Politalks.news/Rajasthan. कांग्रेस का विधेयक पेश करना, विपक्ष का हंगामा करना और स्पीकर का चिल्लाना… कुछ ऐसा माहौल रहा राजस्थान विधानसभा में. सोमवार को सदन की शुरुआत ही हंगामेदार रही. आज कांग्रेस सरकार द्वारा सदन में 8 संशोधित विधेयक पेश किए जाने थे. करीब करीब हर विधेयक पर विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को भी विधायकों को शांत कराने में काफी मेहनत करनी पड़ी. इसी बीच एक विधेयक पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बरस पड़े तो मंत्री शांति धारीवाल ने खड़े होकर राजेंद्र राठौड़ को सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव विधानसभा में रख दिया. बहुमत के चलते प्रस्ताव पास हो गया और स्पीकर सीपी जोशी ने राजेंद्र राठौड़ को सदन से बाहर जाने को कह दिया जिस पर बीजेपी के विधायकों ने सदन की कार्रवाई का बायकॉट कर दिया.
इससे पहले स्पीकर जोशी के इस फैसले का अन्य बीजेपी विधायक पूरजोर से विरोध करते हुए. बीजेपी नेता गुस्से में वैली में आ गए और ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगाने लगे. स्पीकर सीपी जोशी ने सभी विधायकों को अपने अपने स्थान पर जाने को कहा लेकिन बीजेपी विधायक नहीं माने और नारेबाजी करते रहे. इस पर जोशी ने विधानसभा की कार्रवाई पहले आधे घंटे और बाद में दोपहर पौने तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
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कार्रवाई स्थगन के बाद सीपी जोशी और कांग्रेस विधायक तो सदन से चले गए लेकिन बीजेपी विधायकों ने सदन के भीतर ही मोर्चा संभाले रखा और वहीं धरने पर बैठ गए. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित बीजेपी के अन्य विधायक सदन में ही जमीन पर बैठ गए और नारेबाजी जारी रखी. इससे पहले शुक्रवार को भी सदन की कार्रवाई में हंगामा बदस्तूर जारी रहा.
सदन की कार्रवाई फिर से शुरु होने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अपना अभिभाषण पेश किया. इस दौरान उन्होंने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को सदन से बाहर निकाले जाने का विरोध करते हुए बीजेपी द्वारा विधानसभा सभा की कार्रवाई का बायकॉट करने की घोषणा कर दी.