CDS रावत के दुखद निधन पर BJP की ये कैसी राजनीति? सेना, शहीद और राष्ट्रवाद पर तेज हुई सियासत

हैलीकॉप्टर हादसे में CDS रावत के निधन पर 'सियासत', भाजपा ने प्रियंका गांधी और किसान नेता राकेश टिकैत को बनाया निशाना, वहीं शोक के दौरान पीएम मोदी और यूपी के सीएम और डिप्टी सीएम करते रहे सभाएं और उद्घाटन, मालवीय ने प्रियंका के गोवा दौरे से जुड़ा किया था ट्वीट और उठाए थे सवाल, लेकिन खुद की पार्टी के लिए ना तो खुद बोले ना ही गोदी मीडिया! सियासी गलियारों में चर्चाएं जारी

'शोक' पर राजनीति!
'शोक' पर राजनीति!

Politalks.News/CDSRAWAT. हिन्दुस्तान ने अपना ‘सेनापति’ खो दिया, एक अत्यंत आधुनिक हैलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. इस घटना पर दुनिया स्तब्ध है लेकिन हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी (BJP) का व्यवहार चौंकाने वाला है. सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि CDS जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के निधन के बाद बीजेपी के लिए चुनावी सियासत का हथियार बन गये हैं. बीजेपी ने इस ‘दुखद‘ अवसर का इस्तेमाल विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस (Congress) और किसान आंदोलन के चेहरा रहे राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पर हमला करने में किया. भाजपा ने प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) के गोवा दौरे के स्वागत का मामला जमकर उठाया लेकिन यूपी में शोक के दौरान पीएम मोदी और सीएम योगी की सभा और उद्घाटन कार्यक्रम पर गोदी मीडिया भी चुप रही. एक श्रद्धांजलि समारोह में तो भाजपा के विधायक खिलखिलाते भी नजर आए. लेकिन किसी ने सवाल नहीं उठाया.

सेना, शहीद और राष्ट्रवाद से जुड़े मुद्दे और भाजपा
भारतीय जनता पार्टी सेना, शहीद और राष्ट्रवाद से जुड़े किसी मुद्दे का राजनीतिक लाभ लेने से नहीं चूकती है. आप याद करें कैसे पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पुलवामा के शहीद सैनिकों की फोटो मंच पर लगा कर वोट मांगे थे. अब भाजपा देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की दुर्भाग्यपूर्ण मौत का राजनीतिक लाभ लेने के अभियान में जुटी है. उत्तराखंड के रहने वाले जनरल रावत के नाम का फायदा उठाने के लिए उनके कटआउट्स गाड़ियों में लगा कर पूरे उत्तराखंड में घुमाने का अभियान शुरू हो गया है. इतना ही नहीं देश के भाजपा शासित राज्यों में बड़ी सक्रियता के साथ पुलिस ऐसे लोगों को पकड़ रही है, जिन्होंने सोशल मीडिया में जनरल रावत के बारे में उलटा-सीधा लिखा है.

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धामी ने प्रियंका के स्वागत पर उठाए थे सवाल

वहीं शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गोवा के दौरे पर गई थीं, जहां प्रियंका ने आदिवासी महिलाओं के साथ एक नृत्य किया था. भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया और यह प्रचार शुरू किया कि देश में शोक मनाया जा रहा था तब कांग्रेस के नेता गोवा में मौज कर रहे थे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रियंका गांधी पर निशाना साधा.

‘प्रियंका नाचो, कांग्रेसियों ताली बजाओ’
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें गोवा पहुंचीं प्रियंका गांधी का स्वागत और स्थानीय लोग लोकनृत्य करते हुए दिख रहे हैं. खुद प्रियंका भी ताल में ताल मिला रही हैं. इस वीडियो के आते ही बीजेपी के नेता और गोदी मीडिया कांग्रेस को देश विरोधी और सेना विरोधी साबित करने में जुट गये.

एक टीवी डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला यह कहते हुए सुने गये कि, ‘प्रियंका नाचो, कांग्रेसियों ताली बजाओ‘. इसी डिबेट में पूर्व सेनाधिकारी एस एन सिन्हा प्रियंका गांधी को नचनिया भी कहते सुने गये. ये वही सैन्य अधिकारी हैं जो कुछ समय पहले बलात्कार की घटना का जवाब बलात्कार से देने की बात टीवी चैनल पर कह चुके हैं’. आपको बता दें, गोवा में जिस कार्यक्रम का वीडियो बीजेपी ने शेयर किया है उस कार्यक्रम की शुरुआत ही जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई. बात करें जयपुर की महारैली की तो यहां भी CDS रावत और शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गई.

