 11 लाख 5 हजार 905 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. इनमें से 5 लाख 85 हजार 354 पुरुष, 5 लाख 20 हजार 544 महिला और 7 अन्य मतदाता हैं. पहले चरण में 187 वार्ड और उनसे संबंधित जिला परिषदों निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव होंगे. उन्होंने बताया कि पंचायत समिति सदस्यों के लिए 617 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. पहले चरण के मतदान के लिए 1434 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.

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आयुक्त पीएस मेहरा ने सभी मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि वे घर से मास्क लगाकर मतदान के लिए जाएं. मतदान केंद्र में जाने से पहले हाथों को सैनिटाइज करें और मतदान के समय पंक्ति में खड़े रहने के दौरान चिन्हित गोलों पर खड़े रहकर या उचित दूरी बनाते हुए अपनी बारी का इंतजार करें. मेहरा ने मतदाता, उम्मीदवार, उनके समर्थकों से मतदान केंद्र या आसपास भीड़ और समूह में खड़े नहीं रहने की भी अपील की. मेहरा ने बताया कि चुनाव कार्य से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान और आमजन की ओर से भी चुनाव संबंधी किसी भी गतिविधि के बारे में प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए चुनाव नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है.

21 दिसंबर को होगी मतगणना
बता दें कि दूसरे चरण के लिए 15 दिसंबर और तीसरे चरण के लिए 18 दिसंबर को सुबह 7.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक मतदान करवाया जाएगा. इसके बाद मतगणना 21 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर होगी. इसी तरह प्रधान या प्रमुख का चुनाव 23 दिसंबर और उप प्रधान या उप प्रमुख 24 दिसंबर को चुनाव होगा.

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