पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक महिला श्वेता तिवारी और उसके 21 माह के बेटे की निर्मम हत्या के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है. घटना को कड़ी निंदा करते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि मानवता को शर्मसार करने वाली इस तरह की घटनाओं का प्रतिदिन बढ़ना गहलोत सरकार की विफलता को दर्शाता है. दरअसल रविवार शाम दिल दहला देने वाली घटना जयपुर में घटी. जयपुर के जगतपुरा के पॉश इलाके में स्थित यूनिक टावर में हुई महिला की हत्या के बाद हत्यारे उसके 21 माह के बेटे को उठा कर ले गए और महिला के मोबाइल से उसके पति को मैसेज करके 30 लाख की फिरोती की मांग की. यह मामला जैसे ही सुर्खियों में छाया और पुलिस ने जब बच्चे की खोजबीन शुरू की तो बच्चे का शव घर के पास ही की एक झाडी में मिला. घटना के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई और राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई.
इस घटना पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के मुखिया व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराध, हत्या, अपहरण तथा फिरौती जैसी संगीन घटनाओ से राजस्थान शर्मशार है. जयपुर में मंगलवार को श्वेता तिवाडी की हत्या व उसके मासूम का अपहरण किये जाने के बाद की गई हत्या से पूरा प्रदेश दहशत में है. मानवता को शर्मसार करने वाली इस तरह की घटनाओं का प्रतिदिन बढ़ना गहलोत सरकार की विफलता को दर्शाता है. सांसद बेनीवाल ने सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें आलाकमान की परिक्रमा लगाने से फुर्सत नहीं है. ऐसे में जिस अपेक्षा से जनता ने कांग्रेस के शासन को चुना वो अपेक्षाएं धरी के धरी रह गई.
वहीं रालोपा के खिंवसर विधायक नारायण बेनीवाल ने कहा कि गंभीर आपराधिक घटनाओं के लगातार घटित होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संवेदनहीन बनकर बैठे है. श्वेता तिवाड़ी की हत्या के बाद मासूम को अगवा किया गया ऐसे में पुलिस का इंटेलिजेंस नाकाम रहा ओर अपराधियों ने मासूम को भी मार दिया. आगे नारायण बेनीवाल ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में बढ़ते आपराधिक मुद्दों को पुरजोर तरीक़े से सदन में उठाया जाएगा.
मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. मामले पर मृतका के भाई शुभम तिवारी ने बुधवार को डीसीपी राहुल जैन को एक लिखित शिकायत की है. इस शिकायत में शुभम ने लिखा कि 24 जनवरी, 2011 में श्वेता का विवाह रोहित से हुआ था. शादी के बाद से ही रोहित और उसके परिजनों ने मेरी बहन श्वेता तिवारी से मारपीट करना शुरू कर दिया. श्वेता ने इस बारे में अपने परिजनों को पत्र लिखकर अवगत कराया था. 5 जनवरी को रोहित ने श्वेता के पिता को फोन किया था और उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी.
ऐसा बताया जा रहा है कि उसके बाद श्वेता ने भी अपने पिता को रोहित द्वारा लोहे की रॉड से मारने की बात कही थी. इस पूरे घटनाक्रम पर श्वेता के परिजनों ने श्वेता के पति रोहित और उसके परिवार पर अपनी पुत्री और उसके बेटे की हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों की शिकायत पर पुलिस मृतका के पति रोहित तिवारी से भी पूछताछ कर रही है.