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यूपी में राजकीय शोक के बीच पीएम उद्घाटन सभा में हुए शामिल
देश की बात को एक तरफ ही रहने दें और केवल उस पार्टी की ही बात कर लें जो यह सवाल उठा रही है. हालांकि इसके अगले ही दिन शनिवार (11 दिसंबर ) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में बलरामपुर में सरयु नहर परियोजना का उद्घाटन किया. एक बड़े कार्यक्रम में हिस्सा लिया और खुद कहा कि, ‘देश शोक में है लेकिन देश ठहर नही सकता है‘. सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या ‘देश नहीं’ ठहरने का मामला सिर्फ भाजपा के लिए है?.

यूपी में राजकीय शोक के बीच उद्घाटन

तमिलनाडू के कुन्नूर में 8 दिसंबर को CDS रावत की हैलीकॉप्टर हादसे में दुखद निधन हो गया. शोक के बावजूद इसके 9 दिसंबर और 10 दिसंबर को सीतापुर, आजमगढ़, गाजीपुर समेत कई स्थानों पर लोकार्पण शिलान्यास के सरकारी कार्यक्रम हुए. इस दौरान खुद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जो तस्वीरें साझा की हैं उनमें हंसी-खुशी, तालियां, हर्ष का खुलेआम इजहार हुआ है. लेकिन किसी ने कोई सवाल नहीं उठाया.

खिलखिलाते दिखे थे विधायक विनोद कटियार
जब बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व देश के सेना प्रमुख के निधन पर अपना राजनीतिक कार्यक्रम छोड़ने को तैयार नहीं, उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार अपने उद्घाटन-शिलान्यास कार्यक्रम करने पर आमादा हैं तो बीजेपी के विधायक स्तर के नेता भला पीछे कैसे रह सकते थे. कानपुर में बीजेपी विधायक विनोद कटियार जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि भी देते समय खिलखिलाते हुए भी नज़र आए, लेकिन किसी ने इस पर बात नहीं की.

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टिकैत के ख़िलाफ़ नारेबाजी

कांग्रेस तो भाजपा और गोदी मीडिया के निशाने पर थी ही साथ ही भाजपा के निशाने पर रहे किसान नेता राकेश टिकैत. जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए जब राकेश टिकैत पहुंचे तो उनके खिलाफ नारेबाजी होती दिखी. क्या अब सेना प्रमुख के निधन का ‘अवसर‘ किसानों के खिलाफ इस्तेमाल होगा? राजनीति का स्तर क्या इससे भी नीचे जा सकता है? जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद राष्ट्रीय शोक की घोषणा नहीं हुई क्योंकि इसकी घोषणा पूर्व व वर्तमान राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की मृत्यु होने पर होती है.

क्या बीजेपी दूसरों को देशविरोधी और सेना विरोधी बताकर खुद को देशभक्त बनाने की ‘घिसीपिटी’ लाइन पर चलती रहेगी?
सियासी गलियारों में चर्चा है एक तरफ तो भाजपा की ओर से CDS रावत के निधन को लेकर कांग्रेस और टिकैत पर हमलावर रही वहीं पीएम मोदी खुद दूसरे ही दिन बलरामपुर में सभा करने पहुंच गए थे साथ ही यूपी सरकार के इन दिनों में कई उद्घाटन और शिलान्यास समारोह आयोजित हुए. अब सवाल यह उठ रहा है कि कब तक भाजपा दूसरों को देश विरोधी और सेना विरोधी बताकर खुद को देशभक्त बताती रहेगी. प्रियंका गांधी की तस्वीर पर सवाल उठा रहे बीजेपी नेताओं से पूछा जा सकता है कि जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद आखिर किस बीजेपी नेता ने सोनिया गांधी की तरह अपना जन्म दिन नहीं मनाने का फैसला करने की पहल की? क्या यह सेना के प्रति कांग्रेस का सम्मान नहीं है? 9 दिसंबर को तेजस्वी यादव ने अगर शादी कर ली तो सेना का अपमान हो गया? कैटरीना-विक्की ने अगर उसी दिन 7 फेरे ले लिए तो यह मान लिया जाए कि उनके मन में सेना के लिए कोई सम्मान नहीं है?

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